2000 Crore Liquor Scam: 2000 करोड़ रुपये के शराब घोटाले में आबकारी विभाग के विशेष सचिव अरुण पति के करीबी शराब कारोबारी अरविंद सिंह को ईडी की टीम ने सोमवार को भिलाई से हिरासत में ले लिया. अरविंद सिंह भिलाई के खुर्सीपार के रहने वाले हैं. सोमवार को अरविंद सिंह अपनी मां के अंतिम संस्कार में शामिल होने भिलाई के रामनगर मुक्तिधाम पहुंचे.
इस दौरान ईडी के अधिकारी भी मुक्तिधाम पहुंचे और अंतिम संस्कार होते ही ईडी की टीम ने उन्हें हिरासत में ले लिया. ईडी की टीम अरविंद सिंह को रायपुर ले गई, जहां उनसे पूछताछ की जा रही है.
इससे मिले इनपुट पर ईडी के रडार पर थे अरविंद
ईडी ने इससे पहले शराब घोटाले के सिलसिले में बड़े कारोबारी सूर्यकांत तिवारी को गिरफ्तार कर उनसे पूछताछ की थी. पूछताछ में मिले इनपुट्स के आधार पर ईडी ने अरविंद सिंह को भी अपने रडार पर लिया. अरविंद सिंह के खिलाफ साक्ष्य जुटाने के बाद मामले में उसकी संलिप्तता की पुष्टि हुई.
इसके बाद से ईडी की टीम लगातार अरविंद सिंह को ट्रेस कर रही थी. जैसे ही पता चला कि अरविंद सिंह अपनी मां के अंतिम संस्कार में शामिल होने भिलाई पहुंचने वाले हैं, ईडी की टीम भी वहां पहुंच गई. मुक्तिधाम पहुंचने के बाद ईडी की टीम ने अंतिम संस्कार पूरा होने तक इंतजार किया. इसके बाद ईडी शराब कारोबारी अरविंद सिंह को हिरासत में लेकर रायपुर लौट आया.
2019 से 2022 के बीच बड़ा घोटाला हुआ है
ईडी ने पूर्व की जांच के आधार पर एक प्रेस नोट जारी कर दावा किया था कि 2019 से 2022 के बीच छत्तीसगढ़ में शराब घोटाले के जरिए 2,000 करोड़ रुपये का भ्रष्टाचार किया गया. भ्रष्टाचार का यह पूरा खेल अनवर ढेबर की ओर से एक सिंडिकेट तैयार कर खेला गया था.
मार्कफेड और आबकारी के वरिष्ठ अधिकारियों की मिलीभगत से डिस्टिलर्स, शराब बनाने वालों, बॉटलर्स और यहां तक कि होलोग्राम बनाने वाली एजेंसियों की मिलीभगत थी।
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