डिंडौरी में दर्द से कराहती रही प्रसूता महिला: एंबुलेंस चालक ने कहा- तुमको जल्दी है तो गाड़ी से उतार लो मैं नहीं जाऊंगा, नवजात शिशु की मौत
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गणेश मरावी,डिंडौरी। मध्यप्रदेश के डिंडौरी जिले में 108 एम्बुलेंस चालक पर लापरवाही बरतने का आरोप लगा है। प्रसूता महिला को जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया था, लेकिन प्रसूता की स्थिति गंभीर होने के कारण चिकित्सकों ने जबलपुर मेडिकल रिफर कर दिया था। लेकिन लापरवाही के कारण नवजात शिशु की मौत हो गई है।
बताया गया कि एंबुलेंस चालक ने प्रसूता महिला के पति से 500 रुपए राशि भी ली है। साथ ही परिजनों से अभद्रता करते हुए कहा कि तुमको जल्दी हैं तो गाड़ी से उतार लो मैं नहीं जाऊंगा। मामले को लेकर शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपकर उच्च स्तरीय जांच कर कार्रवाई करने की मांग की है।
ये है पूरी घटना
बीते दिनों जिला चिकित्सालय में प्रसूता महिला अनीता पति सुभाष चंदेल निवासी ग्राम घानाघाट को भर्ती कराया गया था। प्रसूता की स्थिति गंभीर होने के कारण समय लगभग 9.30 बजे जबलपुर मेडिकल के लिए रिफर किया गया था।
डेढ़ घंटे तक गाड़ी खड़ी कर गायब रहा चालक
बताया गया कि बहुत विलम्ब होने के बाद 108 एम्बुलेंस वाहन उपलब्ध हुआ। आरोप है कि एम्बुलेंस वाहन चालक द्वारा प्रसूता महिला को एम्बुलेंस में बैठा कर जिला चिकित्सालय परिसर में ही लगभग डेढ़ घंटे तक गाड़ी खड़ी कर गायब हो गया था।
दर्द से तड़पती रही महिला
बताया गया कि एम्बुलेंस चालक वाहन को खड़ा कर कहीं चला गया था। इस दौरान महिला घंटों तक दर्द से तड़पती रही है। जब काफी समय बाद वाहन चालक आया तो शराब पिया हुआ था।
अभद्रता करने का आरोप
जल्दी जाने की बात कहने पर अभद्रता से बात करते हुए कहा कि तुमको जल्दी हैं तो गाड़ी से उतार लो मैं नहीं जाऊंगा। एम्बुलेंस चालक के द्वारा जबलपुर पहुंचने से पहले प्रसूता महिला के पति सुभाष से 500 रु राशि लिया गया हैं। देर से प्रसूता को मेडिकल पहुंचाने से नवजात शिशु की गर्भ में ही मौत हो गई थी।
समय से पहुंचने पर बच जाती जान
शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने बताया कि मेडिकल में बताया गया कि आधा घण्टे पहले लाये होते तो बच्चे की जान बच जाती। उन्होंने मामले की उच्च स्तरीय जाँच कराने और एम्बुलेंस चालकों की लापरवाही रवैये के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने की मांग की है।
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