Bhupesh Sarkar unemployed took out Arthi rally in Chhattisgarh: कला संकाय के बैनर तले डी.एड.बी.एड. वेलफेयर एसोसिएशन, छत्तीसगढ़ प्रशिक्षित डीएड.बी.एड संघ ने आज राजधानी रायपुर के बुढातालाब धरना स्थल पर प्रदर्शन किया. इसमें प्रदेश भर से हजारों की संख्या में बेरोजगार युवक राजधानी पहुंचे और राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. अपनी मांगों को लेकर जमकर प्रदर्शन किया.
प्रदर्शनकारी युवाओं का कहना है कि छत्तीसगढ़ में विभिन्न विभागों में रिक्त पदों की संख्या लाखों में है. इसके बावजूद अभी भर्ती नहीं हो पाई है. छत्तीसगढ़ सरकार ने हाईकोर्ट में आरक्षण लंबित होने की बात कहकर पिछले 1 साल से भर्ती पर रोक लगा रखी है. इस वजह से शिक्षा, स्वास्थ्य, पुलिस, पुस्तकालयाध्यक्ष, राजस्व, जल संसाधन, कृषि, बिजली, पशु चिकित्सा जैसे बड़े विभागों में कई पद खाली हैं, लेकिन अभी तक इन पदों पर भर्ती नहीं हो सकी है. बेरोजगार युवाओं ने राज्य सरकार से इन पदों पर जल्द भर्ती शुरू करने की मांग की है.
बेरोजगार युवाओं में मायूसी
युवाओं ने बताया कि प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल ने अगस्त 2022 में 10 हजार से अधिक शिक्षक एवं अन्य पदों पर भर्ती की घोषणा की थी, आज तक न तो उनकी अधिसूचना जारी हुई और न ही भर्ती की प्रक्रिया शुरू हुई. इससे बेरोजगारों में काफी मायूसी है.
इन विभागों में हजारों पद खाली
शिक्षा विभाग में विज्ञान, शिक्षक कला, शिक्षक व्यायाम, शिक्षक लाइब्रेरियन, उपनिरीक्षक, पुलिस भर्ती, दिव्यांगों के लिए विशेष शिक्षक, प्रयोगशाला शिक्षक, कनिष्ठ अभियंता सहायक, प्रोफेसर, आरआई, पटवारी, अमीन पटवारी, छात्रावास अधीक्षक, व्यापमं भर्ती से बेरोजगार युवा शामिल हुए हैं. , सीजीपीएससी, सहकारी, वन रक्षक, होमगार्ड, पशु चिकित्सक, एडीओ, एबियो, सहायक ग्रेड 1,2,3, नगर सेना, जिला बल, स्वास्थ्य विभाग ने कई पदों पर भर्ती की मांग की है. दूसरी ओर, छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय द्वारा निर्देशित 50% आरक्षण रोस्टर के अनुसार चुनाव से पहले भर्ती प्रक्रिया शुरू करने की मांग की गई है.
कला संकाय के शिक्षक पदों पर 12 साल से कोई भर्ती नहीं
युवकों ने बताया कि छत्तीसगढ़ प्रशिक्षित डीएड.बी.एड यूनियन ने पिछले 12 साल से शिक्षकों की भर्ती नहीं की है, जिसके लिए बेरोजगारों ने सरकार की अर्थी मुंडवाकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया.
इसके साथ ही एसआई भर्तीकर्ताओं ने बूढ़ापारा तालाब के पास कटोरा लेकर छत्तीसगढ़ सरकार से नियुक्ति की गुहार लगाई और सरकार से गुहार लगाई. इसके बाद भी अभी तक कोई फैसला नहीं लिया गया है. भर्ती की आवश्यकता नहीं है.
‘2500 में परिवार का भरण पोषण संभव नहीं’
छत्तीसगढ़ प्रशिक्षित डीएड और बीएड संघ के पदाधिकारियों ने कहा कि आज युवाओं को रोजगार भत्ता नहीं बल्कि नौकरी की जरूरत है. आज हर परिवार में एक से बढ़कर एक युवा हैं जो अपने कौशल के अनुसार काम करना चाहते हैं, लेकिन सरकार उन्हें रोजगार देने के बजाय 2500 रुपये का लॉलीपॉप थमा रही है. आज के महंगाई के दौर में केवल 2500 रुपए से परिवार का भरण-पोषण संभव नहीं है.
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भर्ती के लिए युवा सड़क पर उतरने को विवश हैं, जिसके लिए राज्य सरकार जिम्मेदार है. यह सरकार की बड़ी नाकामी है, जिसे वह बेरोजगारी भत्ता देकर छुपाना चाहती है. युवाओं ने चेतावनी दी कि अगर उनकी मांगों पर विचार नहीं किया गया तो विधानसभा चुनाव में सरकार को गंभीर परिणाम भुगतने होंगे.