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MP में BJP को एक और तगड़ा झटका: उमा भारती की करीबी और 2 बार की विधायक का इस्तीफा, सियासी गलियारे में मचा हड़कंप

MP Assembly Election, Uma Bharti News Bijavar seat: मध्य प्रदेश में टिकट बंटवारे के बाद बीजेपी बगावत के दौर से गुजर रही है. बुन्देलखण्ड क्षेत्र में भी पार्टी को कई झटके लगे हैं, अब पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती के करीबी एक विधायक ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. वह छतरपुर जिले की बिजावर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रही थीं, लेकिन बीजेपी ने समाजवादी पार्टी के विधायक को टिकट दिया है. इससे नाराज होकर उन्होंने इस्तीफा दे दिया.

रेखा यादव ने दिया इस्तीफा

दो बार की बीजेपी विधायक रेखा यादव ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. वह समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए हैं, जिसके चलते माना जा रहा है कि बिजावर में सपा अपना प्रत्याशी बदलकर चुनाव लड़ सकती है.

रेखा यादव बिजावर सीट से टिकट की दावेदारी कर रही थीं, लेकिन बीजेपी ने यहां से राजेश शुक्ला को अपना उम्मीदवार बनाया है, जो समाजवादी पार्टी छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए थे. रेखा यादव टिकट बंटवारे के बाद से ही नाराज बताई जा रही थीं.

रेखा यादव उमा भारती की करीबी

रेखा यादव छतरपुर जिले की बड़ामलहरा विधानसभा सीट से विधायक रह चुकी हैं, वह बीजेपी में पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती की करीबी मानी जाती हैं. लेकिन पिछले चुनाव में उन्हें छतरपुर सीट से चुनाव लड़ाया गया था, जहां उन्हें कांग्रेस उम्मीदवार आलोक चतुर्वेदी से हार का सामना करना पड़ा था.

ऐसे में इस बार रेखा यादव बिजावर सीट से दावेदारी कर रही थीं. लेकिन टिकट नहीं मिलने के बाद उन्होंने बगावती तेवर अपना लिया. वह तीन दिनों तक लगातार समाजवादी पार्टी के संपर्क में थीं, जिसके बाद वह सपा में शामिल हो गईं.

बिजावर में त्रिकोणीय मुकाबला

बिजावर विधानसभा सीट पर समाजवादी पार्टी का अच्छा प्रभाव माना जाता है, ऐसे में अगर रेखा यादव इस सीट पर सपा से उम्मीदवार बनती हैं तो बिजावर में मुकाबला त्रिकोणीय हो सकता है. क्योंकि इस सीट पर कांग्रेस पहले ही उम्मीदवार उतार चुकी है, वहीं बीजेपी ने राजेश शुक्ला को टिकट दिया है, ऐसे में रेखा यादव के मैदान में आने से त्रिकोणीय समीकरण बनने के पूरे आसार हैं.

2018 में बिजावर में सपा को जीत मिली थी

2018 के विधानसभा चुनाव में बिजावर विधानसभा सीट पर समाजवादी पार्टी ने जीत हासिल की थी. यह प्रदेश में सपा की एकमात्र जीतने वाली सीट थी। लेकिन समाजवादी पार्टी से जीते राजेश शुक्ला ने पहले कमलनाथ सरकार को समर्थन दिया था. लेकिन बाद में वह बीजेपी में शामिल हो गये.

कब क्या होगा यहां पढ़िए ?

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