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छत्तीसगढ़ में पर्वत से प्रकट हुआ शिवलिंग: भोले बाबा की भक्ति में सराबोर रहा शहर, ड्रोन के जरिए किया गया स्थापित

Shivalinga appeared from the mountain in Chhattisgarh: महाशिवरात्रि के मौके पर पूरा भिलाई शहर भोले बाबा की भक्ति में सराबोर है. महादेव और माता पार्वती की पूजा के लिए शिवालयों में विशेष तैयारियां की जा रही हैं. शहर में जगह-जगह धार्मिक आयोजन हो रहे हैं। इसी कड़ी में सेक्टर 7 स्थित प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय ने 12वें ज्योतिर्लिंग की भव्य झांकी बनाई है.

हर्षोल्लास के साथ मनाया गया महाशिवरात्रि पर्व

Shivalinga appeared from the mountain in Chhattisgarh: ब्रह्माकुमारी संस्थान के शांति सभागार में महाशिवरात्रि पर्व बड़े ही उत्साह, उमंग एवं हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर भिलाई सेवा केंद्र की संचालिका ब्रह्माकुमारी आशा दीदी ने सभी को महाशिवरात्रि पर्व की बधाई एवं शुभकामनाएं दी।

Shivalinga appeared from the mountain in Chhattisgarh: उन्होंने कहा, “परमपिता परमात्मा शिव हमारे लिए ही इस पवित्र धरती पर आए हैं। जिस तरह सांस के बिना जीवन नहीं हो सकता, उसी तरह हमारी हर सांस उमंग और उत्साह से भरी है। दुनिया में निराशा और अशांति के बावजूद हमारा जीवन उत्साह से भरपूर होना चाहिए, जिसे देखकर दूसरों को भी जीवन जीने की प्रेरणा मिले।”

ड्रोन के माध्यम से प्रकट हुआ शिवलिंग

दरअसल, भिलाई के सेक्टर 7 स्थित प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के अंतरदिशा भवन परिसर में द्वादश ज्योतिर्लिंग की झांकी बनाई गई है. इस दौरान ड्रोन के जरिए आकाश मार्ग से झांकी के निर्धारित स्थान पर जनता के सामने शिवलिंग की स्थापना की गई. . यह देखकर हर कोई रोमांचित हो गया। यह शिवलिंग विशाल पर्वत शृंखला से ड्रोन द्वारा प्रकट हुआ था। यह देख सभी के चेहरे खुशी से खिल उठे।

द्वादश ज्योतिर्लिंग की झांकी आकर्षण का केंद्र बनी

इस दौरान ब्रह्माकुमारी बहनों ने भगवान शिव को प्रसाद अर्पित किया। जिसके बाद शिव ध्वज फहराकर महाशिवरात्रि पर्व मनाया गया। यह द्वादश ज्योतिर्लिंग दर्शन यात्रा एक अलौकिक विशाल पर्वत श्रृंखला पर बनी है, जिसमें गुफाओं से सभी ज्योतिर्लिंगों के दर्शन होते हैं। यह झांकी आम जनता के लिए 11 मार्च तक खुली रहेगी और निःशुल्क होगी. दर्शन का समय सुबह 8 बजे से 11 बजे तक और शाम 5 बजे से रात 10 बजे तक रहेगा।

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