पुष्पराजगढ़ में ‘डबल’ पद का खेल: रोजगार सहायक को सचिव का अतिरिक्त प्रभार देने का विरोध, ग्रामीणों से कलेक्टर बोले- जैसा आप चाहेंगे वैसा ही होगा, देखें VIDEO
collector listened to complaint of villagers: मध्यप्रदेश के अनूपपुर कलेक्टर आशीष वशिष्ठ ने आज अचानक ग्रामीणों के लिए अपनी कार रोक दी. ना केवल उनकी समस्याएं सुनी, बल्कि समस्या का समाधान करने का आश्वासन भी दिया है. दरअसल जनपद पुष्पराजगढ़ के ग्राम पंचायत पटना के ग्रामीणों ने कलेक्टर से रोजगार सहायक को सचिव का अतिरिक्त प्रभार नहीं देने की गुहार लगाई. पुष्पराजगढ़ के अधिकारियों पर भ्रष्टाचार का भी आरोप लगाया. जिस पर कलेक्टर ने कहा कि जैसा आप चाहते हो वैसा ही होगा. उन्हें आश्वस्त कर वापस गांव भेज दिया.
ग्राम पंचायत पटना के सैकड़ों ग्रामीण आज कलेक्ट्रेट पहुंचे, जहां उन्होंने प्रियंका श्रीवास्तव को पटना गांव के सचिव का अतिरिक्त प्रभार देने का विरोध जताया है. उन्होंने अपने आवेदन में बताया कि लगभग 10 से 15 वर्षों से प्रियंका श्रीवास्तव जो ग्राम पटना में रोजगार सहायक के पद पर पदस्थ हैं. जिनका कई बार दूसरी जगह तबादला हुआ, लेकिन कोर्ट से स्टे लेकर वापस आ जाते हैं.
प्रियंका श्रीवास्तव को रोजगार सहायक के बाद ग्राम पंचायत पटना में सचिव के पद पर नियुक्त किया गया था. जिसका ग्रामीणों ने विरोध किया. ग्रामीणों ने बताया कि वह अपने काम से संतुष्ट नहीं हैं. जिससे ग्राम पंचायत पटना का कार्य प्रभावित हो रहा है.
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ग्रामीणों का कहना है कि रोजगार सहायक को दो पद नहीं दिए जाने चाहिए. क्योंकि वह रोजगार सहायक का कार्य करने में सक्षम नहीं है. ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया कि जनपद पुष्पराजगढ़ की मिलीभगत से सचिव का पद दिया जा रहा है. ग्रामीणों की मांग है कि सचिव का पद रोजगार सहायक को न देकर नया सचिव भेजा जाए. उन्होंने कलेक्टर से मांग की है कि पटना पंचायत में जल्द नये सचिव की नियुक्ति की जाए.
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