सुरक्षा पर अनगिनत सवाल: गणेश विसर्जन के दौरान 12 से 13 साल की उम्र के 4 बच्चे डूबे, CM ने किया मुआवजे का एलान

भिंड(Bhind)। जिले के मेहगांव में गणेश विसर्जन (Ganesha Visarjan) का त्यौहार तीन परिवारों के लिए मातम में बदल गया. यहां तालाब में नहाने के दौरान डूबने से चार बच्चों की मौत (Four Children drowned) हो गई. इस हादसे की बड़ी वजह पुलिस की लापरवाही मानी जा रही है. क्योंकि गणेश विसर्जन के लिए तालाब के पास कोई भी सुरक्षा व्यवस्था नहीं की गई थी. बताया जा रहा है कि मृतकों में सरपंच के दो बेटे भी शामिल हैं.
बताया जा रहा है कि धनौली गांव के सरपंच राजू के दोनों बेटे प्रशांत और अभिषेक गणेश विसर्जन के लिए मेहगांव के वनखंडेश्वर महादेव मंदिर के तालाब पर गए थे. गणेश विसर्जन के बाद लोगों ने उन्हें तालाब से आसपास रहने की मनाही करते हुए भगा दिया. जिसके बाद बच्चे घर गए और अपने दो अन्य मित्र सचिन और हर्षित के साथ तालाब में नहाने चले गए. चूंकि पानी की वजह से तलहटी में कीचड़ जमा हुआ था, जिसमें फंसने की वजह से दो बच्चों की मौत हो गई. वहीं दो बच्चे घबराहट में पानी में डूब गए.
तैराक भी नहीं बचा पाए
बच्चों को डूबता देख मौके पर मौजूद लोगों ने आनन-फानन में तैराकों को बुलाया. जिनकी मदद से एक-एक कर चारों को बाहर निकाला गया. लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी. रेस्क्यू के बाद सभी बच्चों को लेकर स्थानीय लोग मेहगांव अस्पताल पहुंचे, जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
कई बच्चों के डूबने की आशंका
घटना के बाद एसडीओपी राजेश राठौर का ने बताया कि डूबने वाले चारों बच्चे 11 से 12 साल के हैं. लोगों ने और भी बच्चों के तालाब में होने की संभावना जताई है. जिसको देखते हुए थाना प्रभारी तालाब में उतरकर सर्चिंग कर रहे हैं. वही भिंड से भी एक रेस्क्यू टीम को बुलाया गया है.
हादसे में लिए पुलिस को ठहराया जा रहा जिम्मेदार
हादसे की बड़ी वजह मेहगांव पुलिस की लापरवाही मानी जा रही है. क्योंकि गणेश विसर्जन का इतना बड़ा महोत्सव होने के बावजूद भी पुलिस द्वारा तालाब किनारे किसी तरह की कोई सुरक्षा व्यवस्था नहीं की गई. लोगों का कहना है कि यदि सुरक्षा व्यवस्था पर पुलिस का ध्यान होता तो शायद समय रहते बच्चों को बचाया जा सकता था.