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छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में दो बच्चियों के उनके ही पिता से यौन शोषण का मामला सामने आया है। दोनों बच्चियां चार और छह साल की हैं। दोनों बच्चियों ने आंगनबाड़ी जाने के दौरान वहां की कार्यकर्ता को बताया था। दोनों बच्चियों के बाल कल्याण समिति (CWC) में भी बयान हुए। इसके बावजूद पुलिस ने अभी तक FIR दर्ज नहीं की है। वहीं पुलिस का कहना है कि मेडिकल में ऐसी पुष्टि नहीं हुई है। अगर CWC की ओर से पत्र आएगा तो कार्रवाई करेंगे। मामला चकरभाठा थाना क्षेत्र का है।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को दी बच्चियों ने जानकारी
दरअसल, गुरु घासीदास सेवादार संघ (GSS) के साथ आई आंगनबाड़ी कार्यकर्ता प्रियंका सिंह ने बताया कि करीब छह माह पहले से दोनों बहनों ने आना शुरू किया था। वह हमेशा गुमसुम रहती हैं और उन्हें चलने में दिक्कत थी। इस पर जब उनसे प्यार से पूछताछ की गई तो बच्चियों ने पिता की गंदी हरकत के बारे में जानकारी दी। दोनों बच्चियों ने बताया कि उनकी मां छोड़कर चली गई है। इसकी जानकारी CWC को दी तो दोनो बच्चियों के रेस्क्यू कराने में बहुत दिक्कत का सामना करना पड़ा।
CWC में भी बयान, पर 10 दिन बाद भी FIR नहीं
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सिंह ने बताया कि दोनों बच्चियों ने CWC ने भी बच्चियों के बयान लिए हैं। आरोप है कि घटना के सामने आने के 10 दिन बाद भी पुलिस ने FIR दर्ज नहीं की है। जबकि नियमानुसार सबसे पहले मामला दर्ज होना चाहिए। पुलिस मामले को दबाने के प्रयास में लगी हुई है। आरोप है कि मामला उजाकर करने वाली आंगनबाड़ी कार्यकर्ता प्रियंका सिंह को धमकी देकर डराया जा रहा है। उन्होंने थाने में शिकायत की तो उनके ऊपर ही बच्चियों को भड़काने का आरोप लगा दिया।
दो दिन में कार्रवाई नहीं होने पर प्रदर्शन की चेतावनी
गुरू घासीदार सेवा संघ की विधिक सलाहकार प्रियंका शुक्ला ने बताया कि संगठन की एक टीम 11 अक्तूबर को बच्चियों के गांव गई थी। वहां जाकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और आसपास के लोगों से बातचीत की गई। वहीं CWC का भी कहना है कि बच्चियों का स्टेटमेंट पुलिस को दिया गया है। आरोप लगाया कि इसके बाद भी कार्रवाई नहीं की जा रही है। उन्होंने कहा कि पुलिस बोल रही है कि बच्चियों ने कोई बयान नहीं दिया है। संगठन ने दो दिन में कानूनी कार्रवाई नहीं होने पर प्रदर्शन की चेतावनी दी है।