![जीजा-साली का अफेयर कत्ल पर खत्म: शादी की पहली रात पति को कॉल कर साली से दूर रहने को कहा, फिर… जीजा-साली का अफेयर कत्ल पर खत्म: शादी की पहली रात पति को कॉल कर साली से दूर रहने को कहा, फिर…](https://i0.wp.com/mpcgtimes.com/wp-content/uploads/2021/12/WhatsApp-Image-2021-12-25-at-12.30.01-PM.jpeg?fit=1280%2C1009&ssl=1)
निपानिया। बैजनाथ गांव में घर में मिली खून से सनी लाश के मामले का शुक्रवार को पुलिस ने खुलासा कर दिया. जीजा-साली के बीच अफेयर हत्या की वजह बनी. साली की शादी के बाद पहली रात ही जीजा ने साली के पति को कॉल कर उससे दूर रहने के लिए धमकाया था. उसी रात साली के पति ने ठान लिया था कि उसकी हत्या कर देगा. आरोपी ने अपने चचेरे भाई के साथ गुप्ती से गोद दिया था. मामले में पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
मृतक नूर मोहम्मद ने की थी तीन शादियां
1 दिसंबर की रात निपानिया बैजनाथ गांव के रहने वाले 44 साल के नूर मोहम्मद पुत्र उस्मान शेख की अज्ञात हमलावरों ने हत्या कर दी थी. आरोपियों का सुराग नहीं मिलने पर एसपी राकेश कुमार सगर ने आरोपियों पर 10 हजार रुपए का इनाम घोषित कर टीम बनाई थी. जांच में पता चला कि नूर माेहम्मद ने तीन शादियां की थी. तीसरी शादी उसने गंगापुर की रानी पिता वकील खां से की थी. वह पत्नी और चार बच्चाें के साथ करीब चार साल से ससुराल में रहने आ गया था. कुछ समय बाद ही वह अपने गांव निपानिया बैजनाथ रहने गया था.
साली से थे अवैध संबंध
जांच में पता चला कि ससुराल में रहते हुए नूर मोहम्मद का साली से अफेयर हो गया. नंबवर 2020 में साली की शादी 22 साल के सोहेल पुत्र इब्राहिम उर्फ अब्बू पठान निवासी बड़ौद से हुई थी. साली ससुराल पहुंची तो पहली रात ही नूर मोहम्मद ने सोहेल को कॉल किया. धमकाया कि तेरी पत्नी को मैंने रख रखा है. तू उससे दूरी बनाकर रखना, नहीं तो ठीक नहीं होगा. इससे गुस्साए सोहेल ने उसी रात नूर को रास्ते से हटाने का ठन लिया था. पुलिस को पता चला कि 30 नवंबर को सोहेल बाइक से नूर मोहम्मद के गांव आया था.
रैकी कर गुप्ती से गोदा
वारदात के एक दिन मृतक की पत्नी सोहेल के बेटे को झुला डालने के कार्यक्रम में गंगापुर गांव गई हुई थी. 30 नवंबर को सोहेल भी गंगापुर पहुंचा, जहां उसे नूर मोहमद नजर नहीं आया. सोहेल यहां से अपने 22 साल के चचेरे भाई जाफर पुत्र मुबारिक खान निवासी बड़ौद के साथ निपानिया बैजनाथ पहुंचा. यहां नूर को अकेला पाकर उन्होंने गुप्ती से उसे गोद दिया. हत्या कर बड़ाैद लौटते समय गुप्ती को रास्ते में पुलिया के नीचे फेंक दिया था. बड़ौद पहुंचकर वे सबसे पहले अपने गैराज पहुंचे. यहां बाइक खड़ी कर खून से सने कपड़ों को जला दिया.
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