छत्तीसगढ़जुर्मस्लाइडर

छत्तीसगढ़ में पत्रकार का मर्डर: घर से कुछ दूर ग्राउंड में मिली लाश, पत्नी की भूमिका संदिग्ध

Chhattisgarh MCB Murder of journalist youth: छत्तीसगढ़ के एमसीबी जिले के मुख्यालय मनेंद्रगढ़ के चनवारीडांड़ स्थित मौहारीपारा मैदान के पास एक युवक की खून से लथपथ लाश मिली। पेशे से पत्रकार युवक अपनी पत्नी और बेटी के साथ पास में ही किराये के मकान में रहता था। घटना की सूचना मिलने पर मनेंद्रगढ़ पुलिस मौके पर पहुंची। अंबिकापुर से फोरेंसिक टीम मनेंद्रगढ़ पहुंच रही है। आशंका जताई जा रही है कि युवक की घर में ही हत्या कर शव को फेंक दिया गया है। घटना मनेंद्रगढ़ कोतवाली क्षेत्र की है।

जानकारी के मुताबिक, चनवारीडांड़ स्थित डिपो के पीछे मौहारीपारा में लोगों ने युवक का शव देखा और पुलिस को सूचना दी। सूचना पर मनेंद्रगढ़ टीआई अमित कृष्ण कश्यप सहित पुलिस टीम मौके पर पहुंची। युवक की पहचान रईस अहमद (40) के रूप में हुई है। शव औंधे मुंह पड़ा मिला। युवक पेशे से पत्रकार था. घटना की सूचना मिलने पर एमसीबी एसपी सिद्धार्थ तिवारी समेत पुलिस अधिकारी भी मौके पर पहुंचे।

हत्या कर शव घर में फेंके जाने की आशंका

पुलिस जांच में पता चला कि रईस अहमद पिछले एक महीने से अपनी पत्नी और तीन साल की बेटी के साथ चनवारीडांड़ में किराए के मकान में रह रहा था. उसका शव घर से करीब दो सौ मीटर दूर मिला। घर के पास ही खून से लथपथ एक तौलिया भी मिला। आशंका है कि रईस अहमद की हत्या घर में या घर के आसपास ही की गयी है. वहां से शव को खेत में फेंक दिया।

सुबह फोन आया तो वह बाइक चलाकर घर आ गया

पुलिस की शुरुआती जांच में पता चला है कि रईस अहमद के मोबाइल फोन पर सुबह करीब 5 बजे दो-तीन कॉल आईं। सुबह एक युवक भी बाइक से उनके घर आया, जो डेढ़ घंटे बाद करीब साढ़े छह बजे घर से चला गया। बताया गया है कि रात एक बजे तक रईस अहमद अन्य पत्रकारों के साथ थे. देर रात वह घर गया और सुबह हत्या की जानकारी मिली।

अंबिकापुर से फोरेंसिक टीम पहुंच रही

घटना की जानकारी मिलने पर अंबिकापुर से फॉरेंसिक टीम मनेंद्रगढ़ के लिए रवाना हो गई है. पुलिस मामले में मृतक रईस अहमद की पत्नी से भी पूछताछ कर रही है. घटना पर बड़ी संख्या में लोग पहुंचे थे. पुलिस ने लोगों को घटनास्थल पर जाने से रोक दिया है. पुलिस अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए हैं. पुलिस को जल्द ही मामले में सुराग मिलने की उम्मीद है।

Read more- Landmines, Tanks, Ruins: The Afghanista Taliban Left Behind in 2001 29 IAS-IPS

Show More
Back to top button