Israel Lebanon War Update: Hezbollah ने Netanyahu के निजी आवास पर Drone Attack, जानिए क्या बोला PMO ?
Israel Lebanon War Update Benjamin Netanyahu Hezbollah Drone Attack: हिजबुल्लाह ने शनिवार को इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के गृहनगर सिसेरिया में ड्रोन हमला किया। टाइम्स ऑफ इजरायल के अनुसार, पीएमओ ने हमले की पुष्टि की है।
पीएमओ ने कहा कि इस ड्रोन हमले का लक्ष्य पीएम नेतन्याहू का निजी आवास था। हमले के समय नेतन्याहू और उनकी पत्नी सारा घर पर नहीं थे। ड्रोन सिसेरिया में एक इमारत पर गिरा। इसमें कोई हताहत नहीं हुआ।
इजरायली रक्षा बल (आईडीएफ) ने कहा कि शनिवार को लेबनान से इजरायल पर 3 ड्रोन दागे गए। इजरायली बलों ने 2 ड्रोन को मार गिराया। हमले के बाद गिलोट सैन्य अड्डे पर अलार्म बजने लगे।
आईडीएफ ने स्वीकार किया है कि उनका वायु रक्षा तंत्र हमले को रोकने में विफल रहा। उन्होंने कहा कि वे ड्रोन घुसपैठ की जांच कर रहे हैं।
हिजबुल्लाह ने इजराइल पर हमले तेज किए
आईडीएफ ने बताया कि पिछले एक घंटे में (भारतीय समयानुसार दोपहर 1 से 2 बजे के बीच) लेबनान से उत्तरी इजराइल पर करीब 55 रॉकेट दागे गए हैं। इनमें से कुछ को रोक लिया गया है जबकि कई खुले इलाकों में गिरे हैं। टाइम्स ऑफ इजराइल की रिपोर्ट के मुताबिक, हमले में कम से कम 9 लोग घायल हुए हैं।
खामेनेई ने कहा- सिनवार की मौत के बाद भी हमास जिंदा रहेगा
इजराइली हमले में हमास प्रमुख याह्या सिनवार की मौत के बाद पहली बार ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने बयान दिया है। टाइम्स ऑफ इजराइल के मुताबिक, उन्होंने कहा है कि याह्या सिनवार की मौत के बाद भी हमास खत्म नहीं हुआ है।
खामेनेई के सोशल मीडिया अकाउंट पर शनिवार को सिनवार की मौत से जुड़ी कई पोस्ट की गईं। इसमें लिखा है- सिनवार अपने शहीद दोस्तों के पास चला गया है। उसका जाना हमारे लिए दर्दनाक है।
जिस तरह अहमद यासीन, अब्देल अजीज रंतीसी, इस्माइल हनीयेह की शहादत के बाद भी हमास ने अपना काम जारी रखा, उसी तरह सिनवार की मौत के बाद भी वह नहीं रुकेगा।
खामेनेई ने कहा कि ईरान हमेशा की तरह फिलिस्तीनी मुजाहिद्दीन और लड़ाकों के साथ खड़ा रहेगा।
इससे पहले ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने शुक्रवार को सिनवार को शहीद बताया था। अराघची ने सोशल मीडिया पर कहा था कि सिनवार अपनी जमीन के लिए लड़ते हुए शहीद हुए।
वह कभी मौत से नहीं डरे। उन्होंने अंत तक बहादुरी से लड़ाई लड़ी और शहीद हुए। उन्होंने अपने आखिरी वक्त में भी बहादुरी दिखाई।
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