MP News: मालवा-निमाड़ क्यों बना निवेशकों की पसंद,जानिए क्या है वजह


इन्वेस्टर्स समिट में मालवा निमाड़ में आए सबसे ज्यादा निवेश प्रस्ताव
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विस्तार
ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में 15 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव 50 से ज्यादा कार्पोरेटर कंपनियों की तरफ से आए है। इसमें निवेशकों की पहली पसंद मालवा-निमाड़ यानि इंदौर-उज्जैन संभाग बना है। मालवा निमाड़ में छह लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव मिले है, जो प्रदेश के दूसरे हिस्सों की तुलना में सबसे ज्यादा है। आखिर ऐसा क्या है मालवा निमाड़ में जो निवेशक यहां खींचे चले आ रहे है। चलिए हम आपको बताते है।
तीन राज्यों से सीधी कनेक्टिविटी-मालवा-निमाड़ की कनेक्टिविटी राजस्थान, महाराष्ठ्र और गुजरात प्रदेश से है। उद्योगों के उत्पादों को देशभर में पहुंचाने के लिए यह क्षेत्र भौगोलिक दुष्ठि से बहुत मायने रखता है। रेल और हवाई संपर्क भी प्रदेश के दूसरे शहरों की तुलना में बेहतर है।
– बेहतर पानी बिजली की व्यवस्था
इंदौर के समीप पीथमपुर देश का पहला स्पेशल इकॉनामिक जोन बना था। यहां कई बड़े उद्योग है और राजनीतिक और यूनियनों का हस्तक्षेप भी कम है। बिजली की पर्याप्त व्यवस्था यहां रहती है। इसके अलावा नर्मदा का पानी भी उद्योगों को मिल रहा है।
– सोशल इंफ्रास्ट्रक्चर बेहतर
पीथमपुर, धार और नए औद्योगिक क्षेत्र बेटमा प्रदेश के सबसे बड़े शहर इंदौर के पास है। इंदौर में सोशल इंफ्रास्ट्रक्चर अच्छा है। नौकरी रोजगार के सिलसिले में बाहर से आए लोगों को यहां बसने में परेशानी नहीं होती है। उद्योगों को सस्ती और प्रशिक्षित लेबर मिल जाती है।
-दिल्ली-मुबंई के मध्य में इंदौर
देश के दो बड़े शहर दिल्ली और मुबंई उद्योगों के लिए काफी महत्व रखते है। सरकार दोनो शहरों की दूरी और सफर का समय कम करने के लिए दिल्ली-मुबंई इंडस्ट्रीयल कॉरिडोर बना रही है। मुबंई आगरा हाईवे इंदौर से होकर गुजरता है। इंदौर से मुुबंई की दूरी छह सौ और इंदौर से दिल्ली की दूरी आठ सौ किलोमीटर है। वन नाइट जर्नी से दोनों शहर में इंदौर से पहुंचा जा सकता है। दोनो शहरों के बीच इंदौर ही सबसे बड़ा शहर है।
पर्याप्त लैंड बैंक है
मध्य प्रदेश इंडस्ट्रीयल डेवलपमेंट कार्पोरेशन के कार्यकारी निदेशक रोहन सक्सेना मालवा निमाड़ के अौद्योगिक क्षेेत्र में हमारे पास पर्याप्त लैंड बैंक है। मालवा निमाड़ से बेहतर कनेक्टिविटी अौर पर्याप्त सुविधाएं होने के कारण निवेश यहां सबसे ज्यादा डिमांड है।