

प्रेस कॉन्फ्रेंस लेते बृजमोहन अग्रवाल, राजेश मूणत और अनुराग अग्रवाल
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छत्तीसगढ़ बीजेपी ने अपने प्रदेश कार्यालय एकात्म परिसर में प्रेसवार्ता कर प्रधानमंत्री आवास मुद्दे पर राज्य सरकार को घेरा है। वरिष्ठ भाजपा नेता बृजमोहन अग्रवाल ने इस दौरान भूपेश सरकार पर जमकर आरोप लगाए। निशाना साधते हुए कहा कि विधानसभा में सीएम झूठ बोलते हैं। सीएम बोलते हैं कि हम सर्वे कराएंगे। वे चलाचली की बेला में कौन सा सर्वे कराएंगे?। वो लोगों को गुमराह करना और गरीबों का आवास छिनना बंद करें।
इतना नहीं पूर्व मंत्री ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि मैंने धर्म और अर्धम की बात की थी। क्या ये धर्म है कि एक पेटी सरकारी होगी और दो पेटी कांग्रेसी?, ये कैसा धर्म है? , ये एक पेटी और दो पेटी वाली सरकार है। राज्य सरकार जनता को लुटने का काम कर रही है। सरकार आंकड़ों की बाजीगरी कर रही है। राज्य सरकार नए नए वादे कर रही है। 6 महीने बचे हैं और सरकार घोषणाएं की जा रही हैं। टेंडर की प्रक्रिया होते होते ही 6 महीने बीत जाएंगे। कांग्रेस सरकार बहरी है। वहीं राम-रावण की सेना पर कहा जो धर्म युद्ध करेगा वो जीतेगा। जो अधर्म करेगा वो हारेगा।
15 मार्च को होगा छत्तीसगढ़ विधानसभा का घेराव
बृजमोहन ने कहा कि राज्य सरकार गरीबों का हक छीन रही है। प्रधानमंत्री आवास योजना के मकान प्रदेश के 20 लाख पात्र लोगों को नहीं मिले। ऐसे लोगों की आवाज बुलंद करने के लिए 15 मार्च को पूरे प्रदेश से लोग रायपुर में एकत्र होंगे और विधानसभा का घेराव किया जाएगा।
…तो मंत्री डहरिया के घर पर कब्जा कर लेते
बृजमोहन अग्रवाल आरंग में मोर आवास अभियान में शामिल हुए। वहां पर मंत्री शिव डहरिया के निवास का घेराव किया। अग्रवाल ने कहा कि जनता में इतना गुस्सा है कि वहां 5 हजार लोग शामिल हुए थे। बैरिकेड तोड़कर लोग मंत्री डहरिया के घर के करीब पहुंच गए थे। उन्होंने कहा कि हम तो डहरिया के घर में कब्जा कर लेते लेकिन शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन करके लौट आए।
सीएम भूपेश से किया सवाल
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से सवाल करते हुए पूछा कि मुख्यमंत्री बने भूपेश बघेल को आज साढ़े चार साल हो गए हैं। उन्होंने 61 हजार करोड़ कर्ज का बोझ जनता के सिर पर रख दिया है। बावजूद राज्य में मूलभूत सुविधाओं का अभाव क्यों है? प्रदेश की कांग्रेस सरकार लोगों को न छत दे रही है ना पीने के लिए स्वच्छ जल की व्यवस्था कर रही है। सरकार ने आखिर इन कर्ज के पैसों का किया क्या है यह बड़ा गंभीर सवाल है? क्या कांग्रेस की सरकार छत्तीसगढ़ीयों के नाम पर कर्ज लेकर कांग्रेस पार्टी को घी पिला रही है? अगर ऐसा नहीं है तो गांव गरीब का विकास क्यों नहीं हो रहा है?
‘राज्य सरकार उदासीन’
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पूरे देश के राज्यों में गरीबों को पक्का मकान मिल रहा है। लेकिन कांग्रेस शोषित आदिवासी, दलित, पिछड़ा वर्ग बाहुल्य छत्तीसगढ़ एक ऐसा राज्य है, जहां के गरीब पक्के छत के लिए तरस रहा है। प्रधानमंत्री होने के नाते नरेंद्र मोदी ने अपने हिस्से का आर्थिक योगदान राज्य को दे रहे है लेकिन भूपेश बघेल की सरकार उदासीन है। मुख्यमंत्री सदन में 2011 जनगणना के आंकड़े की बात कहकर अपनी जिम्मेदारी से बचना चाहते हैं। हम तो कहते हैं आपके पूर्व पंचायत मंत्री के इस्तीफे में उल्लेखित 8 लाख आवासहीनो को छत दे दो बाकी जो सर्वे आप कराओ उन्हें देते रहना।
मूणत बोले- छत्तीसगढ़ की जनता को गुमराह कर रही भूपेश सरकार
पूर्व मंत्री और भाजपा प्रवक्ता राजेश मूणत ने पत्रवार्ता में कहा कि प्रधानमंत्री आवास पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल छत्तीसगढ़ की जनता को गुमराह कर अपनी जिम्मेदारी से भाग रहे हैं। वे कितनी भी कोशिश करें, भारतीय जनता पार्टी उन्हें बेनकाब करने से पीछे हटने वाली नहीं है। भूपेश बघेल गरीबों का आवास छीनकर बैठे हैं और आवास योजना में हिस्सेदारी करने की बजाय निराधार बातें करते हैं।
भाजपा नेताओं ने कहा कि मुख्यमंत्री ने बजट भाषण में कहा कि अब तक 8,42,289 आवास पूर्ण हुए हैं जबकि सत्य यह है कि दिसम्बर 2018 में भूपेश सरकार बनी तब तक भाजपा शासन के 3 वर्षों में – 7,56,765 आवास स्वीकृत हो चुके थे। लगभग बन चुके थे। इस दौरान पत्रकार वार्ता में भाजपा प्रदेश सहमीडिया प्रभारी अनुराग अग्रवाल उपस्थित रहे।
बीजेपी ने उठाए सवाल
1. प्रधानमंत्री आवास योजना का लक्ष्य पूरा करने के प्रयास क्यों नहीं किये गए?
2. भाजपा सरकार ने 7.5 लाख आवास बना दिये थे। इसके बाद कांग्रेस ने अब तक कितने आवास बनाये, स्पष्ट और सत्य जानकारी क्यों नहीं दे रहे?
3. नए सर्वे का शिगूफा क्यों?
4. क्या भूपेश बघेल नई आवास योजना बना रहे हैं?
5. अब 9 माह के कार्यकाल में कितने आवासहीन परिवारों को आवास मिलेगा, क्या गारंटी है?
6. पंचायत, ग्रामीण विकास मंत्री सिंहदेव ने इस्तीफा क्यों दिया?
7. सिंहदेव ने अपने इस्तीफे में जिन आठ लाख परिवार को आवास न देने का जिक्र किया था। भूपेश जी उन्हें पहले मकान आवंटन प्रारंभ क्यों नहीं कर रहे हैं।
8. नए भारसाधक मंत्री ने आवास निर्माण के लिए अब तक क्या कदम उठाए?
9. आवास योजना के केंद्र के 10 हजार करोड़ से छत्तीसगढ़ को वंचित करने का अपराधी कौन है?
10. प्रधानमंत्री आवास योजना में 4 साल की प्रगति, केंद्रीय प्रयास, राज्य के व्यवधान पर भूपेश सरकार श्वेत पत्र जारी करे।
भाजपा नेताओं ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास शहरी योजना प्रदेश में तीन भिन्न नामों से संचालित है –
- मोर जमीन – मोर मकान
- जिनके पास स्वयं या पट्टे की ज़मीन हो।
- मोर मकान – मोर चिन्हारी
- झुग्गी बस्तियों में समूह में आवास बना कर दिया जाता है।
- मोर मकान – मोर आस
- चिन्हारी के अंतर्गत समूह में बने आवास को किराये पर रहने वाले आवास हीनों को दिया जा रहा है।