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फेसबुक पर फ्रॉड: CISF जवान बताकर दिया बाइक बेचने का विज्ञापन, फिर ट्रांसपोर्ट से भेजने का झांसा दे ठगे 56 हजार

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छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर में फेसबुक पर बाइक बेचने का विज्ञापन देकर एक युवक से 56 हजार रुपये की ठगी हो गई। शातिर ठग ने खुद को CISF का जवान बताया और युवक से रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर करने के लिए कहे। कहा कि वह ट्रांसपोर्ट के जरिए बाइक भेज देगा। उसकी बातों में आकर युवक ने रुपये दे दिए, लेकिन बाइक नहीं मिली। इसके बाद युवक मंगलवार को थाने पहुंचा और मामला दर्ज कराया। 

सीएसपी स्मृतिक राजनाला ने बताया कि कोतवाली थाने में संजय लकड़ा ने 56 हजार रुपये की ठगी होने की शिकायत दर्ज कराई। संजय लकड़ा ने बाइक के लिए फेसबुक पर विज्ञापन देखा था। उसने विज्ञापन के साथ दिए गए मोबाइल नंबर पर संपर्क किया। कॉल रिसीव करने वाले ने खुद को सीआईएसएफ का जवान बताया और उसने युवक को बाइक बेचने का झांसा देकर 56 हजार रुपये में सौदा तय कर किया। 

शातिर ठग ने संजय को बताया कि वह मूल रूप से जांजगीर-चांपा का निवासी है और ट्रांसपोर्ट से बाइक भेज देगा। उसने भरोसा जीतने के लिए सीआईएसएफ की वर्दी और आईडी कार्ड भी ऑनलाइन दिखाया। इस पर संजय को भरोसा हो गया। उसने ठग के बताए एकाउंट नंबर में रुपये ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद संजय को बाइक नहीं मिली। उसने नंबर पर संपर्क किया तो वह भी स्विच ऑफ था। 

सोशल मीडिया बन रहे ठगी का माध्यम
ऑनलाइन सोशल मीडिया में लगातार यूजर बढ़े हैं और अब यही ठगी का माध्यम भी बन रहा है। फेसबुक, ओएलएक्स व अन्य सोशल साइटों पर बाइक, कार बिक्री के विज्ञापन फ्री में पोस्ट होते हैं। इसे माध्यम बनाकर ठग लोगों को शिकार बना रहे हैं। सीएसपी स्मृतिक राजनाला ने कहा कि ऐसे विज्ञापनों से सावधान रहने की जरूरत है।

विस्तार

छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर में फेसबुक पर बाइक बेचने का विज्ञापन देकर एक युवक से 56 हजार रुपये की ठगी हो गई। शातिर ठग ने खुद को CISF का जवान बताया और युवक से रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर करने के लिए कहे। कहा कि वह ट्रांसपोर्ट के जरिए बाइक भेज देगा। उसकी बातों में आकर युवक ने रुपये दे दिए, लेकिन बाइक नहीं मिली। इसके बाद युवक मंगलवार को थाने पहुंचा और मामला दर्ज कराया। 

सीएसपी स्मृतिक राजनाला ने बताया कि कोतवाली थाने में संजय लकड़ा ने 56 हजार रुपये की ठगी होने की शिकायत दर्ज कराई। संजय लकड़ा ने बाइक के लिए फेसबुक पर विज्ञापन देखा था। उसने विज्ञापन के साथ दिए गए मोबाइल नंबर पर संपर्क किया। कॉल रिसीव करने वाले ने खुद को सीआईएसएफ का जवान बताया और उसने युवक को बाइक बेचने का झांसा देकर 56 हजार रुपये में सौदा तय कर किया। 

शातिर ठग ने संजय को बताया कि वह मूल रूप से जांजगीर-चांपा का निवासी है और ट्रांसपोर्ट से बाइक भेज देगा। उसने भरोसा जीतने के लिए सीआईएसएफ की वर्दी और आईडी कार्ड भी ऑनलाइन दिखाया। इस पर संजय को भरोसा हो गया। उसने ठग के बताए एकाउंट नंबर में रुपये ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद संजय को बाइक नहीं मिली। उसने नंबर पर संपर्क किया तो वह भी स्विच ऑफ था। 

सोशल मीडिया बन रहे ठगी का माध्यम

ऑनलाइन सोशल मीडिया में लगातार यूजर बढ़े हैं और अब यही ठगी का माध्यम भी बन रहा है। फेसबुक, ओएलएक्स व अन्य सोशल साइटों पर बाइक, कार बिक्री के विज्ञापन फ्री में पोस्ट होते हैं। इसे माध्यम बनाकर ठग लोगों को शिकार बना रहे हैं। सीएसपी स्मृतिक राजनाला ने कहा कि ऐसे विज्ञापनों से सावधान रहने की जरूरत है।

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