Election Commissioner Arun Goyal resigned before Lok Sabha elections: लोकसभा चुनाव से कुछ हफ्ते पहले चुनाव आयुक्त अरुण गोयल ने इस्तीफा दे दिया है। उनका कार्यकाल 2027 तक था। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। चुनाव आयोग में चुनाव आयुक्त का एक पद पहले से ही खाली था। चुनाव आयुक्त अनूप चंद्र पांडे इसी साल फरवरी में रिटायर हो गए। अरुण गोयल के इस्तीफे के बाद अब मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ही बचे हैं।
अब चुनाव व्यवस्था की पूरी जिम्मेदारी मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार के कंधों पर आ गई है। चुनावी तैयारियों के लिए अरुण गोयल मुख्य चुनाव आयुक्त के साथ कई राज्यों के दौरे पर गए। अब उन्होंने अचानक अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। इस संबंध में केंद्रीय कानून एवं न्याय मंत्रालय की ओर से शनिवार को जारी एक गजट अधिसूचना में कहा गया, ‘राष्ट्रपति ने चुनाव आयुक्त अरुण गोयल का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है, जो 09 मार्च 2024 से प्रभावी माना जाएगा।’
अरुण गोयल की नियुक्ति विवादास्पद रही
अरुण गोयल 1985 बैच के आईएएस अधिकारी रहे हैं। उन्होंने 18 नवंबर 2022 को स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली और अगले ही दिन उन्हें चुनाव आयुक्त नियुक्त कर दिया गया। मामले की सुनवाई करते हुए शीर्ष अदालत ने सरकार से पूछा था, ‘ऐसी क्या जल्दी थी कि वीआरएस लेने के अगले ही दिन अरुण गोयल को चुनाव आयुक्त के पद पर नियुक्त कर दिया गया।
गोयल की नियुक्ति को दी गई थी चुनौती
गोयल की निर्वाचन आयोग में नियुक्ति को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई थी। एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स यानी एडीआर की ओर से दखिल जनहित याचिका में कहा गया था कि अरुण गोयल की नियुक्ति कानून के मुताबिक सही नहीं है। साथ ही यह निर्वाचन आयोग की सांस्थानिक स्वायत्तता का भी उल्लंघन है। बाद में याचिका खारिज कर दी गई थी।
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