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CG में DA और HRA पर उठी आवाज: शालेय शिक्षक संघ ने केंद्र के बराबर मांगा एरियर्स, कहा- 5-15 हजार प्रति माह का नुकसान

भीषण गर्मी के बीच 16 जून से स्कूल खोलने का फरमान अव्यहारिक, 1 जुलाई से ही खुले स्कूल- वीरेंद्र दुबे

Demand for arrears of DA and HRA equal to the Central Government in Chhattisgarh: छ्ग के कर्मचारियों को समय पर केंद्र के बराबर DA और HRA नहीं मिलने से प्रत्येक कर्मचारी को यथापदक्रम 5000 से 15000 रुपये प्रतिमाह का नुकसान हो रहा है. कर्मचारियों के परिवार को हो रहे इस आर्थिक नुकसान की गणना करें तो विगत साढ़े चार साल में यह राशि लाखो की हो जाती है, जिससे छ्ग के कर्मचारियों में बड़ा आक्रोश है. छ्ग शालेय शिक्षक संघ ने छ्ग शासन से मांग किया है कर्मचारियों की इस तरह अनदेखी न किया जाए और केंद्र के बराबर DA और HRA देय तिथि से तथा उसका एरियर्स शीघ्र प्रदान किया जाए.

छ्ग शालेय शिक्षक संघ के प्रांताध्यक्ष वीरेंद्र दुबे ने प्रदेश सरकार द्वारा कर्मचारियों की उपेक्षा किये जाने से नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि आज तक कभी भी कर्मचारियों को DA जैसी नियमित दिए जाने वाले भत्ते के लिए मांग या आंदोलन करने की आवश्यकता नहीं पड़ी, लेकिन पिछले साढ़े चार साल से प्रदेश के कर्मचारियों को केंद्र के बराबर DA और HRA जैसे अधिकारों से कर्मचारियों को वंचित होना पड़ा है.

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प्रदेश का कर्मचारी परिवार बड़े आर्थिक नुकसान को झेल रहा है. अभी छ्ग के कर्मचारियों को केंद्र से 9% पीछे DA दिया जा रहा है, अभी केंद्र सरकार 4% और DA बढाने की तैयारी में है यदि इसकी घोषणा भी हो गई तो राज्य के कर्मचारी केंद्र से 13% पीछे हो जाएंगे जो कि अत्यंत निराशाजनक हैं.

शालेय शिक्षक संघ ने केंद्र के बराबर देय तिथि से DA और HRA तथा उसके एरियर्स की मांग की है,शीघ्र प्रदाय न करने की स्थिति में सन्गठन द्वारा आंदोलन की रणनीति बनाई जा रही है.

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प्रदेश महासचिव धर्मेश शर्मा और प्रदेश मीडिया प्रभारी जितेंद्र शर्मा ने बताया कि प्रदेश में भीषण गर्मी और हीट वेव के बीच स्कूल खुलने का फरमान अव्यवहारिक है,सुबह 8 बजे के बाद घर से निकलना जहां वयस्को के लिए पीड़ादायक होता है वहाँ 16 जून से 10 से 4 स्कूल लगाकर बच्चों को स्कूल बुलाना उनके बच्चों के स्वास्थ से खेलना है.

प्रदेश के हजारों स्कूल सुविधाविहीन हैं. बिजली, पानी,पंखें, कूलर जैसी आवश्यकताओं से वंचित हैं. ऐसे में 16 जून से स्कूल खोलना विद्यार्थियों और शिक्षकों के साथ अन्याय है अव्यवहारिक है. 1 जुलाई से ही स्कूल खोलना ज्यादा उचित होगा. तब तक प्रदेश में मानसून आ चुका होगा और पानी गिरने से प्रदेश का तापमान भी गिर चुका होगा.

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छ्ग शालेय शिक्षक संघ के समस्त प्रांतीय,जिला व ब्लाक पदाधिकारियों तथा समस्त शिक्षकों ने मांग किया है कि जल्द से जल्द केंद्र के बराबर DA और HRA देय तिथि से एरियर्स सहित प्रदाय किया जावे,तथा स्कूल 16 जून की जगह पर 1 जुलाई से खोला जाए.

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