शैलेंद्र विश्वकर्मा, अनूपपुर। कोतमा नगर को पहली बार भाजपा शासन में मॉडल रोड की सौगात मिली. शुरू से ही मॉडल रोड विवादों में उलझा रहा। मॉडल रोड निर्माण से पूर्व ही वाहवाही लूटने विधायक और नगर पालिका अध्यक्ष में अच्छी खासी तनातनी हुई, जिसके बाद कैबिनेट खाद्य विभाग के मंत्री बिसाहूलाल सिंह ने उक्त रोड का उद्घाटन कोतमा बस स्टैंड में किया. जहां कोतमा विधायक द्वारा मंच पर भाजपा द्वारा बात रखने का मौका ना देने पर नाराज हो गए और मंच से ही हंगामा कर दिया, जिसके कुछ दिनों बाद मॉडल रोड का निर्माण कार्य शुरू हुआ. जहां कोतमा की जनता ने एक अच्छी मॉडल रोड बनाए जाने का सपना संजो रखा था, लेकिन अनिल बिल्डकॉन और उच्च अधिकारियों की सांठगांठ और नेताओं की राजनीति ने कोतमा को मिलने वाले इस सौगात को अभिशाप बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है.
10 करोड़ की मॉडल सड़क चढ़ी भ्रष्टाचार की भेंट
कोतमा नगर में निर्मित होने वाली लगभग 10 करोड़ के मॉडल रोड अपनी ही जुबां से भ्रष्टाचार की गाथा रो रही है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा बनाई जा रही इस सड़क में विभिन्न प्रकार की अनियमितताएं सामने आ रही हैं, जिसको लेकर पूर्व में भाजपा के पदाधिकारियों ने विरोध प्रदर्शन भी किया था. जांच के लिए विभाग को लेटर भी लिखा था. बावजूद इसके अनिल बिल्डकॉन द्वारा लगातार अनियमितता भरी सड़क का निर्माण किया जा रहा है. ना तो सड़क से खंबे हटाए गए हैं और ना ही मानक को ध्यान रखते हुए किसी प्रकार के कार्य किए जा रहे हैं. मनमाने तरीके से अनिल बिल्डकॉन कंपनी द्वारा निर्माण कार्य करवाया जा रहा है.
मैनुअल काम को ठेकेदार दे रहा प्राथमिकता
मॉडल रोड का निर्माण मशीनरी के माध्यम से किया जाना था लेकिन अनिल बिल्डकॉन कंपनी द्वारा अधिकतम कार्य मैनुअल किया जा रहा है, जबकि स्टीमेट में स्पष्ट रूप से मशीनों से कार्य करने के लिए कहा गया है. वहीं मैनुअल कार्य विकट परिस्थिति में कार्य करने के लिए है, लेकिन अधिकारी कर्मचारी और नेताओं से सांठगांठ कर अनिल विद्वान सड़क निर्माण का अधिकतम कार्य मैनुअल ही कर रहा है. वहीं अनिल बिल्डकॉन द्वारा सड़क निर्माण कर जिन जगह को खाली छोड़ा गया है ना तो उस जगह किसी प्रकार का बैरिकेड लगाया गया है ना ही किसी प्रकार के सांकेतिक चिन्ह लगाए गए हैं. संकेतिक चिन्ह अलग आ जाने से आए दिन दुर्घटना की स्थिति बनी रहती है.
धूल डस्ट से बेहाल जनता का जीवन
अनिल बिल्डकॉन द्वारा जब से रोड बनाने का कार्य किया जा रहा है, तब से लगातार शिकायतें विभाग से हो रही है. बस स्टैंड से लेकर बेरियल चौक तक आवागमन और निर्माण कार्य से उड़ने वाले धूल के गुब्बारे में लोगों का जीना मुहाल कर दिया है. धूल डस्ट से आसपास के रहवासी और होटलों में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. कई प्रकार की बीमारी आवागमन करने वाले व्यक्तियों को हो रही हैं, लेकिन अनिल बिल्डकॉन द्वारा मदमस्त हाथी की तरह अपनी मनमानी किए जा रहा है ना तो सड़क पर किसी भी प्रकार का पानी का छिड़काव करता है. ना ही निर्माण कार्यों या आवागमन से होने वाले प्रदूषण या के कुछ उपाय करता है। अनिल बिल्डकॉन के इस रवैया से जनता में काफी आक्रोश है देखना यह है कि क्या विभागीय संरक्षण के कारण इस भ्रष्टाचार युक्त सड़क को अभयदान मिलता है या किसी प्रकार की कार्यवाही अनिल बिल्डकॉन के ऊपर की जाती है.
बिना अतिक्रमण हटाए खानापूर्ति कार्य कर रहा बिल्डकॉन
सड़क बनाने में अतिक्रमण बेशक बड़ी समस्या बनी हुई है ,लेकिन ना तो नगरी प्रशासन और ना ही निर्माणाधीन विभाग द्वारा सड़कों के आसपास के गया अतिक्रमण पर किसी प्रकार की कार्रवाई कर रहा है और ना ही वह कार्रवाई के लिए आमदा है. अब तक किसी भी प्रकार की नोटिस अतिक्रमणकारियों को नहीं दी गई है और ना ही ऐसी कोई संभावना हाल ही में नजर आ रही है.
मॉडल रोड का निर्माण के बाद लगभग एक 1 मीटर का पेवर ब्लॉक भी लगना था जोकि सड़कों के किनारे बने मकान के अतिक्रमण की जद में आ गया है. अतिक्रमण हटाने से पेवर ब्लॉक का काम लगभग नामुमकिन सा नजर आ रहा है. ठेकेदार द्वारा खाली पाई गई, जगह पर खानापूर्ति कर बिल निकालने के चक्कर में निर्माण कार्य किए जा रहे हैं, लेकिन वास्तविकता में यह कार्य अनियमितताओं से भरा हुआ है, जिसकी जांच अति आवश्यक है.
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