स्लाइडर

MP News: असिस्टेंट की हत्या करने वाले डॉक्टर को उम्र कैद, दृश्यम फिल्म की तर्ज पर दिया था वारदात को अंजाम

विस्तार

दृश्यम फ़िल्म की तर्ज पर अपनी असिस्टेंट की हत्या कर शव को क्लिनिक के बाजू में दफनाने की सनसनीखेज वारदात को अंजाम देने वाले डॉक्टर को सतना की अदालत ने उम्र कैद की सजा सुनाई है। दोषी पर दो हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है।

सप्तम अपर सत्र न्यायाधीश सतना यतीन्द्र कुमार गुरु ने भानू केवट नाम की युवती की हत्या के मामले में डेंटल सर्जन डॉ आशुतोष त्रिपाठी (32) को आजीवन कारावास एवं दो हजार रुपये के अर्थदंड से दंडित किया है। उसे आईपीसी की धारा 302 एवं 201 के तहत दोषी पाया गया है। प्रकरण में राज्य शासन की तरफ से सहायक अभियोजन अधिकारी बृजेन्द्र नाथ शर्मा ने पैरवी की। इस मामले की विवेचना सिटी कोतवाली की तत्कालीन प्रभारी अर्चना द्विवेदी एवं सब इंस्पेक्टर अजय शुक्ला ने की थी।

अभियोजन प्रवक्ता हरिकृष्ण त्रिपाठी के मुताबिक भानू केवट दिसंबर 2020 में लापता हो गई थी। वह धवारी में निजी प्रैक्टिस करने वाले डेंटल सर्जन डॉ. आशुतोष त्रिपाठी के क्लिनिक में काम करती थी। माता पिता ने उसकी गुमशुदगी की शिकायत सिटी कोतवाली में दर्ज कराई थी। पुलिस ने उसकी तलाश के दौरान डॉ त्रिपाठी से भी पूछताछ की थी, लेकिन उसने गोलमोल जवाब दिए थे, जिससे युवती के माता पिता को सन्देह हुआ था। पुलिस ने भानू केवट और डॉ त्रिपाठी के कॉल डिटेल भी खंगाले थे। पुलिस ने जब संदेह के आधार पर डॉक्टर को हिरासत में लिया तो उसके धवारी स्थित क्लिनिक के बगल में भानू का शव उसकी गुमशुदगी के 58 दिन बाद कंकाल के रूप में मिला था।

बता दें, धवारी रैन बसेरा के पास स्थित डेंटल सर्जन के क्लिनिक के बाजू में उसने हत्या के बाद भानू केवट का शव दफन करवा दिया था। उसने हत्या के बाद शव को चेंबर के अंदर ही रखा था। वह लाश छिपा कर मरीज देखता रहा था। उसने मजदूर बुलवा कर टॉयलेट का चेम्बर बनवाने के नाम पर गड्ढा खोदवाया और रात के वक्त शव को उसमें दफन कर दिया। भानू के शव के ऊपर उसने नमक और फिर कुत्ते की लाश दफना दी थी।

Source link

Show More
Back to top button