पुलिस के गले की फांस बनी अल्ताफ की मौत: प्रेम-प्रसंग मामले में पुलिस ने पकड़ा, फिर थाने के अंदर फंदे पर लटकी मिली लाश
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश की कासगंज पुलिस इन दिनों चर्चाओं में बनी हुई है. इसका कारण पुलिस की हरकत नहीं बल्कि थाने में एक युवक की मौत है. पुलिस हिरासत में मौत का ये मामला यूपी पुलिस के लिए फंदा बन गया है. पुलिस पर हर तरफ से सवाल उठ रहे हैं. खासकर पुलिस की उस थ्योरी पर सवाल उठ रहे हैं, जिसे पुलिस ने इस मौत की वजह बताया है. साफ कहा जाए तो पुलिस ने कासगंज के युवक अल्ताफ की मौत को इस कदर उलझा दिया है कि अब पीड़ित परिवार सीबीआई जांच की मांग कर रहा है.
जानकारी के मुताबिक प्रेम प्रसंग के मामले में पुलिस 22 वर्षीय युवक अल्ताफ को पकड़कर थाने ले गई थी, जिसके पाद थाने में फंदे पर लटकी उसकी लाश मिली थी. कासगंज पुलिस ने बताया कि अल्ताफ ने कोतवाली थाने के शौचालय में लगे 2 फीट के नल से एक टी-शर्ट के हुड से जुड़ी रस्सी से लटककर फांसी लगा ली. यह बात समझ से परे है कि ढाई फुट का आदमी कैसे 2 फुट के नल से लटक कर आत्महत्या कर सकता है. लेकिन पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में भी अल्ताफ की मौत की वजह फांसी बताई गई है.
अल्ताफ की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और पंचनामा की कॉपी भी अब तक मिल चुकी है. जिसमें लिखा है कि अल्ताफ को हांफने की स्थिति में अस्पताल लाया गया था यानी जब उसे अस्पताल लाया गया तो वह जिंदा था और दम घुटने से पीड़ित था. कासगंज पुलिस का यह भी कहना है कि अस्पताल ले जाने तक वह जिंदा था और इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.
पुलिस के सबूत और कागज चाहे जो भी कहें, लेकिन किसी का भी बयान उस पिता, मां और दादी के जख्मों को नहीं भर सकता. जिसने अपने बेटे और पोते को खो दिया है. माता-पिता की दुनिया तबाह हो गई है क्योंकि उनके अल्ताफ ने उन्हें छोड़ दिया है. घर में मातम का माहौल है, अल्ताफ की फातिया पढ़ ली गई है, लेकिन एक भी निवाला उसे घरवालों के घेरे से नीचे नहीं ला पा रहा है. पुलिस ने मामले की मजिस्ट्रियल जांच की सिफारिश की है, लेकिन परिवार अब सीबीआई जांच की मांग कर रहा है.
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