डिंडौरी में परकोलेशन टैंक निर्माण में उपयंत्री ने किया भ्रष्टाचार: लाखों की तालाब से पानी लीकेज, गर्मी से पहले सूखा ताला, पढ़िए भ्रष्टाचार में किसका है हाथ
Deputy engineer committed corruption in construction of percolation tank in Dindori: गणेश मरावी,डिंडौरी। मध्यप्रदेश के डिंडौरी जिले में जिम्मेदारों के द्वारा परकोलेशन टैंक निर्माण में जमकर भ्रष्टाचार किया जा रहा है। यहां पर निर्माण ऐजेंसी के द्वारा तकनीकी मापदंडों को दरकिनार कर मनमानी पूर्वक पूरी तरह से गुणवत्ताविहीन निर्माण करा रहे हैं। निर्माण कार्य चलने के दौरान उपयंत्री और सहायक यंत्री के द्वारा लगातार माॅनरिटिंग नहीं की जाती है। यही कारण है कि कई निर्माण कार्य भ्रष्टाचार के भेंट चढ़ जाते हैं।
दरअसल ग्राम पंचायत इमलई में परकोलेशन टैंक निर्माण में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार किया गया है। बताया गया कि परकोलेशन तालाब को उपयंत्री कमलेश धूमकेती अपने चहेते ठेकेदार के द्वारा कराया गया है। ठेकेदार के द्वारा इसी का फायदा उठाते हुए स्वयं को अधिक मुनाफा कमाने के चक्कर में गुणवत्ताविहीन निर्माण कराया गया है।
बारिश में फूट गया था परकोलेशन तालाब
ग्राम पंचायत इमलई महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत लगभग 9 लाख रुपए की लागत से परकोलेशन टैंक का निर्माण कराया गया है, जो घटिया निर्माण के चलते पहली बारिश में ही फूट गया था। जिसे आनन-फानन में सुधारा गया था। ग्रामीणों ने बताया कि निर्माण ऐजेंसी के द्वारा कार्य के दौरान रोलर या ब्राईवेटर नहीं चलाया गया है। जिस कारण टैंक के नीचे का हिस्सा सही तरीके से नहीं दबा है। साथ ही बेस मजबूत नहीं बनने के कारण पानी तेजी से रिसाव हो रहा था।
गर्मी से पहले सूखा परकोलेशन टैंक
ग्रामीणों ने बताया कि सरपंच सचिव व उपयंत्री के द्वारा परकोलेशन तालाब का निर्माण गुणवत्ता को दरकिनार कर कराया गया था। जिसके चलते टैंक के निचले कई हिस्सों से पानी रिसाव हो रहा था। गर्मी से पहले परकोलेशन तालाब पूरा सूख गया है।
ग्रामीणों ने बताया कि लाखों रुपए खर्च कर परकोलेशन तालाब का निर्माण कराया गया है। जिससे किसान अपनी खेतों में पानी सिचाईं कर सके व ग्रामवासी दैनिक निस्तार के उपयोग में ला सके, लेकिन गर्मी से पहले ही परकोलेशन तालाब पूरा सूख गया है।
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