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वैद्य के कहने पर पूरे परिवार ने खाया जंगली जड़ी-बूटी: डिंडौरी में छोटे बेटे की मौत, दो भाई-बहन की हालत गंभीर, माता-पिता खतरे से बाहर

गणेश मरावी,डिंडौरी। मध्यप्रदेश के डिंडौरी जिले में हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है। यहां पर वैद्य के कहने पर पूरे परिवार ने जंगली जड़ी को पति-पत्नी समेत 3 बच्चों ने खा लिया। अब एक बच्चे की मौत हो गई है। जबकि दो भाई-बहन को गंभीर हालत के जबलपुर अस्पताल रिफर कर दिया गया है।

दरअसल, यह घटना गाड़ासरई थाना क्षेत्र का है, जहां पर एक वैद्य ने पूरे परिवार को जंगली जड़ी खिला दिया है। पुलिस ने नाबालिग का शव को पीएम कर परिजनों को सौंद दिया है। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।

यह है पूरा मामला

उमेश सिंह पिता कोमल सिंह मरावी (40) सुन्हादादर थाना गाड़ासरई ने बताया कि मैं खेती किसानी का काम करता हूं। 5 अप्रैल को घर की एक बकरी को एक कुत्ता ने काट दिया था। जिसके इलाज के लिए मैंने वैद्य को बुलाने के लिए अपने बड़े बेटे को ग्राम कौड़िया वैद आसाराम कुशराम के पास भेजा था। बेटा ने वैद्य आसाराम कुशराम को लेकर आया, जो आशाराम कुशराम ने जंगली जड़ी को पीसकर रस निकालकर बकरी को पिलाया था। बाकी जड़ी को मुझे रखने के लिए दिया था।

वैद्य के कहने पर परिवार ने खाया जंगली जड़ी

वैद आसाराम कुशराम ने कहा कि जड़ी को घर के सभी लोग थोड़ा-थोड़ा खा लो, तो मैं मेरी पत्नी अमरवती और बच्चे बेटा 16 वर्ष, रूपवती मरावी 13 वर्ष और रोहित कुमार मरावी 11 वर्ष ने जंगली जड़ी को थोड़ा-थोड़ा खा लिए।

तीनों बच्चों की अचानक बिगड़ी तबियत

थोड़ी देर बाद तीनों बच्चों की अचानक तबीयत खराब होने लगी और उल्टियां करने लगे। तब 108 एंबुलेंस वाहन के माध्यम से तीनों बच्चों को सरकारी अस्पताल गाड़ासरई ले जाकर इलाज के लिए भर्ती कराया गया था। जहां के डॉक्टर ने जिला अस्पताल रिफर कर दिया।

छोटे बेटे की इलाज के दौरान मौत, दो रिफर

बताया गया कि छोटे बेटे रोहित की हालत ज्यादा खराब थी, जिसकी करीब 10 बजे इलाज के दौरान मौत हो गई है। वहीं भाई-बहन को हालत में सुधार नहीं होने के कारण जबलपुर अस्पताल रिफर कर दिया गया है। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।

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