छत्तीसगढ़ सहित देश के कई राज्यों में चल रहे ऑनलाइन सट्टा गिरोह महादेव और अन्ना रेड्डी ने अपना नाम बदल दिया है। अब अंबानी बुक के नाम से संचालित हो रहा है। इसके बाद गिरोह ने बकायदा बिलासपुर में दफ्तर तक खोल रखा था। जिसमें मैट्रिमोनियल ऑफिस की आड़ में ऑनलाइन सट्टे का कारोबार चल रहा था। इसके लिए गिरोह 10 हजार रुपए महीने में बैंक अकाउंट किराए पर उपलब्ध कराता। पुलिस ने इस मामले में संचालक सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। 10 हजार रुपए महीने पर किराये पर देते थे खाता
जानकारी के मुताबिक, एक युवक पुलिस के पास पहुंचा। उसने बताया कि सरकंडा में सौभाग्य मैट्रिमोनियल कंपनी चलाने वाले ने उसके नाम से बैंक अकाउंट खुलवाया है, लेकिन सारे दस्तावेज खुद रख लिए हैं। अकाउंट खोलने के लिए उसे 10 हजार रुपए कमीशन और हर महीने रुपए देने का झांसा दिया गया था, पर नहीं मिला। उसे कुछ दिन पहले पता चला था कि ऑनलाइन सट्टेबाज ऐसा कर रहे हैं। उसे शक है कि उसके अकाउंट का भी ऐसे ही इस्तेमाल किया जा रहा है।
युवक पहुंचा पुलिस के पास तो खुला मामला इसके बाद पुलिस ने सौभाग्य मैट्रिमोनियल के दफ्तर में छापा मारा। वहां से पुलिस ने पूछताछ के बाद पश्चिम बंगाल निवासी संचालक समर कर्माकर (26) को गिरफ्तार किया है। वह रायपुर के संतोषी नगर में रहता है। इसके अलावा मुंगेली निवासी निरंजन कुमार महिलांगे और सकरी क्षेत्र के लाखासार निवासी संतोष रजक भी शामिल है। तीनों के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है। पुलिस का कहना है कि सुमित के नाम से अकाउंट खोलकर इन युवकों ने धोखाधड़ी की है। 60 बैंक खातों के बारे में पता चला पुलिस को आरोपियों के पास से करीब 60 बैंक अकाउंट्स की जानकारी मिली है। उन्होंने इन खातों को किराए पर ऑनलाइन सट्टेबाजों को दिया है। इसके एवज में वे प्रति अकाउंट्स 10 हजार रुपए प्रति माह किराया वसूल करते हैं। वहीं, मैट्रिमोनियल कंपनी के संचालक और उसके कर्मचारी बेरोजगार, गरीब और कम पढ़े-लिखे लोगों को दो से पांच हजार रुपए कमीशन और हर महीने दो से तीन हजार रुपए देने का लालच देकर खाता खुलवाते हैं। फिर उनके अकाउंट को ऑनलाइन सट्टेबाजों को दे देते हैं। किराये पर खाता लेने वालों पर भी होगी कार्रवाई एडिशनल SP राजेंद्र जायसवाल ने बताया कि ऑनलाइन बेटिंग प्लेटफार्म पर पुलिस जल्द ही बड़ी कार्रवाई करने वाली है। इस गिरोह से मिली जानकारी पर पुलिस रेकी कर रही है। जिसके आधार पर अब किराए पर बैंक अकाउंट लेने वाले गिरोह तक पहुंचकर पुलिस ने उनके खिलाफ कार्रवाई करेगी। इस गिरोह के पास इस तरह से किराए में लिए गए खातों का डिटेल्स भी खंगाले जा रहे हैं।
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छत्तीसगढ़ सहित देश के कई राज्यों में चल रहे ऑनलाइन सट्टा गिरोह महादेव और अन्ना रेड्डी ने अपना नाम बदल दिया है। अब अंबानी बुक के नाम से संचालित हो रहा है। इसके बाद गिरोह ने बकायदा बिलासपुर में दफ्तर तक खोल रखा था। जिसमें मैट्रिमोनियल ऑफिस की आड़ में ऑनलाइन सट्टे का कारोबार चल रहा था। इसके लिए गिरोह 10 हजार रुपए महीने में बैंक अकाउंट किराए पर उपलब्ध कराता। पुलिस ने इस मामले में संचालक सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया है।