ट्रेंडिंगस्वास्थ्य

Guava in Cough And Cold: अमरूद करेगा सर्दी और खांसी की छुट्टी! डॉक्टर्स भी गिनवाते हैं फायदे

Guava in Cough And Cold: अमरूद, जो भरपूर विटामिन सी के लिए जाना जाता है, एंटीऑक्सीडेंट और इम्यूनिटी बढ़ाने वाले पोषक तत्वों का एक पावर हाउस है, लेकिन क्या उबले हुए अमरूद सर्दी और खांसी जैसी मौसमी बीमारियों से राहत दिलाने में मददगार हैं? चौंक गए न आप भी! जी हां, उबले हुए अमरूद की चाट खाने से सर्दी और खांसी से राहत मिल सकती है।

दरअसल, उबला हुए अमरूद की चाट सर्दी और खांसी के लिए एक घरेलू उपचार है। क्योंकि अमरूद में विटामिन सी की भरपूर मात्रा सेहत के लिए गुणकारी हो सकते हैं।

कैसे मदद करते हैं अमरूद

उबले हुए अमरूद चाट की भाप एयरवेज को खोलकर सांस लेने की समस्या में राहत दिलाने में मदद कर सकती है। इसके अलावा, अमरूद में नेचुरल शुगर और जरूरी पोषण मौजूद रहते हैं, जो शरीर को एनर्जी देते हैं, जिससे अक्सर बीमारी होने पर उससे जुड़ी थकान से निपटने में मदद मिलती है। इसके अलावा गर्माहट गले की खराश को भी ठीक कर सकती है, जिससे लगातार खांसी की वजह से होने वाली जलन से राहत मिलती है।

ये भी पढ़ें- संतरा, मौसमी खाने का सबसे बेस्ट टाइम सुबह या दोपहर; जानें क्यों?

अमरूद के प्रमुख कंपोनेंट में से एक है क्वेरसेटिन, एक फ्लेवोनोइड जो अपने एंटी इंफ्लेमेटरी और एंटीवायरल गुणों के लिए जाना जाता है। ये गुण सर्दी के लक्षणों को कम कर सकते हैं। इसके अलावा अमरूद की हाई फाइबर पाचन में सहायता करती है, ओवरऑल गट हेल्थ को बढ़ावा देती है, जो एक मजबूत इम्यूनिटी के लिए जरूरी है।हालांकि, ध्यान रखें कि यह उपचार का विकल्प नहीं है, लेकिन यह सर्दी के उपचार के लिए एक नेचुरल काम करता है।

अमरूद चाट कैसे बनाएं

सामग्री

  • 2 पके अमरूद
  • 2 चम्मच ब्राउन शुगर
  • 50 मिली पानी
  • ताजी कुटी हुई काली मिर्च
  • एक चुटकी चाट मसाला या काला नमक
  • नींबू का रस

बनाने का तरीका

  • अमरूद को धोकर उसके छोटे छोटे टुकड़े काट लें।
  • एक बर्तन में चीनी और पानी डालें और मिलाएं। धीमी आंच पर लगभग 10-15 min पकाएं।
  • मैशर का यूज करके मोटा-मोटा मैश करें। काली मिर्च, चाट मसाला या नमक और नींबू का रस डालकर मिलाएं और गर्मागर्म खाएं।
  • एक जरूरी बात अगर गले में खराश है, तो चाट मसाला की जगह काला नमक मिलाएं।

Disclaimer: इसमें दी गई जानकारी पाठक खुद पर अमल करने से पहले डॉक्टर या हेल्थ एक्सपर्ट से सलाह जरूर कर लें। Mpcgtimes की ओर से कोई जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है।

Read more- Landmines, Tanks, Ruins: The Afghanistan Taliban Left Behind in 2001 29 IAS-IPS

Show More
Back to top button