अनूपपुर। छत्तीसगढ़ से पहुंचे हाथियों का आतंक अनूपपुर जिले में बरकरार है. पिछले एक महीने से अनूपपुर जिले में विचरण कर रहे हैं. तीन हाथियों का समूह 26 अप्रैल की शाम वन परिक्षेत्र जैतहरी के बैहार बीट अंतर्गत गूंझी गांव से लगे जंगल में पूरे दिन रहे.
इसके बाद वहां आराम करने बाद देर शाम जंगल से निकलकर ग्राम खुरसा पहुंचे. जहां एक मकान को तोड़फोड़ कर मकान में रखे सामग्रियों को अपना आहार बनाते हुए पहाड़ से नीचे उतर गए.
इसके साथ ही बहरीझोरखी, ढोड़ीपानी, सुनहरा के कक्ष क्र, 257 से सेमरवार, गोरसी, बलवहरा होते हुए तिपान नदी पार कर निगौरा, कल्याणपुर होकर बुधवार 27 अपैल की सुबह खूंटाटोला बैरियल, गोदाम और कांटाघर के पास से ग्राम छातापटपर पंचायत भवन के पीछे से पंचायत द्वारा निर्मित नर्सरी में जा घुसे.
जहां पूरे दिन आराम करेंगे. तीन दन्तैल हाथियों का समूह विगत रात से सुबह तक के मध्य लगभग 30-35 किलोमीटर की दूरी तय किए हैं. इस दौरान आम जनों की सुरक्षा के लिए वन परिक्षेत्र जैतहरी का अमला, पुलिस विभाग पूरी तरह मुस्तैद रहा.
दिन में हाथियों के समूह के आने के कारण छातापटपर और उससे लगे अनेकों गांव के ग्रामीणों की भीड़ हाथियों को देखने के लिए जमा हुई है, जिस पर जैतहरी और वेंकटनगर पुलिस और वन विभाग का अमला आमजनों को नियंत्रण किए हुए हैं.