पुष्पराजगढ़। ये पुष्पराजगढ़ है साहब. यहां माफिया का काला कारोबार चल रहा है. सिस्टम नतमस्तक दिख रहा है. पुष्पराजगढ़ में क्रेशर ‘मौत’ बांट रहे हैं. माफिया इलाके को खोखला कर रहा है और सिस्टम मूकदर्शक बन बैठा है. डस्ट से पब्लिक बेहाल है. खेत बंजर हो रहे हैं. पानी का लेवल डाउन हो रहा है. शुद्ध फिजा में को धूल जहरीली बना रही है. पुष्पराजगढ़ में आखिर खनन माफिया को कौन संरक्षण दे रहा है ? . ये हर्राटोला में संचालित सरस्वती माइनिंग एंड स्टोन क्रेशर की कहानी है, जहां पर्यावरण और खनिज विभाग के सारे नियम कानून जमीन चाट रहे हैं.
दरअसल, आदिवासी अंचल पुष्पराजगढ़ क्षेत्र में अवैध उत्खनन और क्रेशरों के डस्ट से आम नागरिकों का जीना बेहाल हो गया है. वहीं हैवी ब्लास्टिंग से नदी नालों में पानी नहीं होने से मूक जानवर, पशु पक्षी पानी पीने को तरस रहे हैं. इतना ही नहीं ग्रामीण इलाकों में पानी का लेवल डाउन हो गया है.
वहीं डस्ट धूल से हमारी जिंदगी नरक बन चुकी है. खनन माफिया नही कर रहे अपनी अनुबंध का पालन न पानी छिडकाव न बाउंड्रीवाल का निर्माण, जिसके कारण हमारी उपजाऊ जमीनें बंजर हो चुकी हैं. रूप से देखा जा रहा है तो पुष्पराजगढ़ अंचल में सैकड़ों क्रेसर कुछ वैध कुछ अवैध तरीके से मांइनिंग विभाग की कृपा दृष्टि से बेखौफ फल फूल रहे हैं, जिसकी बानगी देखने को ग्राम पंचायत हर्राटोला ,पकरी टोला सोनियमार ,जरही , बरबसपुर बसही समेत कई गांवों में देखने को मिलती है.
यहां के नागरिकों का जीना दूभर हो चला है. आए दिन डस्ट के कारण खांसी कफ जैसी बीमारियों का सामना करना पड़ता है. जमीनों में डस्ट की परत जम चुकी है, जिसके कारण जमीनों में कुछ पैदा नहीं हो रहा है.
बताया जा रहा है कि उक्त क्रेसर माफिया जयप्रकाश शिवदासानी ऊर्फ जेठू है. ये इस क्षेत्र के जाने माने क्रेसर संचालक के रूप में जाने जाते हैं. इनकी पहुंच बड़े नेताओं और उच्च अधिकारियों तक बनी हुई है. कई बार ग्रामीणों ने शिकायत की है, लेकिन शिकायत चांदी की सिक्कों की खनक के आगे सब कचरे की टोकरी में डाल दिया जाता है.
क्रेशर माफिया कर रहा पुष्पराजगढ़ का दोहन
वहीं इस मामले में राम दुलारी सिंह सरपंच ग्राम पंचायत हर्राटोला का कहना है कि हम मौखिक में जेठू को बोल चुके हैं कि डस्ट बाहर जा रहा है, उसकी व्यवस्था करें. किसानों की जमीने बंजर हो रही हैं, लेकिन सरंक्षण के कारण न कार्रवाई हुई और न ही माफिया माना.
वहीं इस मामले में ग्राम पंचायत हर्राटोला उप सरपंच बबलू जायसवाल ने कहा कि पहले भी शिकायत हुई थी, तो मांइनिंग वाले आए थे, कार्रवाई किए थे, तो जेठू के द्वारा टैंकर खड़ा किया गया था. अब इस समय नहीं है.
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