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MP News: उज्जैन के महाकाल मंदिर में भक्तों के बीच हाथापाई, वीडियो वायरल

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उज्जैन के महाकाल मंदिर में नई दर्शन व्यवस्था लागू होने के बावजूद भक्तों के बीच विवाद हो रहे हैं। भक्तों का कहना है कि गर्भगृह के गेट के पास भीड़ लगी रहती है। ठीक से दर्शन नहीं हो पाते हैं। सोमवार को एक बार फिर सभा मंडप मेें दर्शन की बात को लेकर भक्त आपस में लड़ लिए। इसका वीडियो भी वायरल हो गया, जबकि वहां फोटो खींचना भी प्रतिबंधित किया गया है। झगड़ा कर रहे भक्तों ने सभा मंडप की रैलिंग भी तोड़ दी। महाकाल मंदिर के गर्भगृह में 1500 रुपये की रसीद के बाद दर्शन की नई व्यवस्था शुरू की गई है।उसका समय भी निर्धारित है।
 

गर्भगृह मेें ज्यादा भीड़ न हो, इसलिए वहां ज्यादा लोगों को जाने नहीं दिया जाता है। रसीद कटवाने के बाद भी भक्त सभामंडप में खड़े रहकर अपनी बारी का इंतजार करते हैं। सोमवार को दो परिवार पहले दर्शन करने की बात पर झगड़ पड़े। कुछ देर बाद हाथा-पाई की नौबत आ गई और धक्का-मुक्की के कारण रैलिंग भी टूट गई। वायरल वीडियो मेें महिला के चीखने की आवाजें भी आ रही थीं। यह देख वहां के सुरक्षाकर्मी दौड़े और झगड़ रहे दोनों भक्तों को अलग-अलग किया।

आपको बता देें कि गर्भगृह मेें उज्जैन मेयर के फोटो को लेकर उठे विवाद के बाद भक्तों द्वारा सेल्फी लेने पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है, लेकिन अभी भी इस पर सख्ती से पालन नहीं हो पा रहा है। भक्तों को मोबाइल ले जाने की मनाही नहीं है और वे जानकारी के अभाव में सेल्फी लेते नजर आते हैं।

बाबा की शाही सवारी निकली
कार्तिक- अगहन माह मेें उज्जैन में बाबा महाकाल की शाही सवारी शाम को निकली। बाबा शाही अंदाज में पालकी पर सवार थे और भक्त पीछे-पीछे चल रहे थे। सशस्त्र पुलिस बल ने सलामी दी। सवारी से पहले गर्भगृह में महाकाल का अभिषेक किया गया। सवारी विभिन्न रूटों से होकर फिर महाकालेश्वर मंदिर पहुंची।

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उज्जैन के महाकाल मंदिर में नई दर्शन व्यवस्था लागू होने के बावजूद भक्तों के बीच विवाद हो रहे हैं। भक्तों का कहना है कि गर्भगृह के गेट के पास भीड़ लगी रहती है। ठीक से दर्शन नहीं हो पाते हैं। सोमवार को एक बार फिर सभा मंडप मेें दर्शन की बात को लेकर भक्त आपस में लड़ लिए। इसका वीडियो भी वायरल हो गया, जबकि वहां फोटो खींचना भी प्रतिबंधित किया गया है। झगड़ा कर रहे भक्तों ने सभा मंडप की रैलिंग भी तोड़ दी। महाकाल मंदिर के गर्भगृह में 1500 रुपये की रसीद के बाद दर्शन की नई व्यवस्था शुरू की गई है।उसका समय भी निर्धारित है।

 

गर्भगृह मेें ज्यादा भीड़ न हो, इसलिए वहां ज्यादा लोगों को जाने नहीं दिया जाता है। रसीद कटवाने के बाद भी भक्त सभामंडप में खड़े रहकर अपनी बारी का इंतजार करते हैं। सोमवार को दो परिवार पहले दर्शन करने की बात पर झगड़ पड़े। कुछ देर बाद हाथा-पाई की नौबत आ गई और धक्का-मुक्की के कारण रैलिंग भी टूट गई। वायरल वीडियो मेें महिला के चीखने की आवाजें भी आ रही थीं। यह देख वहां के सुरक्षाकर्मी दौड़े और झगड़ रहे दोनों भक्तों को अलग-अलग किया।

आपको बता देें कि गर्भगृह मेें उज्जैन मेयर के फोटो को लेकर उठे विवाद के बाद भक्तों द्वारा सेल्फी लेने पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है, लेकिन अभी भी इस पर सख्ती से पालन नहीं हो पा रहा है। भक्तों को मोबाइल ले जाने की मनाही नहीं है और वे जानकारी के अभाव में सेल्फी लेते नजर आते हैं।

बाबा की शाही सवारी निकली

कार्तिक- अगहन माह मेें उज्जैन में बाबा महाकाल की शाही सवारी शाम को निकली। बाबा शाही अंदाज में पालकी पर सवार थे और भक्त पीछे-पीछे चल रहे थे। सशस्त्र पुलिस बल ने सलामी दी। सवारी से पहले गर्भगृह में महाकाल का अभिषेक किया गया। सवारी विभिन्न रूटों से होकर फिर महाकालेश्वर मंदिर पहुंची।

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