जुर्मस्लाइडर

सूदखोरों पर कब लगेगी लगाम: ढाई लाख ब्याज में कर्ज देकर सूदखोर ने वसूले 22 लाख!, SP साहब धरातल पर कब उतरेगा अभियान ?

अनूपपुर। मध्यप्रदेश के अनूपपुर जिले के जमुना कोतमा क्षेत्र में सूदखोरों और बैंक दलालों का बोल बाला है. बैंक दलाल और सूदखोरों के आतंक के कारण कई एसईसीएल कर्मचारियों ने अपनी जीवन लीला ही समाप्त कर ली. बैंक दलाल सूदखोर पहले सीधे-साधे अनपढ़ अशिक्षित आदिवासियों कॉलरी कर्मचारियों को अपने झांसे में लेने के लिए उन्हें 10% से 15% ब्याज पर पैसे बांट देते हैं. फिर चंगुल में फंसते ही सूत समेत ब्याज जोड़कर कॉलरी कर्मचारियों की जिंदगी भर की खून पसीने की कमाई एक ही बार में डकार जाते हैं. सरकार भले ही सूदखोरों पर कार्रवाई करने की बात कहती है, लेकिन यह सिर्फ कागजों में ही है. अनूपपुर पुलिस ने जिले में कुछ दिन पहले सूदखोरों के खिलाफ अभियान भी चलाया था, जिसे सूदखोर ही पतीला लगा रहे हैं.

जिले के कोयलांचल क्षेत्र में 75% से अधिक कॉलरी कर्मचारी बैंक दलालों और सूदखोरों के चंगुल में फंसे हुए हैं. जिनका पासबुक, एटीएम कार्ड, आधार कार्ड, कोरा चेक बुक, हस्ताक्षर किया चेक, सोने चांदी का आभूषण सहित जमीन रजिस्ट्री पट्टा तक गिरवी कर लिया जाता है. कार्मचारियों को अपने कर्ज तले इतना दबा देते हैं कि मजबूर होकर उन्हें बैंकों से कर्ज/लोन लेना पड़ता है. कुछ चिन्हित बैंक दलाल लोन कराकर खाता धारक की पूरी रकम ही डकार जाते हैं. जब इस पर भी दलालों का पेट नहीं भरता तो ग्रेच्युटी फंड तक राशि निकलवा कर हड़प लेते हैं.

महिला ने एसपी से लगाई न्याय की गुहार

लाइन दफाई भालूमाड़ा निवासी पीड़ित महिला रूपा कोल (63 वर्ष) कॉलरी की सेवानिवृत्त कर्मचारी है. जिसे सूदखोर हरजित सिंह जस्साल ने अपने जाल में फंसा लिया. जबकि वो खुद एसईसीएल कंपनी जमुना कोतमा क्षेत्र अंतर्गत गोविंदा उपक्षेत्र फिल्टर हाउस में वॉलमैन के पद पर पदस्थ है. हरजित सिंह की प्रताड़ना से तंग आकर सेवानिवृत्त आदिवासी कॉलरी कर्मचारी के पूरे परिवार ने एसपी अखिल पटेल से पूरे मामले की शिकायत की है. एसपी को जन जागरूकता अभियान बंकिम बिहार जमुना में मुलाकात कर अपनी आपबीती बताई. सूदखोर हरजित सिंह जस्साल के खिलाफ मामले की शिकायत दर्ज कराई.

सूरखोर के जाल में कैसे फंसी महिला 

शिकायत में महिला ने बताया कि उसने वर्ष 2014 में अपने पुत्र विनय कुमार कोल की पढ़ाई लिखाई के लिए हरजित सिंह जस्साल से लगभग ढाई लाख रुपए 5% ब्याज में पैसे उठाए थे. सेवानिवृत्त कॉलरी कर्मचारी रूपा कोल से सूदखोर हरजित सिंह जस्साल ने पासबुक, हस्ताक्षर किया हुआ कई चेक ले लिए. सूदखोर वर्ष 2014 से 2018 तक वेतन का पैसा निकालता रहा. तिमाही बोनस 8 से 10 हजार और सालाना 30 से 40 हजार बोनस का पैसा सूदखोर हरजित सिंह अस्साल हड़पता रहा.

ग्रेविटी फंड सूदखोर ने डकार ली

शिकायतकर्ता रूपा कोल ने बताया कि हरजित सिंह जस्साल निवासी भालूमाड़ा ने धोखाधड़ी छल पूर्वक उसकी ग्रेजुएटी और फंड की पूरी रकम धीर-धीरे कर 3 वर्षों में ही हड़प कर उसे कंगाल कर दिया. सेवानिवृत्त कॉलरी कर्मचारी रूपा कोल को एसईसीएल कंपनी से ग्रेजुएटी 19 लाख 92 हजार और फंड 15 लाख 45 हजार 678 रुपए मिले थे, जिसे हरजित सिंह जस्साल ने 7 मार्च 2019 को पीड़ित का चेक क्रमांक 362102 खाता चेक लगाकर अपनी सगी बहन निवासी जबलपुर के खाता क्रमांक 34529002358 पर 4 लाख रुपए डाल दिए. वहीं 7 मार्च 2019 को ही अपने मित्र राम प्रसाद कालरी कर्मचारी भालूमाड़ा हॉस्पिटल निवासी लहसुई कैम्प के खाता क्रमांक 30961283 684 पर पीडित के चेक क्रमांक 362113 से 5 लाख रुपये धोखाधड़ी षड्यंत्र पूर्वक कूट रचना रचित कर डालवा दिए.

ढाई लाख कर्ज देकर वसूल लिए 22 लाख 

सेवानिवृत्त कॉलरी कर्मचारी रूपा कोल से लगभग ग्रेच्युटी फंड का मिला पैसा 6 लाख रुपए नगद के रूप में भी हरजित सिंह जस्साल ने ले लिए. इस तरह वर्ष 2014 में ढाई लाख रुपए 2018 में 14 लाख बन जाता है. सेवानिवृत्त कॉलरी कर्मचारी रूपा ने बताया कि उसके साथ लगभग 22 लाख रुपए हरजित सिंह जस्साल ठगी कर चुका है. पीड़िता जब पैसे मांगती है, तो सूदखोर आज कल वापस करने का बहाना बनाकर टालमटोल करता रहता है. पुलिस अधीक्षक से पीड़ित परिवार ने न्याय की गुहार लगाई है. अब देखना यह होगा पीड़ित को कब न्याय मिलता है. पुलिस सूदखोर पर कब कार्रवाई करेगी.

इसे भी पढ़ें- बूस्टर शॉट: भारत में नागरिकों को Corona Vaccine की दूसरी डोज नहीं लग पाई, इधर एक्सपर्ट ने चौथी डोज की बता दी जरूरत 

Show More
Back to top button