

कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन करते किसान मित्र।
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छत्तीसगढ़ के बालोद में गुरुवार को सैकड़ों की संख्या में किसान मित्रों ने कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया। किसान मित्र करीब 22 माह से मानदेय नहीं मिलने के कारण नाराज हैं। उनका कहना है कि हम लोग किसान और शासन की योजनाओं के बीच कड़ी का काम करते हैं, इसके बावजूद उन्हें ही वंचित रखा गया है। इसके अलावा शासन से जो भी काम मिलता है, उसे भी बखूबी करते हैं। उन्होंने कलेक्टर को अपनी मांगों को लेकर एक ज्ञापन भी सौंपा। साथ ही मानदेय नहीं मिलने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।
प्रतिदिन 35 रुपए 33 पैसे का भुगतान
किसान मित्र संघ के नेतृत्व में गुरुवार को किसान मित्रों ने हल्ला बोल किया। कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन करने वालों में बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल थीं। किसान मित्रों ने बताया कि उन्हें 35 रुपए 33 पैसे प्रतिदिन की दर से भुगतान किया जाता है। आत्मा योजना सहित कृषि विभाग, मत्स्य विभाग और पशु विभाग के साथ मिलकर काम करते हैं। किसानों को योजनाओं के बारे में बताते हैं और उनकी समस्याओं का निराकरण करते हैं। फिर भी उनका भुगतान रोका गया है।
पूरे जिले में 342 किसान मित्र हैं कार्यरत
किसान मित्र संघ सदस्य पन्नालाल सोनबोईर ने बताया की एक्सटेंशन रिकार्य (आत्मा) योजनांतर्गत कृषक मित्र की नियुक्ति की गई थी जिले में कुल 342 कृषक मित्र काम कर रहे हैं हमारी 2012 में नियुक्ति की गई थी हम शासन की योजनाओं से मिलकर कार्य करते हैं और शुरुआत के समय में हमें नियमित मानदेय मिलता था परंतु कुछ 2 वर्षों में हमें मानदेय नहीं मिल रहा है हम लगातार शासन एवं प्रशासन से इसकी मांग कर रहे हैं।