Raipur Police Colony Jolly Massacre Murder Mystery: पुलिस कॉलोनी के हर ब्लॉक की एंट्री और पार्किंग पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. ब्लॉक ए वह जगह थी जहां जॉली रहता था. शाम 6 से 8 बजे के बीच उनका कैमरा बंद हो जाता था. इस दौरान जॉली की हत्या कर दी गई, क्योंकि शाम 7 बजे के बाद उसे किसी ने नहीं देखा और घर पर ताला लगा हुआ था.
Raipur Police Colony Jolly Massacre Murder Mystery: कॉलोनी में लगे सीसीटीवी कैमरे बंद कर दिए गए थे, जिससे माना जा रहा है कि हत्या पूरी प्लानिंग और सुपारी के तहत की गई है. हत्यारे और उसके साथियों को कालेनी के बारे में पूरी जानकारी थी. इसलिए उन्होंने कैमरे ही बंद कर दिए.
कैमरे की फुटेज चेक की जा रही
हत्यारों की प्लानिंग कामयाब रही, क्योंकि पुलिस को कहीं भी हत्यारे या किसी संदिग्ध की कोई फुटेज नहीं मिली. यह पता लगाया जा रहा है कि किस ब्लॉक के सीसीटीवी कैमरे कहां से संचालित होते हैं. कॉलोनी के पिछले एक सप्ताह के कैमरे की फुटेज चेक की जा रही है. पुलिस को एक संदिग्ध नंबर मिला है, जिसमें महिला लगातार बात करती थी.
जॉली को आखिरी बार शाम 7 बजे देखा गया था
Raipur Police Colony Jolly Massacre Murder Mystery: जॉली के क्वार्टर नंबर 4 के ठीक सामने रहने वाले सीएएफ जवान तारा सिंह ने बताया कि जॉली उनकी बहू लगती थी. सुबह जॉली ने गेहूं पिसवाने के लिए हमारे घर पर गिरा दिया था. शाम को मेरे बेटे ने गेहूं पिसवाया और जॉली के दरवाजे पर रख कर चला गया.
Raipur Police Colony Jolly Massacre Murder Mystery: शाम 7 बजे जॉली घर आई और अपने बेटे से कहा कि वह खाना मत बनाए, मैं उसके लिए बना दूंगी. उसके बाद जॉली नजर नहीं आई। रात 9 बजे मेरा बेटा जॉली के घर खाना लेने गया. दरवाज़ा बंद था, फिर उसने जॉली को फोन किया.
शिशुपाल की छोटी बहन को बुलाया
जॉली ने फोन नहीं उठाया. बेटे ने तीन-चार बार कोशिश की. कोई जवाब नहीं मिला तो मैंने अपनी पत्नी को फोन किया. क्योंकि वह हमेशा मस्त बातें करती थी. उसका फोन भी नहीं उठाया, फिर शिशुपाल की छोटी बहन को बुलाया गया, जो उसी कॉलोनी में रहती है. उसने भी आकर बुलाया.
नाराज होकर जॉली कहीं चली गई
जब किसी ने फोन नहीं उठाया तो हम असमंजस में पड़ गए कि शिशुपाल और जॉली के बीच फोन पर कोई विवाद तो नहीं हुआ. इससे नाराज होकर जॉली कहीं चली गई है. रात्रि 12 बजे शिशुपाल को बुलाया. उन्होंने फोन भी नहीं उठाया. रात एक बजे शिशुपाल का फोन आया. उन्होंने कहा कि जॉली से उनकी कोई बातचीत नहीं हुई है. फिर डायल-112 को फोन किया गया.
पिता ने कहा- शिशुपाल और उसके परिवार ने की हत्या
मृतक जॉली के पिता अशोक सिंह यूपी औरैया में प्रशासनिक सेवा में हैं. उनका आरोप है कि जॉली की हत्या शिशुपाल और उसके भाई-बहन ने मिलकर की है. हत्या में उसी का हाथ है. शिशुपाल जॉली पर तलाक के लिए दबाव बना रहा था. वह लगातार पुलिस क्वार्टर खाली करने की धमकी दे रहा था.
जॉली को परेशान कर रहा था शिशुपाल
Raipur Police Colony Jolly Massacre Murder Mystery: उन्होंने बताया कि शादी के कुछ साल बाद शिशुपाल ने जॉली को परेशान करना शुरू कर दिया. पांच साल पहले भी दोनों के बीच विवाद हुआ था. जब उन्हें इस बात की जानकारी हुई तो वे रायपुर आये. दोनों पक्षों ने बैठकर बातचीत की.
शिशुपाल ने दूसरी शादी कर ली
जब दोनों में समझौता हो गया तो वे चले गये. उसके बाद शिशुपाल उसे फिर से परेशान करने लगा, फिर ये बात सामने आई कि उन्होंने दूसरी शादी कर ली है. पिछले महीने मेरी छोटी बेटी की शादी थी, जिसमें शामिल होने के लिए जॉली 26 जनवरी को यूपी आई थीं. एक माह बाद वह 28 फरवरी को ही रायपुर वापस आई.
भतीजा अलग रहने चला गया
शिशुपाल के सबसे छोटे भाई का 22-23 साल का बेटा अंकित सिंह जॉली के साथ रहता था. वह डेढ़-दो साल तक अपनी मौसी के पास रहा, फिर अचानक 6 महीने पहले वह सड्डू में किराए पर रहने लगा. अंकित ने बताया कि वह कुत्ता पालने का काम करता है. पिछले 6 महीने से उनकी जॉली से कोई बातचीत नहीं हुई है. वह न तो घर गया और न ही कहीं मिला.
हत्यारा नाश्ता लाया था
Raipur Police Colony Jolly Massacre Murder Mystery: पुलिस के मुताबिक, जॉली की हत्या बेडरूम में की गई थी. उसे घसीट कर किचन के पास ले जाया गया है. फर्श पर घसीटने के निशान मिले. जॉली ने हत्यारे से बचने के लिए बहुत संघर्ष किया. इसका सबूत कमरे से मिला. हत्यारा कोई परिचित या करीबी हो सकता है, क्योंकि नाश्ते की तीन प्लेट मिली हैं. आशंका है कि हत्यारा जॉली के लिए नाश्ता लेकर आया था.
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