कांग्रेस नेता सुशील आनंद शुक्ला, छत्तीसगढ़ के प्रथम मुख्यमंत्री जोगी, JCCJ नेता भगवानू नायक
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छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। धर्मांतरण पर प्रदेश की राजनीति गरमाई हुई है। मामले में जमकर आरोप-प्रत्यारोप लग रहे हैं। छत्तीसगढ़ कांग्रेस और जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जोगी (JCCJ) ने यूपी के गोरखपुर जिले के महंत परमात्मानंद गिरी महाराज के छत्तीसगढ़ के प्रथम मुख्यमंत्री अजीत जोगी पर दिए विवादित बयान पर पलटवार किया है।
बीजेपी के एजेंडे पर काम कर रहे तथाकथित संत: सुशील आनंद शुक्ला
छत्तीसगढ़ कांग्रेस के चेयरमैन सुशील आनंद शुक्ला ने आरोप लगाते हुए कहा कि एजेंट के रूप में बीजेपी समर्थित संत काम कर रहे हैं। तथाकथित संत बीजेपी के एजेंडे पर काम कर रहे हैं। उन्हें धर्म के नाम पर राजनीति करना बंद करना चाहिए। महंत परमात्मानंद गिरी महाराज को थोड़ा से परमात्मा का ध्यान रखकर झूठ बोलना बंद करना चाहिए। कांग्रेस के साढ़े 4 साल के कार्यकाल में एक भी जगह चर्च का निर्माण नहीं हुआ है। यदि वह ऐसा साबित कर दें तो वे उनसे डिबेट करने को तैयार हैं। इस तरह के साधु-संत बीजेपी के कार्यकर्ता और एजेंट की तरह कार्य कर रहे हैं।
दिवंगत नेता पर लांछन लगाना ठीक नहीं, ऐसे संत बाज आएं: भगवानू नायक
जेसीसीजे के मुख्य प्रवक्ता भगवानू नायक ने महाराज के बयान पर पलटवार करते हुए जवाब दिया कि छत्तीसगढ़ के प्रथम मुख्यमंत्री अजीत जोगी और दिवंगत नेता पर लांछन लगाना ठीक नहीं हैं। ऐसे संतों को बाज आना चाहिए। इस तरह की भाषा बोलने से उन्हें सौ बार सोचना चाहिए। अजीत जोगी महान पुरुष थे।
‘जोगी छत्तीसगढ़ के सबसे लोकप्रिय नेता थे’
उन्होंने छत्तीसगढ़ के विकास का सपना देखा और छत्तीसगढ़ में विकास कराया। चाहें कुतुबमीनार से भी ऊंचा जैतखांभ हो या नवा रायपुर, परसदा क्रिकेट स्टेडियम, इंडोर स्टेडियम आदि विकास कार्य जोगी ने कराए थे। उन्हीं के विकास के नक्शे कदम पर सरकारें चल रही हैं। उन्होंने कहा कि स्वामी परमात्मानंद महाराज गिरी को सबसे जोगी के चरित्र का अध्ययन कर लेना चाहिए फिर बयान देने चाहिए। जोगी छत्तीसगढ़ राज्य से सबसे लोकप्रिय, सबसे जनप्रिय और सबसे जनधारी नेता रहे हैं। सोनिया गांधी के एजेंट के बयान पर कहा कि जोगी सोनिया गांधी को अपनी महतारी मानते थे। उन पर ऐसे बयान देने से संतों को बाज आना चाहिए।
राजधानी रायपुर के रावणभाठा में धर्मसभा के समापन पर परमात्मानंद गिरी महाराज ने धर्मांतरण पर विवादित बयान दिया था। अमर उजाला डॉट काम से बातचीत में उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण के लिए कांग्रेस जिम्मेदार है। कांग्रेस धर्मांतरण को बढ़ा रही है। उसके राज में यह फल फूल रहा है।
छत्तीसगढ़ के प्रथम मुख्यमंत्री पर लगाया बड़ा आरोप
उन्होंने पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और छत्तीसगढ़ के प्रथम मुख्यमंत्री दिवंगत अजीत जोगी पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि था कि ‘सोनिया गांधी के सबसे बड़े एजेंट अजीत जोगी थे’। ‘छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण के पीछे अजीत जोगी का हाथ था’। ‘कांग्रेस उसी धर्मांतरण की विरासत को आगे बढ़ा रही है’। वह धर्मांतरण पर कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। उन्होंने धर्मांतरण के लिए पूर्व सीएम अजीत जोगी और छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार जिम्मेदार ठहराया था।
पूर्ववर्ती बीजेपी सरकार का किया बचाव
परमात्मानंद गिरी महाराज ने पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह के शासनकाल पर बचाव करते हुए कहा कि पिछली सरकार इसमें सक्रिय नहीं थी। हिंदू राष्ट्र के सवाल पर कहा कि धर्मसभा के माध्यम से हिंदुओं को जो संदेश देना था, वह चल गया है। जनता जग रही है। जनता जगेगी , तो सब समस्याओं का हल होगा। अब संतों की जिम्मेदारी बढ़ गई है। हम संतों को और मेहनत करनी पड़ेगी। इसे लेकर योजना बन रही है।
सीएम भूपेश के बयान पर दिया जवाब
उन्होंने सीएम भूपेश बघेल के बीजेपी समर्थित साधु-संतों के बयान पर कहा कि धर्मसभा में किसी ने भी किसी राजनीतिक दल का नाम नहीं लिया है। किसी नेता का नाम नहीं लिया गया है। किसी राजनीतिक दल को ऐसा लगता है, तो ये उनका भाव है। आरएसएस के शाखा चलाने पर भी सवाल खड़ा किया जाता है कि ये मुसलमानों के लिए खतरा है जबकि ये सबल बनने के लिए है। समय भी यही कहता है।
‘बस्तर में धर्मांतरण पर नहीं हो रही कार्रवाई’
उन्होंने बस्तर में धर्मांतरण के सवाल पर कहा कि मामले में राज्य सरकार को तुरंत एक्शन लेना चाहिए। नारायणपुर में जो घटना हुई है, उसका अभी तक सही ढंग से निरीक्षण नहीं हुआ है। क्योंकि उन्हें वोट चाहिए। धर्मांतरण और नक्सलियों के पीछे सीधा चर्च का ही हाथ है। धर्मांतरण के पीछे चर्च जिम्मेदार है। इसके पीछे और किसी का हाथ नहीं है। बाकी सब राजनीति हो रही है।
हिंदू राष्ट्र बनाने का संकल्प
इस बयान से पूर्व छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर स्थित रावणभाठा में रविवार को आयोजित धर्म सभा में देशभर से आए साधु-संतों ने भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने के लिए संकल्प लिया। वहीं इस दौरान लोगों को भी हिंदू धर्म पर विश्वास, आस्था बनाए रखने पर जोर दिया। लोगों को हिंदू धर्म की रक्षा के लिए हाथ खड़ा करवाकर संकल्प भी दिलाया गया। धर्मसभा के समापन पर हिंदुओं से आग्रह किया गया कि सच्चा हिंदू वहीं है,जो शास्त्र का ज्ञान और शस्त्र लेकर चलता है। कुल मिलाकर धर्म सभा में भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने पर जोर दिया गया। इसके लिए देश-प्रदेश और जिले में हिंदुओं को जागरूक करने के लिए संत अलख जगाएंगे।
भारत हिंदू राष्ट्र था है और रहेगा: स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती
संतों ने कहा कि वो देश-प्रदेश के सभी जिलों में घर-घर जाएंगे और हिंदुओं जगाएंगे। धर्म सभा में पहुंचे काशी के शंकराचार्य स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती ने अमर उजाला डॉट काम से खास बातचीत में कहा कि भारत हिंदू राष्ट्र बनेगा। हमें इस पर पूरा विश्वास है। भारत हिंदू राष्ट्र था है और रहेगा। वहीं छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल के बीजेपी समर्थित साधु-संत के आरोप पर कहा कि साधु-संत समाज के होते हैं किसी राजनीतिक पार्टी के नहीं। धर्म और राजनीति अलग-अलग नहीं हो सकती।
कांग्रेस पर साधा निशाना
उन्होंने कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के शासनकाल पर रांची में पोप जॉन पाल के आगमन पर 21 तोपों की सलामी दी गई थी। इस दौरान 50 हजार वनवासियों को ईसाई बनाया गया था। इस बारे में कांग्रेस क्या जवाब देगी? वहीं अमेरिका से देवी हिल के आगमन पर शरद पवार ने साष्टांग दंडवत करके सलामी दी थी। उस दौरान कर्नाटक के सीएम देवगौड़ा थे।
‘धर्म की बातें ना करें कांग्रेस’
स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती ने कहा कि धर्म की बातें कांग्रेस ना करें। इस देश का विभाजन ही धर्म के आधार पर हुआ है। सीएम भूपेश बघेल के साधु-संतों की ओर से हिंदू समाज को गुमराह के आरोप पर कहा कि हिंदुओं को हम गुमराह नहीं कर रहे हैं। हम तो उन्हें सच्चा इतिहास बता रहे हैं। कांग्रेस के शासनकाल में 7 मुसलमान शिक्षा मंत्री हुए। जिन्होंने देश का इतिहास न पढ़वाकर मुगलों का इतिहास पढ़वाया। इस दौरान उन्होंने कई कांग्रेस सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए।
धर्म सभा से हिन्दू समाज जागृत हो रहा : साध्वी सौम्या
वहीं किन्नर अखाड़े की साध्वी सौम्या ने कहा कि धर्मसभा में जो बातें हुईं, वो नहीं होनी चाहिए थी। धर्म सभा से हिन्दू समाज जागृत हो रहा है। धर्म सभा में इसका साक्षात प्रमाण दिखा है। हमारा देश पहले हिंदू राष्ट्र था, है और रहेगा