Fitness: 54 की उम्र में थानेदार बना बॉडी बिल्डर, जीता चैंपियन ऑफ चैंपियन का अवॉर्ड
![Fitness: 54 की उम्र में थानेदार बना बॉडी बिल्डर, जीता चैंपियन ऑफ चैंपियन का अवॉर्ड Fitness: 54 की उम्र में थानेदार बना बॉडी बिल्डर, जीता चैंपियन ऑफ चैंपियन का अवॉर्ड](https://i0.wp.com/staticimg.amarujala.com/assets/images/2023/03/19/750x506/ti-tahajab-kaja_1679230128.jpeg?fit=%2C&ssl=1)
![Fitness: 54 की उम्र में थानेदार बना बॉडी बिल्डर, जीता चैंपियन ऑफ चैंपियन का अवॉर्ड TI तहजीब काजी](https://i0.wp.com/staticimg.amarujala.com/assets/images/2023/03/19/750x506/ti-tahajab-kaja_1679230128.jpeg?resize=414%2C233&ssl=1)
TI तहजीब काजी
– फोटो : अमर उजाला, इंदौर
विस्तार
स्वच्छता में नंबर वन शहर इंदौर अब फिटनेस में नंबर वन बनने की दौड़ में है। यहां के रहवासी और अधिकारी सब फिटनेस के लिए जागरूक हो रहे हैं। ऐसे ही एक उदाहरण हैं संयोगितागंज थाने के टीआइ तहजीब काजी। तहजीब अपनी फिटनेस के लिए हमेशा चर्चा में रहते हैं और हाल ही में उन्होंने बॉडी बिल्डिंग प्रतिस्पर्धा में उतरकर सभी को चौंका दिया। इसमें वे चैंपियन ऑफ चैंपियन के अवॉर्ड से नवाजे गए। वे मास्टर (सीनियर) ग्रुप में प्रथम स्थान पर रहे।
स्टेज पर आए तो सीटियां बजने लगी
टीआइ तहजीब काजी इंदौर में बहुत लोकप्रिय हैं। जैसे ही वे स्टेज पर आए तो लोग उन्हें देखकर तालियां और सीटियां बजाने लगे।
दौरे पर थे, चैंपियनशिप देखकर तुरंत रजिस्ट्रेशन करवाया
तहजीब काजी शनिवार शाम इलाके का भ्रमण कर रहे थे। इसी समय शहर के नेहरू स्टेडियम में बॉडी बिल्डिंग प्रतियोगिता आयोजित की जा रही थी। ट्रेनर रवि ने उन्हें वहां पर देखकर कहा कि आप की फिटनेस बहुत अच्छी है आपको भी इसमें भाग लेना चाहिए। यह सुनकर तहजीब ने पांच सौ रुपए जमा किए और तुरंत रजिस्ट्रेशन करवाया।
दो कैटेगिरी में अवॉर्ड मिले
तहजीब ने स्टेज पर जाकर प्रोफेशनल पोज दिए और दो अलग अलग कैटेगिरी में अवॉर्ड जीते। सीनियर में उन्हें मास्टर और पूरी प्रतियोगिता में चैंपियन आफ चैंपियन का प्रमाण पत्र दिया गया। चैंपियनशिप में 19 साल से लेकर 55 साल तक के बॉडी बिल्डर ने भाग लिया था।
एसआई से भर्ती हुए, थाने में बनाया जिम
टीआइ तहजीब काजी 1999 बैच के हैं। वे एसआइ से भर्ती हुए थे। इसके पहले वे एमआइजी और विजय नगर थाना में पदस्थ रहे हैं। यहां तो वे बीआरटीएस पर ही दौड़ लगाते थे। संयोगितागंज थाना जाने के बाद उन्होंने थाना परिसर में जिम बना लिया। वे रोजाना एक घंटा वर्कआउट करते हैं। 40 मिनट वर्जिश और 20 मिनट तक नेहरू स्टेडियम में दौड़ते हैं। स्टाफ को भी नियमित फिट रहने की सीख देते हैं। उन्होंने 1999 में पांच मिनट में 1500 मीटर की दौड़ पूरी की थी। 54 साल की उम्र में भी उनकी दौड़ की रफ्तार बरकरार है। कोराना काल में ड्यूटी हो या शहर में कोई वीआईपी मूवमेंट, वे कसरत के लिए हमेशा समय निकाल लेते हैं।