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कारोबारी के बेटे को गोलियां से भून डाला: 4 पिस्टल, 34 कारतूस, बुलेट लोडकर कहा मुझे उड़ा दो, जानिए किसे दी खुद की सुपारी ?

Chhattisgarh Ambikapur Steel businessman Akshat Agarwal Murder Case: छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर में स्टील कारोबारी के बेटे अक्षत अग्रवाल की हत्या मामले में आरोपी संजीव मंडल ने सुपारी देने का खुलासा किया है। उसका कहना है कि अक्षत खुद 4 पिस्टल और 34 कारतूस लेकर आया था। उसने पिस्टल मुझे लोड करने के लिए दी, लेकिन मैं गोलियां लोड नहीं कर पाया।

फिर अक्षत ने खुद ही पिस्टल में 4 गोलियां लोड की और संजीव को दे दी। उसने रास्ते में उससे कहा कि उसे किसी की हत्या करनी है। पूछने पर उसने कहा कि उसे मुझे मारना है। उसने पिस्टल का ट्रिगर दबाने को कहा। जिसके बाद संजीव मंडल ने उसे 3 गोलियां मार दीं। 2 गोलियां उसके सीने और एक पेट में लगीं।

आरोपी के पुराने घर से मिली पिस्टल और कारतूस

इसके बाद आरोपी संजीव मंडल ने पिस्टल और 7.65 एमएम के 31 कारतूस को बैग में बांधकर अपने पुराने घर के पास फेंक दिया। जिसे पुलिस ने जब्त कर लिया है। वहीं, उसके पास से करीब 47 हजार रुपए नकद, अक्षत की सोने की चेन, कंगन और अंगूठी बरामद की गई है।

नहीं मिले संघर्ष के निशान

पुलिस जांच में दोनों के बीच संघर्ष या पिस्टल छीनने के कोई निशान नहीं मिले हैं। जिसके चलते पुलिस आरोपी के दावे को खारिज नहीं कर पा रही है। आरोपी के मुताबिक अक्षत ने खुद कहा था कि हत्या के बाद पिस्टल ले जाकर कहीं और फेंक देना।

बुधवार को कार में मिला था शव

दरअसल, गांधीनगर थाना क्षेत्र से मंगलवार शाम से लापता अक्षत अग्रवाल (25) का शव बुधवार सुबह अंबिकापुर-बनारस मार्ग के किनारे कार में मिला। आरोपी को आज कोर्ट में पेश किया जाएगा। अब तक की पूछताछ और मोबाइल कॉल डिटेल की सीडीआर से पता चला है कि दोनों एक-दूसरे से नियमित संपर्क में नहीं थे।

घर से निकला था अक्षत, मोबाइल मिला बंद

मंगलवार शाम को अक्षत अग्रवाल कुछ काम होने की बात कहकर कार से निकला था। शाम 6.30 बजे जब परिजनों ने किसी काम से अक्षत अग्रवाल से संपर्क किया तो उसका नंबर आया। अक्षत ने कभी अपना मोबाइल बंद नहीं किया। इसलिए परिजनों को चिंता हुई। रात तक उसका पता नहीं चला तो उन्होंने गांधीनगर पुलिस को सूचना दी।

Chhattisgarh Ambikapur Steel businessman Akshat Agarwal Murder Case: पुलिस ने जब अक्षत अग्रवाल के मोबाइल की लोकेशन ट्रेस की तो वह डिग्मा टावर रेंज में मिली। पुलिस ने अंबिकापुर-बनारस रोड पर लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच शुरू की तो शाम करीब 6.30 बजे अक्षत अग्रवाल की कार जाती दिखी।

आरोपी ने खुद बताया कि अक्षत की हत्या हुई है

पुलिस जांच में यह भी पता चला कि उसने साईं बाबा कॉलेज के पास संजीव मंडल को अपनी कार में बैठाया था। इसके बाद उसकी कार आगे बढ़ गई। परिजनों ने संजीव मंडल को पहचान लिया, जो पहले अंबिका स्टील फर्म में काम करता था।

मंगलवार सुबह संजीव मंडल को पुलिस ने उसके घर से उठाकर पूछताछ की तो उसने बताया कि चठिरमा गौशाला के पास जंगल में कार में अक्षत का शव पड़ा है। पुलिस जब मौके पर पहुंची तो अक्षत का शव कार की ड्राइविंग सीट पर पड़ा था। पुलिस ने कार का शीशा तोड़कर अक्षत का शव बाहर निकाला।

आरोपी ने पुलिस को जो बताया वो चौंकाने वाला था

आरोपी ने पुलिस को बताया कि अक्षत अग्रवाल ने उसकी हत्या की सुपारी दी थी। संजीव मंडल ने करीब 2 साल पहले अक्षत की फर्म छोड़ दी थी। अब वह जमीन दलाली का काम करता है। उसे शराब और ड्रग्स की भी लत है। फर्म छोड़ने के बाद संजीव मंडल का अक्षत से नियमित संपर्क नहीं था।

Chhattisgarh Ambikapur Steel businessman Akshat Agarwal Murder Case: अक्षत अग्रवाल ने खुद उसे फोन करके कहा कि वह अपना मोबाइल घर पर छोड़कर साईं कॉलेज के पास आ जाए। जब ​​वह शाम को बाइक से वहां पहुंचा तो अक्षत उसे अपनी कार में लेकर घटनास्थल पर पहुंचा। दोनों वहां 10 मिनट तक रुके।

कपड़े बदले, फिर शराब पी

Chhattisgarh Ambikapur Steel businessman Akshat Agarwal Murder Case:घटना के बाद आरोपी पैदल ही अपनी बाइक तक पहुंचा। फिर वह बाइक से घर पहुंचा, कपड़े बदले, पैसे और जेवर घर में रखे और शराब पीने चला गया।

पिता ने कहा था-जल्दी वापस आ जाना

मंगलवार को साप्ताहिक बंदी के कारण अंबिका स्टील फर्म भी बंद थी। अक्षत दिन में घर पर ही था। शाम को उसके भाई और भाभी को खरसिया से आना था। जब वह कार से घर से निकला तो उसके पिता ने उसे जल्दी वापस आने को कहा था। वह आधे घंटे में वापस आने की बात कहकर गया था, जिसके बाद उसका मोबाइल बंद मिला।

इन सवालों के जवाब नहीं मिले

पुलिस पूछताछ में कई सवालों के जवाब नहीं मिले हैं। अक्षत करोड़ों रुपए की अपनी व्यावसायिक फर्म संभाल रहा था। उसके परिवार और रिश्तेदारों की भी बड़ी व्यावसायिक फर्म हैं। अभी तक कोई स्पष्ट कारण नहीं मिल पाया है जिससे यह पता चल सके कि अक्षत ने अपनी हत्या के लिए किसी को क्यों किराए पर लिया।

पुलिस आरोपियों के दावों को खारिज नहीं कर पा रही है, क्योंकि दोनों ने दो साल बाद ही एक-दूसरे से संपर्क किया है। वह खुद उसे साथ ले गया था। वह पिस्तौल और गोलियां लेकर आया था। तीन अवैध पिस्तौल जब्त की गई हैं। इनमें से दो फैक्ट्री मेड हैं और काफी महंगी हैं। यह पता नहीं चल पाया है कि उसे ये पिस्तौल और गोलियां कहां से मिलीं।

परिजनों से भी होगी पूछताछ

Chhattisgarh Ambikapur Steel businessman Akshat Agarwal Murder Case:अक्षत अग्रवाल के बाद कारोबारी महेश केडिया का परिवार भी सदमे में है। पुलिस मामले को लेकर परिजनों और रिश्तेदारों से भी संपर्क करेगी।

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