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Bageshwar Dham: अखंड रामायण पाठ की पूर्णाहुति में शामिल हो सकते हैं धीरेंद्र शास्त्री, नगर भोज की तैयारी जारी

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धर्म का प्रचार-प्रसार और नई पीढ़ी को मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम के चरित्र, संदेश और शिक्षा से जोड़ने के लिए दंदरौआ सरकार भक्त मंडल द्वारा 16 जनवरी 2023 से 108 अखंड रामायण पाठ का आयोजन लगातार शहर में किया जा रहा है। जिसका समापन 9 अप्रैल 2023 रविवार को पूर्णाहुति और नगर भोज के साथ होगा। वैसे तो अब तक इस आयोजन में कई साधु संत शामिल होकर अपना आशीर्वाद प्रदान कर चुके हैं, लेकिन 9 अप्रैल 2023 को इस आयोजन की पूर्णाहुति करने धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री (बागेश्वर धाम) उज्जैन आ सकते हैं। 

108 अखंड रामायण पाठ कार्यक्रम के संयोजक भानु भदौरिया ने बताया कि धार्मिक नगरी उज्जैन में पहली बार लगभग तीन माह तक चलने वाली 108 अखंड रामायण पाठ का आयोजन किया जा रहा है। जिसकी शुरुआत एक भव्य आज्ञा यात्रा और कलश यात्रा के साथ हुई थी। यह आयोजन  महामंडलेश्वर रामदास महाराज और मनीष दास महाराज के आशीर्वाद से नगर में किया जा रहा है। जिसमें 9 अप्रैल 2023 तक कुल 108 स्थानों पर अखंड रामायण पाठ का आयोजन किया जाएगा। इस आयोजन की पूणार्हुति के लिए धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री (बागेश्वर धाम) को आमंत्रित किया गया है। जिन्होंने इस कार्यक्रम में पधार कर सभी धर्मालुजनों को अपना आशीर्वाद प्रदान करने की स्वीकृति भी प्रदान की है। भदौरिया ने बताया कि 9 अप्रैल 2023 को होने वाले इस आयोजन की तैयारियां शुरू कर दी गई है, क्योंकि इस दिन पूर्णाहुति के साथ ही नगर भोज का आयोजन भी हनुमान दंदरौआ सरकार उजड़खेड़ा हनुमान मंदिर पर होगा। 

आयोजन के पहले लिया था बाबा महाकाल का आशीर्वाद

इस आयोजन के लिए बाबा महाकाल का आशीर्वाद लेने के लिए नगर में एक आज्ञा यात्रा निकाली गई थी। जिसके बाद पूरे नगर में 108 अखंड रामायण होना प्रारम्भ हुआ था। आज्ञा यात्रा से प्राप्त धर्म ध्वज को दंदरौआ सरकार हनुमान उज्जैन के गादीपति मनीषदास महाराज द्वारा विधि विधान में मायापति हनुमान मंदिर, सामाजिक न्याय परिसर लाया गया था। इसके उपरांत भगवा धर्म ध्वज का पूजन कर हनुमान चालीसा पढ़ पूजन अर्चन कर अखंड रामायण पाठ शुरू किया गया था। यह अखंड रामायण पाठ पूरे 24 घंटे बिना रूके संत, मंडल के सदस्य और धर्मपरायण नागरिकों द्वारा पढ़ी जा रहा है। 9 अप्रैल से पहले अखंड रामायण पाठ का पारायण होगा। फिर यज्ञ और हवन कर भंडारा होगा।

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