गिरीश जगत, गरियाबंद: Supply of paddy from Odisha to Gariaband with help of biker gang: गरियाबंद जिले के उत्पादन प्रभावित सीनापाली क्षेत्र में बाइकर्स गैंग की मदद से ओडिशा का धान धड़ल्ले से पार किया जा रहा है। ढाई किलोमीटर के रास्ते में 20 से ज्यादा बाइक सवार रेकी करते हैं। प्रतिदिन 24 घंटे 7 पिकअप के माध्यम से 30 से 40 खेप धान की आपूर्ति की जा रही है। इसके बदले में गैंग को 1,000 रुपये देने होते हैं.
दरअसल, कम बारिश के कारण सिनापाली खरीदी केंद्र के किसानों ने धान खरीदी शुरू होने से पहले ही प्रशासन को पत्र लिखकर सूखे की समस्या से उत्पादन प्रभावित होने का हवाला देते हुए अन्य मदद की मांग की थी। गत 11 दिसंबर से अचानक उसी क्षेत्र के किसानों के खाते में धान बिकना शुरू हो गया। 2200 रूपये प्रति क्विंटल की दर से धान की घर पहुंच सेवा प्रदान की जा रही है।
किसानों ने विरोध किया तो धमकी दी
हालाँकि कुछ किसानों ने अवैध परिवहन का विरोध किया, लेकिन उन्हें डरा-धमका कर चुप करा दिया गया। यह गिरोह 2021 से सक्रिय है। दिसंबर माह में मंडी इंस्पेक्टर ने कांडा मुड़ा रोड पर अवैध धान परिवहन कर रहे दो वाहनों को जब्त किया था, लेकिन बाइकर्स गैंग लाठी-डंडों से लैस होकर पहुंचे और वाहन छुड़ा ले गए। इस घटना के बाद पुलिस अलर्ट हुई तो अवैध परिवहन रुक गया. अब गिरोह फिर से अवैध परिवहन कर रहा है।
प्रति यात्रा 1000 रुपये पर पूरी सुरक्षा
इस काम को अंजाम देने के लिए सप्लायर से प्रति ट्रिप 1,000 रुपये की रकम तय की गई है. सिंडिकेट में 7 वाहन शामिल हैं। इन गाड़ियों के अलावा अगर किसी और को सुरक्षा चाहिए तो उसे 2500 रुपये देने होंगे. सब कुछ कंदामुडा रोड पर एक घर से संचालित होता है. कौन सा वाहन किस समय गुजरा और कितनी खेप गुजरी, इसका भी लेखा-जोखा होता है।
गैंग के लोगों को जगह-जगह तैनात किया गया
गिरोह बाहरी लोगों के विरोध को दबाने के अलावा पूरे रास्ते पर आसानी से संकेतक भी लगा देता है। गिरोह के सदस्य सिनापाली प्रवेश मार्ग से लेकर पेट्रोल पंप और फिर कंदामुडा मार्ग पर तैनात हैं, जो उन्हें गिरफ्तार करने निकली टीम को चेतावनी देते हैं. यही कारण है कि अब तक अवैध परिवहन में लगे एक भी वाहन नहीं पकड़े गये हैं.
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