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भगवा यात्रा: 11 हजार वाहन, 21 रथ, महिलाएं भी रहीं आगे

मां अहिल्या की नगरी इंदौर शहर में एक साथ 11 हजार वाहनों व 21 रथों के माध्यम से अनूठी भगवा यात्रा निकाली गई। भगवा यात्रा की खासियत यह थी कि इस यात्रा में सभी मठ, मंदिर, संप्रदाय ओर समाजों को एकजुट किया गया था। यात्रा के माध्यम से सामाजिक एकात्मकता का संदेश भी इंदौर वासियों को दिया गया। संस्था पुरुषार्थ अध्यक्ष नानूराम कुमावत के नेतृत्व में निकली इस अनूठी भगवा यात्रा की शुरूआत संत महात्माओं के सान्निध्य में भारत माता रथ के पूजन के साथ की गई। यात्रा में भगवान राम व हनुमान की वेशभूषा में बच्चे आकर्षण का केंद्र रहे। रविवार को निकली इस भगवा यात्रा ने विश्व कीर्तिमान रचते हुए यात्रा शहर के प्रमुख चौराहों व मार्गों से निकाली गई। जहां 235 से अधिक मंचों से इस यात्रा का पुष्पवर्षा कर स्वागत किया गया। भगवा वाहन यात्रा का मार्ग लगभग 21 किलोमीटर का था। जिसे एमआर-10 से लालबाग पहुंचने में 3 घंटे का समय लगा। भगवान यात्रा में अनेक सामाजिक, धार्मिक, राजनीतिक पार्टी से जुड़े कार्यकर्ता व पदाधिकारी शामिल हुए थे। यात्रा में महिला, युवतियों ओर युवाओं ने भी इसमे बढ़चढक़र अपनी भागीदारी निभाई ओर इस  यात्रा को सफल बनाया।

संतो के सानिध्य में हुआ पूजन

नानूराम कुमावत ने बताया कि भगवा यात्रा का की शुरुआत साधु संतों के सानिध्य व विद्वान पंडितों के निर्देशन में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ की गई। यात्रा स्थल पर जहां हजारो वाहनों का काफिला नजर आ रहा था तो वही दूसरी ओर 21 रथ को फूलों से श्रृंगारित किया गया था। जो यहां आने वाले कार्यकर्ता, पदाधिकारी व जनमानस के लिए आकर्षण का केंद्र रहा।

जिन मार्गों से गुजरे लगे जयश्रीराम के जयकारे

भगवा वाहन यात्रा का लगभग 21 किलोमीटर का मार्ग था। यात्रा जिस स्थान, चौराहों व मार्गों से निकली वो मार्ग जयश्रीराम के जयकारों से गुंजयमान हो गया। यात्रा में युवाओ के साथ-साथ बड़ी से संख्या में महिलाएं व युवतियां भी शामिल हुई थी। 1050 से अधिक कार्यकर्ताओं ने इस पूरी यात्रा की जिम्मेदारी संभाली।  



यह था यात्रा का मार्ग, हर चौराहा व मार्ग रहा भगवामय

भगवा यात्रा एमआर-10 बायपास जंक्शन लाभ गंगा गार्डन से प्रारंभ होकर पुलिस थाना खजराना, गोया रोड, रिंग रोड, बंगाली, वल्र्ड कप, पीपल्याहाना, मूसाखेड़ी, आजाद नगर, गोल चौराहा, शिवजी प्रतिमा, गीता भवन, पलासिया, एल आईजी, पाटनीपुरा, मालवा मिल वीर सावरकर प्रतिमा, हुकुमचंद घण्टाघर, एमजी रोड, गांधी प्रतिमा रीगल, शास्त्री ब्रिज होते हुए राजबाड़ा स्थित मां अहिल्या की प्रतिमा पर पहुंची। जहां सभी जनमानस ने मां अहिल्या के पूजन के साथ इस यात्रा का समापन किया। भगवा यात्रा जिस मार्गों से निकली वहां सभी घरों, दुकानों, चौराहों को भगवामय किया गया था, जो यात्रा में शामिल सभी जनमानस को लुभा रहा था।

मुस्लिम समुदाय ने भी किया स्वागत

गुड़ी पड़वा हिन्दू नववर्ष के उपलक्ष्य में निकली यात्रा में सामाजिक समरसता का भाव भी देखने को मिला। यात्रा में मुस्लिम समुदाय के संगठनों ने भी मंच लगाकर इस यात्रा का स्वागत किया। इसी के साथ यात्रा में अग्रवाल समाज, सर्व ब्राह्मण समाज, श्वेतांबर जैन समाज, दिगंबर जैन समाज, जैन सोशल ग्रुप, कुमावत समाज, वाल्मीकि समाज, बैरवा समाज, अहिरवार समाज, भामी और कोरी समाज, यादव, गुर्जर तथा पाल समाज, सहित विभिन्न सामाजिक, धार्मिक और आध्यात्मिक संगठन ने भी यात्रा का जोरदार स्वागत किया।


आम से लेकर खास हुए यात्रा में शामिल

एमआर-10 बायपास जंक्शन लाभ गंगा गार्डन से प्रारंभ भगवा यात्रा में जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट, सांसद शंकर लालवानी विधायक महेंद्र हार्डिया, कमल वाघेला, नंदकिशोर पहाडिय़ा, राजीव जैन, मलखान कटारिया, भाजपा महामंत्री सविता अखंड, परसराम वर्मा, घनश्याम शेर, प्रतीक्षा नैयार (मालवी भाभी) सहित हजारों की संख्या में जनसमुदाय शामिल हुआ था।

संत-महात्मा का मिला सान्निध्य

भगवा यात्रा में एश्वर्यानंद महाराज, पंचकुईया महामंडलेश्वर रामगोपालदास महाराज, भूतेश्वर के हरिकृष्ण तिवारी, बाबा साहब तारानेकर, साध्वी अनंता देवी, किशनगढ़ राजस्थान के सुखराम महाराज, उमेशानंद महाराज, विवेकानंद महाराज, इस्कान मंदिर गिरधरराज महाराज, उज्जैन के संत किशनदेव महाराज, कबीर पंथी अनिल महाराज भी शामिल हुए।


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