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जाते मानसून ने लाई तबाही ! अन्नदाताओं पर बाढ़ के बाद अब बारिश की मार, खेतों में पकी हुई खड़ी धान की फसल तबाह…

श्योपुर। जिले में रविवार-सोमवार की रात से लेकर सुबह तक हुई भारी बारिश (Heavy rain in sheopur) के परिणाम स्वरूप दर्जन भर गांवों में किसानों की फसल बर्बाद हो गई है. वहीं सोई कलां क्षेत्र के दर्जन भर गांवों के खेतों में घुटनों-घुटनों तक पानी भर गया है. भारी बारिश से किसानों की हजारों बीघा खड़ी धान की फसल खराब हो गई.
कलेक्टर ने पटवारियों को दिए आदेश
आपको बता दें कि रविवार शाम को तेज बारिश के साथ हुई झमाझम बारिश के चलते, बड़ौदा और सोई कलां क्षेत्र के मेवाड़ा, प्रेमसर, भगड़वा, धोटी, जगदेश्वर, पनवाड़ा, मानपुर, सांमरसा सहित दो दर्जन से अधिक गांव में खड़ी हजारों बीघा धान (Paddy farming in sheopur) की फसल बर्बाद हो गई है.
आपको बता दें कि रविवार शाम को तेज बारिश के साथ हुई झमाझम बारिश के चलते, बड़ौदा और सोई कलां क्षेत्र के मेवाड़ा, प्रेमसर, भगड़वा, धोटी, जगदेश्वर, पनवाड़ा, मानपुर, सांमरसा सहित दो दर्जन से अधिक गांव में खड़ी हजारों बीघा धान (Paddy farming in sheopur) की फसल बर्बाद हो गई है.

वहीं सरसों की फसल को लेकर भी किसानों की चिंता बढ़ गई है. हालांकि कलेक्टर शुभम वर्मा (Sheopur Collector) ने मौजूदा हालातों को देखते हुए जिले भर के सभी हलका पटवारियों को बारिश में हुए नुकसान की सर्वे के तत्काल तहसीलदारों को रिपोर्ट सौंपने के आदेश भी दे दिए हैं

जिले में हुई बारिश को लेकर किसानों का कहना है कि पहले बाढ़ ने बर्बाद कर दिया था और अब बारिश की मार से फसल तबाह हो गई है. कर्जा लेकर फसल तैयार की थी. बारिश के चलते खेतों में खड़ी हुई धान की पकी फसल पूरी तरह नष्ट हो गई. खेतों में घुटनों-घुटनों तक पानी भर गया है. वहीं किसानों ने सरकार से मांग की है कि जिन लोगों की फसल नष्ट हुई है, उन्हें जल्द से जल्द उचित मुआवजा प्रदान किया जाए.
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