![BJP पार्षद की पिटाई: भाजपाइयों ने थाने का किया घेराव, निगम कमिश्नर बोले- बदसलूकी पर सुरक्षाकर्मियों ने मारा BJP पार्षद की पिटाई: भाजपाइयों ने थाने का किया घेराव, निगम कमिश्नर बोले- बदसलूकी पर सुरक्षाकर्मियों ने मारा](https://i0.wp.com/mpcgtimes.com/wp-content/uploads/2023/10/IMG-20231014-WA0004.jpg?fit=512%2C384&ssl=1)
छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले में बीजेपी पार्षद गगन आईच पर हमले को लेकर हंगामा मच गया। नगर निगम कमिश्नर अभिषेक गुप्ता पर मारपीट का आरोप है। इस मामले में भाजपाइयों ने बसंतपुर थाने में नगर निगम आयुक्त के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। इससे पहले उन्होंने कार्रवाई की मांग को लेकर थाने का भी घेराव किया।
पूर्व सांसद अभिषेक सिंह, जिला भाजपा अध्यक्ष रमेश पटेल, वरिष्ठ भाजपा नेता खूबचंद पारख, प्रदेश प्रवक्ता नीलू शर्मा पार्षद गगन आइच के साथ थाने पहुंचे और हंगामा किया। पूर्व सांसद अभिषेक सिंह ने कहा है कि वे नगर निगम आयुक्त के खिलाफ राज्य निर्वाचन आयोग और कलेक्टर से शिकायत करेंगे।
पार्षद गगन आइच कमिश्नर के घर गए
पूरा मामला वार्ड नंबर- 45 का है. बीजेपी पार्षद गगन आइच पातालभैरवी मंदिर की ओर जाने वाली सड़क पर गड्ढों को लेकर निगम कमिश्नर अभिषेक गुप्ता के सरकारी आवास पर गए थे। वह सड़क की मरम्मत के बारे में बात कर रहे थे लेकिन इस दौरान उनकी कमिश्नर से तीखी नोकझोंक हो गई।
बीजेपी पार्षद पर मारपीट का आरोप
पार्षद गगन आइच ने बताया कि इसके बाद निगमायुक्त ने उनके साथ गाली-गलौज की और मारपीट की, जिससे वह घायल हो गये। उन्होंने कहा कि पातालभैरवी मंदिर के सामने सड़क बनवाने के लिए वह पिछले कई दिनों से निगम आयुक्त अभिषेक गुप्ता को फोन कर रहे थे, लेकिन उनसे मोबाइल पर संपर्क नहीं हो पा रहा था।
रास्ते को लेकर विवाद था
उन्होंने कहा- 15 अक्टूबर से नवरात्रि का त्योहार शुरू हो रहा है। उनके वार्ड में स्थित मां पातालभैरवी मंदिर तक जाने वाली सड़क में बड़े-बड़े गड्ढे हैं, जिससे श्रद्धालुओं को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इसकी जानकारी उन्होंने कलेक्टर को भी दी थी। मैंने निगमायुक्त से भी बात की, लेकिन उन्होंने मेरा नंबर ब्लॉक कर दिया।
निगम आयुक्त की कार्यप्रणाली पर सवाल
पूर्व सांसद अभिषेक सिंह और प्रवक्ता रवींद्र सिंह ने निगमायुक्त अभिषेक गुप्ता की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि एक उच्च पदाधिकारी का ऐसा अभद्र व्यवहार अशोभनीय है। ऐसा अधिकारी नगर निगम में नहीं होना चाहिए। हम चुनाव आयोग से मांग करेंगे कि कमिश्नर का तबादला कहीं और किया जाए। यहां भेदभाव से मुक्त अधिकारी होने चाहिए। अगर प्रशासन इसी तरह काम करेगा तो निष्पक्ष चुनाव की उम्मीद नहीं की जा सकती।
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