अनूपपुर कलेक्टर के तल्ख तेवर ! सरकारी नुमाइंदों ने दी झूठी जानकारी, मीटिंग में अधिकारियों पर भड़के DM, आखिर कब सुधरेंगे जिम्मेदार ?

अनूपपुर। मध्यप्रदेश के अनूपपुर जिले में पदस्थ सरकारी नुमाइंदे सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं. लगातार कलेक्टर को झूठी रिपोर्ट दे रहे हैं. अनूपपुर कलेक्टर आशीष वशिष्ठ ने फिर सरकारी अधिकारियों की काली करतूत को पकड़ लिया. मीटिंग में जमकर फटकार लगाई. इसके पहले भी अधिकारियों ने अनूपपुर कलेक्टर से झूठा गेम खेलने की साजिश रचे थे, लेकिन लापरवाही पर जमकर फटकार लगी थी. बावजूद इसके सीखने का नाम नहीं ले रहे हैं. ऐसे में सवाल ये है कि जब अधिकारी सैलरी पूरी लेते हैं, तो काम निकम्मेपन वाली क्यों करते हैं.
क्या है पूरा मामला ?
दरअसल, जिले में विभिन्न निर्माण विभागों द्वारा संचालित कार्यों की बैठक कर समीक्षा कलेक्टर आशीष वशिष्ठ द्वारा कलेक्ट्रेट स्थित नर्मदा सभागार में की गई. बैठक में विभिन्न निर्माण विभागों के अधिकारी उपस्थित थे. जिले में सेतु निगम द्वारा निर्मित कराए जा रहे ब्रिज निर्माण कार्य की समीक्षा के दौरान कार्यों की लम्बे समय से अधूरे रहने और निर्देश के बाद भी कार्य नहीं होने पर कलेक्टर आशीष वशिष्ठ ने नाराजगी जताई.
उन्होंने समीक्षा के दौरान सेतु निगम के एसडीओ को कार्य में शिथिलता बरतने और प्रोजेक्ट को लंबे समय तक डिले रखने से उत्पन्न अवरोध से जन आक्रोश बढ़ने तथा गलत और झूठी जानकारी देने पर उनके विरूद्ध कार्रवाई के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि सेतु निगम द्वारा बनाए गए कई ब्रिज का कार्य पूर्ण होने के बाद भी लम्बे समय से ब्रिज का एप्रोच रोड नहीं बनने से तैयार संरचना से आम जन लाभान्वित नहीं हो पा रहे हैं, जिससे आम जन को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
बैठक में जनजातीय कार्य विभाग अंतर्गत 38 छात्रावासों के कार्यों की समीक्षा की गई. कलेक्टर ने छात्रावासों के सभी निर्माण तथा रंगरोगन के कार्यों को एक जुलाई तक पूर्ण करने के निर्देश दिए. उन्होंने सीएम राईज स्कूल के निर्माण कार्यों की समीक्षा करते हुए कार्यों के संबंध में अधिकारियों को निर्देश दिए.
उन्होंने कहा कि सभी निर्माण कार्यों में गुणवत्ता तथा समय-सीमा का विशेष ध्यान रखा जाए. बैठक में लोक निर्माण विभाग के कार्यों की समीक्षा करते हुए कलेक्टर ने बरबसपुर होकर सांधा मोड़ तक सड़क के डामरीकरण के संबंध में निर्देश दिए.
समीक्षा बैठक में लोक निर्माण विभाग (भवन) तथा पीएमजीएसवाई तथा सर्व शिक्षा अभियान, ग्रामीण यांत्रिकी सेवा के निर्माण कार्यों की समीक्षा कर कार्यों को वर्षा के पूर्व सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए.
बैठक में सर्व शिक्षा अभियान के तहत स्कूलों को प्रदाय किए जाने वाले स्मार्ट क्लास सामग्री को सत्यापन के लिए कार्यालय में एक माह से रखे जाने पर कलेक्टर ने नाराजगी जताई और मौके पर ही डिप्टी कलेक्टर दीपक पाण्डेय के नेतृत्व में टीम भेजकर सामग्री का सत्यापन कराया.
कलेक्टर ने शिक्षा और जनजातीय कार्य विभाग के द्वारा भी स्मार्ट क्लास की सामग्री क्रय के संबंध में संबंधित विभागीय अधिकारियों से जानकारी ली. शिक्षा विभाग के कर्मचारी द्वारा अवगत कराया गया कि स्मार्ट क्लास की सामग्री संबंधित स्कूल में पहुंच गई है.
कलेक्टर ने सत्यापन कराकर स्कूलों में इस्टालेशन की कार्रवाई के निर्देश दिए. जनजातीय कार्य विभाग द्वारा अवगत कराया गया कि स्मार्ट क्लास सामग्री 2 बार टेन्डर होने पर भी उपयुक्त फर्म नहीं मिलने से कार्यादेश प्रसारित नहीं किए गए हैं. पुनः टेन्डर की कार्रवाई की जा रही है.
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