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Damoh News: बंदूक दिखाकर पहले दी थी धमकी, फिर नौरादेही अभयारण्य में पेड़ काटने घुसा वन माफिया

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नौरादेही अभयारण्य की सिंगपुर रेज में वन अमले ने दो लोगों को जंगल में पकड़ा है। यह दोनों वन माफिया का हिस्सा हैं, जो जंगल में बेशकीमती लकड़ी को काटकर उसका व्यवसाय करता है। पहले इन आरोपियों ने वन सुरक्षा श्रमिकों को बंदूक दिखाकर धमकी दी थी। उसके बाद जंगल में लकड़ी काटने घुसे थे।

रात को जब वन अमला गश्त पर था उसी समय यह आरोपी पकड़े गए। उनके पास से अवैध लकड़ी भी बरामद की गई। सिंगपुर रेज की बीट खपरखेड़ा में वन अमला रात्रि गस्त पर था। उसी समय रात्रि लगभग एक बजे रेंजर सौरभ जैन को कुछ लोगों के जंगल में होने की जानकारी मिली तो वे अमले के साथ मौके पर पहुंचे। उन्हें दोनों युवक वहां मिल गए। इन्होंने तीन सागौन के पेड़ काटे थे। जैसे ही माफिया ने वन अमले के साथ सुरक्षा श्रमिको को देखा जो लोकल के रहवासी थे तो उनको देख लेने की धमकी देने लगे और सुरक्षा श्रमिक से कहा कि तुमने ही वन अमले को बुलाया है बाद में हम देख लेंगें।

देशी कट्टा लेकर गए थे वन चौकी

खपरखेड़ा मुहली गांव के समीप लगी बीट है। आरोपी देशी कट्टा लेकर खपरखेड़ा वन चौकी भी पहुंचे थे। वहां मौजूद सुरक्षा श्रमिकों को धमकी दी थी कि यदि वह उनके कार्य में बाधा उत्पन्न करते हैं तो ठीक नहीं होगा। सुरक्षा समिति के लोग लोकल गांव के रहने वाले हैं। धमकी देने वाले लोग भी लोकल हैं। इस वजह से सुरक्षा श्रमिकों ने उस समय पुलिस में कोई शिकायत नहीं की, लेकिन रात को जब वही युवक अपने साथी के साथ जंगल में मिला। फिर सुरक्षा श्रमिक को धमकी देने लगा, लेकिन उस समय उसके पास कोई हथियार नहीं था। इस घटनाक्रम का एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें रात्रि में पकड़ा गया युवक सुरक्षा श्रमिक को धमकी दे रहा है।

 

आदतन अपराधी हैं दोनों युवक

पकड़े गये दोनों युवक आदतन अपराधी हैं। सिंगपुर रेंजर सौरभ जैन ने जब आरोपी जुझार सिंह उर्फ पप्पू राजपूत का आपराधिक रिकार्ड निकलवाया तो उस पर कई मामले दर्ज निकले। बाद में सिंगपुर रेंजर ने जुझार और उसके साथी तेजी सिंह पर भारतीय वन्यजीव संरक्षण अधिनियम की धारा 1972 की विभिन्न धाराओं पर मामला दर्ज कर रहली न्यायालय में पेश किया जहां से दोनों को जेल भेजा गया। सिंगपुर रेंजर सौरभ जैन ने बताया कि रात्रि पेड़ गिरने की आवाज से खोजबीन शुरू की तो दो लोग जंगल में मिले। साथ में तीन सागौन के पेड़ भी कटे पड़े थे। दोनों को पकड़ा और कार्यवाही के बाद न्यायालय में पेश किया जहां से दोनों को जेल भेजा गया।

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