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भूपेश बघेल के करीबी शराब कारोबारियों के ठिकाने पर छापा: छत्तीसगढ़ में एसीबी और ईओडब्ल्यू ने दी दबिश, करीब 22 जगहों पर एक साथ चल रही कार्रवाई

ACB raid on close relatives of former CM Bhupesh in Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ में एसीबी और ईओडब्ल्यू ने आबकारी विभाग के 6,000 करोड़ रुपये के शराब घोटाले के मामले में कई जगहों पर छापेमारी की है। गुरुवार की सुबह अधिकारियों की एक टीम ने घोटाले से जुड़े लोगों के घरों पर छापेमारी की और जांच शुरू की। इसमें रायपुर, दुर्ग, राजनांदगांव, बिलासपुर समेत 20 से 22 जगहों पर एक साथ कार्रवाई चल रही है।

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने इस मामले में एसीबी-ईओडब्ल्यू में केस दर्ज कराया है। जिसके बाद यह छापेमारी की जा रही है। एसीबी की टीम पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के करीबी दो शराब कारोबारी पप्पू बंसल और विजय भाटिया के आवास पर पहुंची। पप्पू बंसल न्यू खुर्शीपार में रहते हैं और विजय भाटिया का बंगला नेहरू नगर ईस्ट में है। दोनों जगहों पर छापेमारी चल रही है।

छापेमारी की भनक लगते ही पप्पू बंसल गायब

कहा जा रहा है कि एसीबी की इस छापेमारी की खबर भी लीक हो गई थी। बताया जा रहा है कि पप्पू बंसल कल रात 9 बजे तक भिलाई में थे। इसके बाद वह अचानक लापता हो गया। जब एसीबी की टीम छापेमारी करने पहुंची तो वह घर पर नहीं मिला। वहीं, छापेमारी के दौरान विजय भाटिया घर पर मौजूद हैं।

बिलासपुर में तीन से चार जगहों पर छापेमारी

इसी कड़ी में उनके सीए समेत शराब कारोबार से जुड़े लोग एसीबी और ईओडब्ल्यू के निशाने पर हैं। जिसमें टीम ने बिलासपुर में भी तीन से चार स्थानों पर छापेमारी की है। इसमें एफएल 10ए कंपनी के सीए संजय मिश्रा के ऑफिस और घर समेत अन्य ठिकानों पर कार्रवाई चल रही है।

2 महीने पहले भी ACB-EOW ने मारा था छापा

दरअसल, मामला दर्ज करने के बाद एसीबी-ईओडब्ल्यू ने करीब दो महीने पहले बिलासपुर के सरगांव में भाटिया डिस्टलरी और कोटा में वेलकम डिस्टलरी पर छापा मारा था। इसके अलावा दुर्ग के कुम्हारी में केडिया डिस्टिलरी, रायपुर में अनवर ढेबर, पूर्व मुख्य सचिव विवेक ढांड और सेवानिवृत्त आईएएस अनिल टुटेजा के यहां भी जांच की गई।

कांग्रेस शासनकाल में ईडी ने छापेमारी की है

दोनों बड़े शराब कारोबारी हैं और इनका नाम शराब घोटाले से जुड़ा है. इन दोनों पर पिछले साल कांग्रेस शासन के दौरान ईडी ने छापेमारी की थी। ईडी ने उनके यहां छापेमारी कर जांच की, लेकिन एक बार भी दोनों की गिरफ्तारी नहीं हुई।

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