Kejriwal को MP के दामाद ने हराया: कौन हैं Pravesh Verma, Delhi में अब CM की रेस में टॉप पर, जानिए कैसे हारे केजरीवाल ?
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Pravesh Verma Kejriwal New Delhi seat BJP candidate: दिल्ली विधानसभा चुनाव में नई दिल्ली सीट से भाजपा प्रत्याशी प्रवेश वर्मा, जिन्होंने (Pravesh Verma) पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल को 4089 वोटों से हराया, वह मध्य प्रदेश के धार के दामाद हैं।
Pravesh Verma Kejriwal New Delhi seat BJP candidate: उनकी जीत के बाद धार में भाजपा कार्यकर्ताओं ने जमकर जश्न मनाया। विधायक नीना वर्मा के निवास पर भी जश्न मनाया गया। प्रवेश वर्मा दिल्ली के सीएम की रेस में बड़े दावेदार हैं। उनकी सास नीना वर्मा धार से भाजपा विधायक हैं।
Pravesh Verma Kejriwal New Delhi seat BJP candidate: विक्रम वर्मा भाजपा के वरिष्ठ नेता हैं, वे केंद्रीय मंत्री भी रह चुके हैं। प्रवेश वर्मा की शादी विक्रम वर्मा और नीना वर्मा की बड़ी बेटी स्वाति वर्मा से वर्ष 2002 में हुई थी।
Pravesh Verma Kejriwal New Delhi seat BJP candidate: जब मध्य प्रदेश में 2023 के विधानसभा चुनाव में प्रवेश वर्मा की सास नीना वर्मा को धार से भाजपा प्रत्याशी बनाया गया था। तब प्रवेश वर्मा उनके लिए प्रचार करने धार आए थे।
Pravesh Verma Kejriwal New Delhi seat BJP candidate: इस चुनाव में नीना वर्मा ने जीत दर्ज की थी। वहीं सास नीना वर्मा और ससुर विक्रम वर्मा भी दामाद प्रवेश वर्मा के लिए प्रचार करने दिल्ली गए थे। दोनों अभी भी दिल्ली में ही हैं।
राजनीति में क्यों मजबूत हैं प्रवेश
प्रवेश वर्मा की गिनती दिल्ली के उन नेताओं में होती है। जो मजबूत शैक्षणिक पृष्ठभूमि से आए हैं। इसके अलावा उनकी पारिवारिक पृष्ठभूमि राजनीतिक है। उन्होंने किरोड़ीमल कॉलेज से ग्रेजुएशन किया है।
Pravesh Verma Kejriwal New Delhi seat BJP candidate: इसके बाद उन्होंने इंटरनेशनल बिजनेस में एमबीए किया। 2013 में वे राजनीति में आए, महरौली से पहला चुनाव जीता। उसके बाद 2014 में उन्होंने पश्चिमी दिल्ली सीट से लोकसभा चुनाव लड़ा और जीत भी हासिल की।
उन्होंने 2019 का लोकसभा चुनाव भी जीता। प्रवेश के पिता साहिब सिंह वर्मा दिल्ली के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। ससुर विक्रम वर्मा मध्य प्रदेश में बीजेपी के कद्दावर नेता हैं। उनकी सास नीना वर्मा धार विधानसभा सीट से विधायक हैं।
दिल्ली के सीएम पद के दावेदारों में प्रवेश मजबूत हैं
दिल्ली में सीएम पद के दावेदारों में प्रवेश वर्मा की मजबूती का कारण उनका जाट समुदाय से आना है। दूसरे, केजरीवाल को हराकर उन्होंने अपनी स्थिति और मजबूत कर ली है। भाजपा दिल्ली, पंजाब और हरियाणा के इलाके में महत्वपूर्ण जाट नेतृत्व की तलाश कर रही है। ऐसे में युवा नेता प्रवेश वर्मा बेहतर विकल्प हो सकते हैं।
दिल्ली के सीएम रह चुके प्रवेश वर्मा के पिता
साल 2002 में प्रवेश वर्मा की स्वाति वर्मा से शादी हुई। इनके एक बेटा शिवेन और दो बेटियां सानिधि और प्रिशा हैं। ससुर विक्रम वर्मा अटल बिहारी सरकार में केंद्रीय मंत्री रह चुके हैं। उस दौरान प्रवेश वर्मा के पिता साहिब सिंह वर्मा दिल्ली के सीएम थे।
प्रवेश वर्मा का जन्म 1977 में हुआ था। उन्होंने स्कूलिंग आरकेपुरम स्थित दिल्ली पब्लिक स्कूल से की है। दिल्ली यूनिवर्सिटी (DU) के किरोड़ीमल कॉलेज से बैचलर की डिग्री हासिल की। उन्होंने एमबीए किया है। स्वाति ने भी पुणे से एमबीए किया है। वो बिजनेस वुमेन होने के साथ ही सोशल वर्क भी करती हैं।
2023 में सास का प्रचार करने आए थे प्रवेश
Pravesh Verma Kejriwal New Delhi seat BJP candidate: 2023 में मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में सास नीना वर्मा के प्रचार के लिए प्रवेश वर्मा खुद धार आए थे। इस चुनाव में लगातार चौथी मर्तबा धार से नीना वर्मा को जीत मिली थी।
Pravesh Verma Kejriwal New Delhi seat BJP candidate: प्रवेश के साथ उनकी पत्नी स्वाति भी धार विधानसभा क्षेत्र के गांवों में बैठक लेने और पार्टी के लिए वोट मांगने पहुंची थीं। चुनाव के अलावा भी प्रवेश धार आते रहते हैं, इसी कारण स्थानीय नेताओं से भी प्रवेश वर्मा का सीधा संपर्क है।
हार की 6 बड़ी वजह; केजरीवाल के खिलाफ मोदी खुद चेहरा बने
करप्शन के आरोप लगे, 177 दिन जेल में रहे: केजरीवाल शराब नीति केस में कुल 177 दिन जेल में रहे। BJP ने अपने चुनावी कैंपेन में इसे मुद्दा बनाया। केजरीवाल खुद को ‘कट्टर ईमानदार’ कहते थे। BJP ने उन्हें बार-बार ‘कट्टर बेईमान’ कहा।
सरकारी बंगले ‘शीशमहल’ पर 45 करोड़ खर्च
केजरीवाल के सरकारी बंगले के रेनोवेशन पर 45 करोड़ रुपए खर्च किए जाने को BJP ने मुद्दा बनाया। चुनाव के पहले इसे ‘शीशमहल’ कहकर प्रचारित किया।
केजरीवाल के खिलाफ मोदी खुद चेहरा बने
BJP ने इस चुनाव को PM मोदी बनाम केजरीवाल बनाया। प्रधानमंत्री ने अपने नाम पर वोट मांगे।
केंद्र ने वोटिंग से 3 दिन पहले 12 लाख तक इनकम टैक्स फ्री की
दिल्ली में 67% आबादी मिडिल क्लास है। पिछले चुनावों में मिडिल क्लास ने AAP को एकतरफा वोट किया था। इस फैसले का असर पड़ा।
महिलाओं और बुजुर्गों को आर्थिक मदद का ऐलान
मोदी ने हर रैली में कहा कि हम मौजूदा सरकार की किसी भी कल्याणकारी योजना को बंद नहीं करेंगे। वहीं, महिलाओं और 60-70 साल के बुजुर्गों को हर महीने 2500 रुपए देने का ऐलान किया।
67 प्रतिशत उम्मीदवार बदल दिए
BJP ने इस बार कुल 68 उम्मीदवार उतारे। इसमें पिछले चुनाव वाले 46 प्रत्याशी बदल दिए। यानी BJP ने 67 प्रतिशत कैंडिडेट बदले।
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