छत्तीसगढ़मध्यप्रदेशस्लाइडर

डिंडौरी में सरपंच के चहेते ठेकेदार की मनमानी: बिना खुदाई कराए स्टॉप डैम के बेस का निर्माण, ब्लास्टिंग से दहल रहा इलाका

गणेश मरावी,डिंडौरी। मध्यप्रदेश के डिंडौरी जिले के अमरपुर क्षेत्र में ठेकेदारी प्रथा हावी है। यहां पर सरपंच-सचिव निर्माण कार्यों को ठेकेदार के हवाले कर बरी हो जाते है। जिसका फायदा उठाकर ठेकेदार मापदंडों को दरकिनार कर घटिया निर्माण कराते हुए शासन को लाखों का चूना लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ते हैं।

दरअसल, जनपद पंचायत अमरपुर के ग्राम पंचायत चांदपुर के पोषक ग्राम अमगांव में लगभग 14 लाख रुपए की लागत से स्टॉप डैम का निर्माण कराया जा रहा है। जिसमें सरपंच अम्रत सिंह परस्ते और सचिव गनपत सिंह के चहेते ठेकेदार रामकुमार के द्वारा बगैर नींव खुदाई कराए स्टॉप डैम का निर्माण कराया जा रहा है।

ग्रामीणों ने बताया कि स्टॉप डैम की बेस निर्माण की खुदाई के लिए ब्लास्टिंग किया जा रहा था। उसके बावजूद भी ज्यादा खुदाई नहीं किया गया है। ऊपर से ही बेस निर्माण के लिए ढलाई कराया जा रहा है। बताया गया कि बगैर खुदाई के बेस निर्माण कराने से आने वाले समय मे पानी लीकेज होने की समस्या हो सकती है।

चट्टानों में प्राक्कलन बनाकर करा रहे निर्माण

जानकारी के अनुसार ग्राम अमगांव में सरपंच अमृत सिंह परस्ते के घर के पास ही लगभग 14 लाख रु की लागत से स्टॉप डैम का निर्माण कराया जा रहा है। जिस स्थान में स्टॉप डैम का निर्माण कराया जा रहा है वहां पर चट्टान है, जहां पर खुदाई करना सभव नहीं हैं।

खनिज विभाग को बगैर सूचना के ब्लास्टिंग का उपयोग

सरपंच अमृत सिंह ने बताया कि खनिज विभाग को ब्लास्टिंग करने की जानकारी नहीं दी गई न ही अनुमति ली गई है। जबकि डिंडौरी जिला नक्सल प्रभावित क्षेत्र है। ऐसे में ठेकेदार पर बगैर सूचना के ब्लास्टिंग कराना प्रश्रचिन्ह खड़ा कर रहा है कि बड़ी मात्रा में विस्फोटक सामग्री कहां से आ रही है या फिर ब्लास्टिंग के लिए स्टॉक कर रखे हुए हैं, यह जांच का विषय है।

ब्लास्टिंग पर लगाई रोक

इस मामले को लेकर उपयंत्री अमित नानोटे ने कहा कि सूचना पर सहायक यंत्री के साथ निर्माण स्थल की निरीक्षण किया गया है। बेस निर्माण के लिए ब्लास्टिंग कराया जा रहा था। स्टॉप डैम की आसपास की जमीन क्रेक हो रहा था। जिसके चलते ब्लास्टिंग करने पर रोक लगा दिया गया है। अब उसमें 16 एमएम की सरिया लगाकर कार्य कराने के निर्देश दिए गए हैं।

Read more- Landmines, Tanks, Ruins: The Afghanistan Taliban Left Behind in 2001 29 IAS-IPS

Show More
Back to top button