Chhattisgarh Legislative Assembly Session: छत्तीसगढ़ विधानसभा का मानसून सत्र आधिकारिक तौर पर 18 से 21 जुलाई तक निर्धारित किया गया है. राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन ने इस पर अपनी मुहर लगा दी है और विधानसभा सचिवालय ने सत्र को लेकर अधिसूचना जारी कर दी है. चार दिनों तक चलने वाले इस सत्र में सरकार का तीसरा पूरक पेश किया जाएगा. साथ ही इस मानसून सत्र में विधायकों को ऑनलाइन सवाल पूछने का मौका मिलेगा.
जानिए क्यों खास रहेगा यह सत्र
इसके अलावा सत्र के दौरान विशिष्ट विधायकों व पत्रकारों को सम्मानित किया जाएगा. बता दें कि राज्य की पांचवीं विधानसभा के अंतिम सत्र के रूप में आगामी मानसून सत्र में चुनावी वर्ष को देखते हुए सरकार की आकर्षक घोषणाओं और सरकार को घेरने के लिए विपक्ष के जोरदार प्रयासों, दोनों का गवाह बनने की उम्मीद है. इसलिए छत्तीसगढ़ विधानसभा का यह आखिरी सत्र बेहद खास होगा.
कम से कम 10 दिन का हो मानसून सत्र : नेता प्रतिपक्ष
विधानसभा का प्रस्तावित मानसून सत्र जुलाई में चार दिनों के लिए निर्धारित है. आपको बता दें कि इसको लेकर नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने विधानसभा में मानसून सत्र की अवधि कम से कम 10 दिन करने की मांग की है. अध्यक्ष और सरकार को संबोधित एक पत्र में, चंदेल ने विधायकों को अपने विचार और विचार व्यक्त करने के लिए उपलब्ध सीमित समय पर प्रकाश डाला.
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उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि सभी विधायक प्रभावी ढंग से अपनी राय व्यक्त करने की आकांक्षा रखते हैं. मानसून सत्र के महत्व पर जोर देते हुए चंदेल ने विधानसभा अध्यक्ष और सरकार से क्षेत्रीय मुद्दों और राज्य के महत्व के मामलों पर व्यापक चर्चा सुनिश्चित करने के लिए इसकी अवधि बढ़ाने की अपील की.
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