ठंड से थर्र-थर्र कांपा मध्य प्रदेश: MP के 22 जिलों में तेज बारिश, न्यू इयर में भी पानी-पानी, जानिए कहां हुई बारिश और कहां गिरे ओले
राज नारायण सोनी. भोपाल, उमरिया। उत्तर भारत में बर्फबारी का असर मध्य प्रदेश में भी देखने को मिल रहा है. झमाझम बारिश ने लोगों को परेशानी में डाल दिया है. लोग घरों में कैद हो गई हैं. ठंड के कारण बाहर नहीं निकल रहे हैं. पिछले 24 घंटों में 22 से अधिक जिलों में भारी बारिश और बूंदाबांदी के साथ ओले भी गिरे हैं.
शीतलहर ने ठिठुरन भर दी है. राज्य के कई जिलों में तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे चल रहा है. मंगलवार की रात धार और पचमढ़ी में सबसे ज्यादा ठंड रही. यहां का पारा 9 डिग्री रिकॉर्ड किया गया. ग्वालियर में रात का तापमान 10 डिग्री रहा है.
बुधवार दोपहर 12 बजे तक कई जिलों में धूप नहीं दिखाई दी. लोग ठंड से बचने की कोशिश करते नजर आ रहे हैं. भोपाल में रात का तापमान 12.4 डिग्री रहा है. कई जगह लोग अलाव जलाते नजर आ रहे हैं.
इन जिलों में हुई बारिश
मलांजखंड में करीब 2 इंच बारिश हुई। मंडला और उमरिया में सवा इंच, रीवा में 1 इंच बारिश दर्ज की गई. रीवा, जबलपुर, सागर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, पचमढ़ी में आधा इंच से ज्यादा बारिश हुई. भोपाल, सतना, दमोह, छतरपुर, ग्वालियर, सीधी, रायसेन, होशंगाबाद, उज्जैन, गुना, इंदौर, शाजापुर, दतिया और राजगढ़ में भी रिमझिम बारिश हुई.
उमरिया में भी भारी भारिश
उमरिया में कड़ाके की ठंड के साथ तेज बारिश और ओले गिरे हैं. पारा और नीचे लुढकने की आशंका है. बारिश के साथ तेज ओले गिरने से हो फसलों को नुकसान हो सकता है. खुले में रखे धानों को भी नुकसान होगा. किसान के माथे पर चिंता की लकीरें हैं.
आगे ऐसा रहेगा मौसम
मध्यप्रदेश में न्यू ईयर की शाम कड़ाके की ठंड रहेगी. नए साल का पहला दिन भी खासा ठंडा रहने वाला है. पाकिस्तान से आने वाली नमी भरी हवाओं के कारण प्रदेश में मौसम का मिजाज बदला है. मंगलवार को 22 से ज्यादा जिलों में बारिश दर्ज की गई। कई शहरों में रात और दिन का तापमान एक जैसा रहा.
मौसम वैज्ञानिक वेद प्रकाश सिंह ने बताया कि उत्तर में काफी बर्फबारी के कारण प्रदेश में भी मौसम बदला है. यह स्थिति 29 दिसंबर तक रहेगी. 30 दिसंबर से प्रदेशभर में कोहरा छा जाएगा. 31 दिसंबर और 1 जनवरी को अच्छी ठंड रहेगी. दिन का तापमान काफी नीचे आएगा.
इसलिए मौसम बदला
पाकिस्तान में पश्चिमी विक्षोभ चक्रवातीय घेरे के रूप में सक्रिय है. एक ट्रफ लाइन पश्चिमी मध्यप्रदेश से गुजर रही है. पाकिस्तान के दक्षिणी हिस्से में चक्रवातीय गतिविधियां अरब सागर के काफी पास है. इसी कारण बहुत ज्यादा नमी आ रही है. इसका असर ट्रफ लाइन में काफी अस्थिरता के साथ दिखाई देने लगा है.
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