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MP की 6 सीटों पर किसकी धड़कनें तेज ? वोटिंग बढ़ने BJP को फायदा और घटने से कांग्रेस को, छिंदवाड़ा, सीधी-मंडला में सस्पेंस, जानिए शहडोल की कहानी ?

Madhya Pradesh Loksabha Election 2024 Chhindwara Sidhi Mandla Shahdol: लोकसभा चुनाव के पहले चरण में एमपी की 6 सीटों पर 67 फीसदी वोटिंग हुई. पिछली बार इन 6 सीटों पर औसतन 75 फीसदी वोटिंग हुई थी. इस लिहाज से करीब 8 फीसदी कम वोटिंग हुई है. आख़िर इस वोटिंग का मतलब क्या है? ये जानने के लिए हमने पिछले आम चुनाव के वोटिंग प्रतिशत ट्रेंड पर नजर डाली.

Madhya Pradesh Loksabha Election 2024 Chhindwara Sidhi Mandla Shahdol: एक्सपर्ट्स से समझने की कोशिश की कि वोटिंग बढ़ने या घटने से किसे फायदा होगा? सबसे कम वोटिंग सीधी में हुई. यहां सिर्फ 55.19 फीसदी वोटिंग हुई, जो 2019 से 14 फीसदी कम है. सबसे ज्यादा वोटिंग छिंदवाड़ा में हुई. शहडोल में भी 11 फीसदी कम वोटिंग हुई.

Madhya Pradesh Loksabha Election 2024 Chhindwara Sidhi Mandla Shahdol: वोटिंग कम होने से छिंदवाड़ा को लेकर सस्पेंस बरकरार. वजह ये है कि 2019 के मुकाबले यहां वोटिंग में करीब 2.8 फीसदी की कमी आई है. 2019 में यहां 82.39% वोटिंग हुई थी, लेकिन इस बार 79.59% वोटिंग हुई.

एक-एक सीट का समीकरण समझें

छिंदवाड़ा लोकसभा सीट की कहानी ?

Madhya Pradesh Loksabha Election 2024 Chhindwara Sidhi Mandla Shahdol: छिंदवाड़ा में 79 फीसदी वोटिंग ने कांग्रेस और बीजेपी दोनों के लिए सस्पेंस बढ़ा दिया है. पहले के रुझान से पता चलता है कि जब-जब छिंदवाड़ा में वोटिंग बढ़ी है, तब-तब बीजेपी के वोट बढ़े हैं. इस बार वोटिंग में 2.8 फीसदी की कमी आई है.

पिछले तीन चुनावों के वोटिंग ट्रेंड पर नजर डालें तो 2009 में छिंदवाड़ा में 71.86 फीसदी वोटिंग हुई थी, लेकिन यहां जीत कांग्रेस की ही हुई थी. इसके बाद 2014 और 2019 के आम चुनाव में जैसे-जैसे वोटिंग प्रतिशत बढ़ा, कांग्रेस की जीत का अंतर कम होता गया.

Madhya Pradesh Loksabha Election 2024 Chhindwara Sidhi Mandla Shahdol: 2014 में कांग्रेस के कमल नाथ 1 लाख 16 हजार वोटों से जीते थे. जबकि 2019 में कांग्रेस के नकुलनाथ महज 37 हजार वोटों के अंतर से जीते थे.

छिंदवाड़ा लोकसभा सीट की कहानी ?

छिंदवाड़ा की सभी 7 सीटें फिलहाल कांग्रेस के कब्जे में हैं, लेकिन लोकसभा चुनाव से पहले परिस्थितियां बदल गई हैं. 2019 के चुनाव में सबसे ज्यादा 85 फीसदी वोटिंग अमरवाड़ा में हुई थी. यहीं से नकुलनाथ को सबसे ज्यादा 18 हजार वोटों की बढ़त मिली थी. लेकिन यहां से कांग्रेस विधायक कमलेश शाह अब बीजेपी में शामिल हो गए हैं. छिंदवाड़ा शहर से नाथ के भरोसेमंद दीपक सक्सेना भी बीजेपी में शामिल हो गए हैं.

मंडला लोकसभा सीट की कहानी ?

मंडला में 2019 के मुकाबले वोटिंग कम हुई है. यहां 5 फीसदी कम वोटिंग हुई है. वरिष्ठ पत्रकार सुधीर उपाध्याय कहते हैं कि इस बार मंडला में चुनाव के प्रति लोगों में उत्साह कम था. ऐसा इसलिए देखा गया क्योंकि वह पुराने उम्मीदवार थे. नतीजों पर उनका कहना है कि उत्साह कम होने का असर दिखेगा. इस बार हार-जीत का अंतर भी बहुत कम होगा.

बालाघाट लोकसभा सीट की कहानी ?

बालाघाट में करीब 73 फीसदी मतदान हुआ. यहां वोटिंग का पैटर्न पिछले चुनाव जैसा ही है. स्थानीय पत्रकारों का कहना है कि यहां बीजेपी का वोट शेयर बरकरार रहेगा. वजह ये भी है कि यहां कांग्रेस का वोट शेयर बीएसपी से बंट सकता है. इसका सीधा फायदा बीजेपी को हो सकता है. यहां बीजेपी उम्मीदवार भारती पारधी का मुकाबला कांग्रेस के सम्राट सिंह सरस्वर और बीएसपी के कंकर मुंजारे से है.

जबलपुर लोकसभा सीट की कहानी ?

Madhya Pradesh Loksabha Election 2024 Chhindwara Sidhi Mandla Shahdol: जबलपुर में पिछले 3 चुनावों से वोटिंग प्रतिशत लगातार बढ़ रहा था, लेकिन इस बार चुनाव आयोग के अपडेट के मुताबिक 9 फीसदी कम वोटिंग देखने को मिल रही है. इससे बीजेपी का वोट शेयर थोड़ा कम हो जाएगा, लेकिन यहां बीजेपी के लिए ज्यादा मुश्किल नहीं है. यहां कांग्रेस बहुत मजबूत नहीं दिखी.

यहां आदिवासी बेल्ट सिहोरा में सबसे ज्यादा 65 फीसदी वोटिंग हुई है. वहीं मुस्लिम बहुल जबलपुर पूर्व विधानसभा में सबसे कम 54 फीसदी वोटिंग हुई. स्थानीय पत्रकारों का यह भी कहना है कि वोटिंग प्रतिशत गिरने की वजह चुनाव का फीका होना है. ऐसा नहीं लगता कि इसका चुनाव नतीजों पर कोई असर पड़ेगा.

शहडोल लोकसभा सीट की कहानी ?

Madhya Pradesh Loksabha Election 2024 Chhindwara Sidhi Mandla Shahdol: शहडोल में करीब 10 फीसदी कम वोट पड़े. इससे कांग्रेस में उत्साह दिख रहा है. लेकिन 2019 में बीजेपी को यहां 60 फीसदी वोट मिले. यहां वोटिंग का ट्रेंड यह है कि जब भी वोटिंग बढ़ी है तो इसका सीधा फायदा बीजेपी को हुआ है, इस बार वोटिंग कम हुई है, लेकिन बीजेपी के लिए कोई बड़ी चिंता की बात नहीं है. जानकारों का कहना है कि यहां बीजेपी की हिमाद्री सिंह की जीत का अंतर कम हो सकता है.

सीधी लोकसभा सीट की कहानी ?

Madhya Pradesh Loksabha Election 2024 Chhindwara Sidhi Mandla Shahdol: 6 लोकसभा सीटों में से सबसे कम वोटिंग सीधी संसदीय सीट पर देखने को मिल रही है. यहां 54.36 फीसदी वोट पड़े. यह 2019 के मुकाबले 15 फीसदी कम है. यहां वोट प्रतिशत में गिरावट बीजेपी के लिए चिंता का विषय हो सकती है. यहां कांग्रेस के कमलेश्वर पटेल और बीजेपी के राजेश मिश्रा के बीच मुकाबला था. यहां स्थानीय स्तर पर भाजपा प्रत्याशी के प्रति असंतोष पर भी चर्चा हुई.

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