iPhone 15 सीरीज में सोनी के एडवांस्ड इमेज सेंसर का इस्तेमाल कर सकती है Apple
हालांकि, इस सेंसर का सोनी ने प्रोडक्शन शुरू नहीं किया है। इसे कंपनी के जापान में नागासाकी प्लांट में बनाया जा सकता है। सोनी ने अगले तीन वर्षों में कॉम्प्लिमेंटरी मेटल ऑक्साइड सेमीकंडक्टर (CMOS) इमेज सेंसर मार्केट का लगभग 60 प्रतिशत हिस्सा प्राप्त करने के लिए इमेज सेंसर्स में भारी इनवेस्टमेंट किया है। Nikkei Asia की रिपोर्ट के अनुसार, आईफोन की अगली सीरीज में सोनी के एडवांस्ड इमेज सेंसर का इस्तेमाल किया जा सकता है। इस इमेज सेंसर में मौजूदा सेंसर्स की तुलना में प्रत्येक सिग्नल में सैचुरेशन सिग्नल लेवल को दोगुना करने की क्षमता होगी।
पिछले वर्ष CMOS इमेज सेंसर मार्केट में सोनी की हिस्सेदारी लगभग 44 प्रतिशत की थी। दूसरे स्थान पर Samsung थी जिसकी हिस्सेदारी लगभग 18.5 प्रतिशत थी। पिछले सप्ताह एक अन्य रिपोर्ट में कहा गया था कि iPhone के आगामी iPhone 15 Pro का फ्रेम टाइटेनियम का बना हो सकता है। यह मैटीरियल स्टेनलेस स्टील से अधिक महंगा है। एपल के हाल के प्रो मॉडल्स में स्टेनलेस स्टील का इस्तेमाल किया गया है। आईफोन की अगली सीरीज में कंपनी सॉलिड स्टेट बटन के साथ ही तीन टैप्टिक इंजन भी शामिल कर सकती है।
एपल की एक सप्लायर ने इसके बारे में संकेत दिया है। MacRumours ने बताया है कि कंपनी की सप्लायर Cirrus Logic ने शेयरहोल्डर्स को लिखे पत्र में यह बताया है कि वह एक महत्वपूर्ण कस्टमर के साथ बरकरार रहेगी और इसकी योजना अगले वर्ष स्मार्टफोन्स में एक नया HPMS कंपोनेंट लाने की है। यह कंपोनेंट कंपनी का हाई परफॉर्मेंस मिक्स्ड सिग्नल चिप हो सकता है। MacRumours का दावा है कि इसमें आईफोन मॉडल्स में टैप्टिक इंजन के लिए हैप्टिक ड्राइवर्स शामिल हैं। इस बारे में Cirrus Logic के CEO John Forsyth ने भी संकेत दिया था। उनका कहना था कि ऐसा कंपोनेंट अगले वर्ष मार्केट में आएगा। आईफोन की नई सीरीज का लॉन्च लगभग प्रत्येक वर्ष सितंबर में किया जाता है। iPhone की भारत में सबसे बड़ी मैन्युफैक्चरिंग यूनिट बेंगलुरु के निकट होसुर में बनेगी। इसमें लगभग 60,000 वर्कर्स होंगे।
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