
MP Politics: दिल्ली में हुई शादी की एक दावत मध्यप्रदेश भाजपा के बदलते समीकरणों की गवाह बन रही है। बुधवार शाम को केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर की कोठी पर भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने अपने भतीजे की शादी का आशीर्वाद समारोह रखा। कभी मध्यप्रदेश में कद्दावर मंत्री रहे विजयवर्गीय की केंद्र में ताकत उस समय बढ़ी, जब उन्हें पार्टी महासचिव बनाया गया और पश्चिम बंगाल का प्रभार दिया गया। हालांकि बंगाल चुनावों के नतीजों के बाद बिना प्रभार के महासचिव के तौर पर विजयवर्गीय पहले से कमजोर और अपनी पार्टी में उपेक्षित माने जा रहे थे। लेकिन बुधवार शाम को विजयवर्गीय के भतीजे के समारोह में खुद प्रधानमंत्री मोदी पहुंचे। साथ ही कई केंद्रीय मंत्री और सांसद भी इसमें शामिल हुए।
आयोजन के सप्ताह भर पहले से विजयवर्गीय राजधानी में न्योते के बहाने तमाम केंद्रीय मंत्रियों और नेताओं से चर्चा करते दिखाई दिए। मध्यप्रदेश की राजनीति में केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और सीएम शिवराज सिंह चौहान एक दूसरे से जुड़े हुए माने जाते हैं। जबकि राजनीतिक गलियारों में शिवराज और विजयवर्गीय की राजनीतिक प्रतिद्वंता की बातें सुनाई देती है। इन राजनीतिक कहानियों को दरकिनार कर विजयवर्गीय की दावत तोमर की कोठी पर होना और अब तक बिना प्रभार के महासचिव बने नेता के यहां पीएम मोदी का पहुंचना प्रदेश भाजपा में नई किस्से कहानियों को जन्म दे रहा है।
हमेशा भगवा दुपट्टा गले में डालने वाले भाजपा महासचिव समारोह के दौरान सफेद शॉल गले में डाले में दिखे। पीएम मोदी को लेने वे गेट पर पहुंचे और विदा भी किया। लेकिन स्टेज पर प्रधानमंत्री को ले जाने और परिवार के सदस्यों से परिचय का जिम्मा उन्होंने अपने बेटे और इंदौर से विधायक आकाश विजयवर्गीय के जिम्मे रखा। समारोह में आकाश विजयवर्गीय तमाम केंद्रीय मंत्रियों और संघ के नेताओं के सामने सक्रिय नजर आए। समारोह के दौरान वे लोगों की मेहमान नवाजी करते हुए देखे गए। इसके मायने निकाले जा रहे हैं कि कैलाश अपनी राजनीतिक विरासत का हस्तांतरण अपने बेटे को करने की कोशिश में हैं। हालांकि मध्यप्रदेश के बीते विधानसभा चुनाव में विजयवर्गीय को अपने बेटे आकाश की टिकट की पैरवी करने के लिए संगठन की नाराजगी का भी सामना करना पड़ा था। बेटे को टिकट दिलाने के लिए विजयवर्गीय ने खुद का टिकट छोड़ दिया था।
समारोह में नहीं पहुंचे सीएम चौहान
मध्यप्रदेश के तमाम भाजपा सांसद इस समारोह में शामिल हुए। प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा भी विजयवर्गीय के मेहमान बने। इस बीच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान दिल्ली के स्वागत समारोह में नजर नहीं आए। तोमर के बंगले पर विजयवर्गीय की दावत और शिवराज की गैरमौजूदगी आने वाले दिनों में राजनीतिक गलियारों में चटखारेदार चर्चा को बल देती दिख रही है। इंदौर के तमाम नेता जिनमें पार्षद लेकर विधायक और छोटे-बड़े पदाधिकार भी इस दावत में पहुंचे थे। इन सभी के बीच इंदौर के महापौर पुष्यमित्र भार्गव नजर तो आए लेकिन इंदौरी नेताओं ने दावत के दरमियान भार्गव से दूरी बनाकर रखी। इंदौरी नेताओं का एक गुट ग्रुप बनाकर दावत के मजे उड़ाते नजर आए। लेकिन इन नेताओं की टेबल पर महापौर भार्गव की थाली नहीं लगी। इस टेबल पर भाजपा नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे, इंदौर आईडीए अध्यक्ष जयपाल सिंह चावड़ा, मध्य प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष जीतू जिराती और मध्य प्रदेश राज्य सहकारी अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम के अध्यक्ष सावन सोनकर एक साथ खाना खाते हुए नजर आए।
दिल्ली में सजी सर्राफा की चौपाटी
स्वाद के लिए पहचाने जाने वाले इंदौर के नेता के यहां की शादी में इंदौरी जायकों की झलक मिलना भी वाजिब ही था। महासचिव विजयवर्गीय ने इंदौर की मशहूर सर्राफा चाट चौपाटी को सजाया था। इंदौर के ही कारीगर खास व्यंजन जैसे भुट्टे का किस, गराडू, दूध-जलेबी, कचौड़ी जैसे खास स्वाद परोसते दिखे।
विस्तार
MP Politics: दिल्ली में हुई शादी की एक दावत मध्यप्रदेश भाजपा के बदलते समीकरणों की गवाह बन रही है। बुधवार शाम को केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर की कोठी पर भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने अपने भतीजे की शादी का आशीर्वाद समारोह रखा। कभी मध्यप्रदेश में कद्दावर मंत्री रहे विजयवर्गीय की केंद्र में ताकत उस समय बढ़ी, जब उन्हें पार्टी महासचिव बनाया गया और पश्चिम बंगाल का प्रभार दिया गया। हालांकि बंगाल चुनावों के नतीजों के बाद बिना प्रभार के महासचिव के तौर पर विजयवर्गीय पहले से कमजोर और अपनी पार्टी में उपेक्षित माने जा रहे थे। लेकिन बुधवार शाम को विजयवर्गीय के भतीजे के समारोह में खुद प्रधानमंत्री मोदी पहुंचे। साथ ही कई केंद्रीय मंत्री और सांसद भी इसमें शामिल हुए।
आयोजन के सप्ताह भर पहले से विजयवर्गीय राजधानी में न्योते के बहाने तमाम केंद्रीय मंत्रियों और नेताओं से चर्चा करते दिखाई दिए। मध्यप्रदेश की राजनीति में केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और सीएम शिवराज सिंह चौहान एक दूसरे से जुड़े हुए माने जाते हैं। जबकि राजनीतिक गलियारों में शिवराज और विजयवर्गीय की राजनीतिक प्रतिद्वंता की बातें सुनाई देती है। इन राजनीतिक कहानियों को दरकिनार कर विजयवर्गीय की दावत तोमर की कोठी पर होना और अब तक बिना प्रभार के महासचिव बने नेता के यहां पीएम मोदी का पहुंचना प्रदेश भाजपा में नई किस्से कहानियों को जन्म दे रहा है।
हमेशा भगवा दुपट्टा गले में डालने वाले भाजपा महासचिव समारोह के दौरान सफेद शॉल गले में डाले में दिखे। पीएम मोदी को लेने वे गेट पर पहुंचे और विदा भी किया। लेकिन स्टेज पर प्रधानमंत्री को ले जाने और परिवार के सदस्यों से परिचय का जिम्मा उन्होंने अपने बेटे और इंदौर से विधायक आकाश विजयवर्गीय के जिम्मे रखा। समारोह में आकाश विजयवर्गीय तमाम केंद्रीय मंत्रियों और संघ के नेताओं के सामने सक्रिय नजर आए। समारोह के दौरान वे लोगों की मेहमान नवाजी करते हुए देखे गए। इसके मायने निकाले जा रहे हैं कि कैलाश अपनी राजनीतिक विरासत का हस्तांतरण अपने बेटे को करने की कोशिश में हैं। हालांकि मध्यप्रदेश के बीते विधानसभा चुनाव में विजयवर्गीय को अपने बेटे आकाश की टिकट की पैरवी करने के लिए संगठन की नाराजगी का भी सामना करना पड़ा था। बेटे को टिकट दिलाने के लिए विजयवर्गीय ने खुद का टिकट छोड़ दिया था।
समारोह में नहीं पहुंचे सीएम चौहान
मध्यप्रदेश के तमाम भाजपा सांसद इस समारोह में शामिल हुए। प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा भी विजयवर्गीय के मेहमान बने। इस बीच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान दिल्ली के स्वागत समारोह में नजर नहीं आए। तोमर के बंगले पर विजयवर्गीय की दावत और शिवराज की गैरमौजूदगी आने वाले दिनों में राजनीतिक गलियारों में चटखारेदार चर्चा को बल देती दिख रही है। इंदौर के तमाम नेता जिनमें पार्षद लेकर विधायक और छोटे-बड़े पदाधिकार भी इस दावत में पहुंचे थे। इन सभी के बीच इंदौर के महापौर पुष्यमित्र भार्गव नजर तो आए लेकिन इंदौरी नेताओं ने दावत के दरमियान भार्गव से दूरी बनाकर रखी। इंदौरी नेताओं का एक गुट ग्रुप बनाकर दावत के मजे उड़ाते नजर आए। लेकिन इन नेताओं की टेबल पर महापौर भार्गव की थाली नहीं लगी। इस टेबल पर भाजपा नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे, इंदौर आईडीए अध्यक्ष जयपाल सिंह चावड़ा, मध्य प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष जीतू जिराती और मध्य प्रदेश राज्य सहकारी अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम के अध्यक्ष सावन सोनकर एक साथ खाना खाते हुए नजर आए।
दिल्ली में सजी सर्राफा की चौपाटी
स्वाद के लिए पहचाने जाने वाले इंदौर के नेता के यहां की शादी में इंदौरी जायकों की झलक मिलना भी वाजिब ही था। महासचिव विजयवर्गीय ने इंदौर की मशहूर सर्राफा चाट चौपाटी को सजाया था। इंदौर के ही कारीगर खास व्यंजन जैसे भुट्टे का किस, गराडू, दूध-जलेबी, कचौड़ी जैसे खास स्वाद परोसते दिखे।
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