MP के स्कूल में हिंदू लड़कियों को पहनाया गया हिजाब! पोस्टर वायरल होने के बाद मचा बवाल, नेता और अफसरों ने लिया संज्ञान, जानें पूरा मामला
दमोह। मध्य प्रदेश के दमोह जिले में हिंदू लड़कियों के हिजाब पहनने का मामला सामने आया है. इसके पोस्टर में हिंदू टॉपर छात्राओं को हिजाब में दिखाया गया है. सोशल मीडिया पर ये पोस्टर जमकर वायरल हो रहा है. पोस्टर वायरल होने के बाद भाजपा ने आपत्ति जताई और जांच की मांग की. हिंदू संगठन सड़क पर उतर बवाल करते हुए प्रदर्शन कर रहे हैं.
प्रियंक कानूनगो ने ट्वीट कर कही यह बात.
राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो का ट्वीट सामने आया है. उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि, “मध्यप्रदेश के दमोह ज़िले में एक स्कूल द्वारा हिंदू और अन्य ग़ैर मुस्लिम बच्चियों को स्कूल यूनीफ़ॉर्म के नाम पर जबरन बुर्का व हिजाब पहनाये जाने की शिकायत प्राप्त हुई है. इसका संज्ञान लिया जा रहा है, एवं आवश्यक कार्यवाही हेतु Collector Damoh व पुलिस अधीक्षक दमोह को निर्देश प्रेषित किए जा रहे हैं.”
IGNTU में प्रोफेसरों पर लग चुके हैं धर्मांतरण के आरोप
वहीं, राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष ने मीडिया से बात करते हुए IGNTU विश्वविद्यालय के प्रोफेसरों पर गंभीर आरोप लगाया और कहा था कि, हमें नाम न बताने की शर्त पर यह बताया गया कि, स्थानीय भ्रमण के दौरान कुछ लोगों ने धर्मांतरण से जुड़ी हुई शिकायत की हैं, जो जांच का विषय है. उन्होंने कहा कि, अमरकंटक से (पेंड्रा) छत्तीसगढ़ ले जाकर धर्मांतरण कराया जाता है.
क्या है मामला
यह पूरा मामला दमोह जिले के गंगा जमना हाई सेकेंडरी स्कूल का है. जहां एमपी बोर्ड में टॉप करने वाली हिन्दू लड़कियों को हिजाब में दिखाया गया है. इस पर बीजेपी प्रदेश कार्यसमिति सदस्य सुरेंद्र शर्मा (Surendra Sharma) ने आपत्ति जताई है. उन्होंने इस मामले में गृहमंत्री से जांच की मांग की है. वहीं हिंदूवादी संगठन इस मामले पर आज ज्ञापन सौंपेंगे.
सुरेंद्र शर्मा ने किया ट्वीट
सुरेंद्र शर्मा ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि “क्या यही गजब गंगा जमना तहजीब है. इस विद्यालय की तो मान्यता रद्द होना चाहिये.जो the kerla story में देखा था यहां तो साक्षात हो रहा है. मेरा गृहमंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा जी से आग्रह है कि, धर्मांतरण को बढ़ावा देने के लिये इस विद्यालय के संचालकों के खिलाफ़ कानूनी कार्यवाही हो.”
आरोपों को कलेक्टर ने जांच में बताया गलत
दमोह कलेक्टर मयंक अग्रवाल ने ट्वीट कर जानकारी दी है कि गंगा जमुना स्कूल के पोस्टर को लेकर कुछ लोगों द्वारा भ्रम फैलाई जा रही है. थाना प्रभारी कोतवाली और जिला शिक्षा अधिकारी से जांच कराए जाने पर आरोप गलत पाए गए. जांच समिति ने अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत कर दी है. ट्वीट के नीचे एसपी ने रिट्वीट कर लिखा है कि जांच पर आरोप सिद्ध नहीं हुए हैं. यह 2012 से चल रहा है. स्कूल का ड्रेस ही ऐसा है. कलेक्टर ने यह भी कहा कि ये हिजाब नहीं है. इसके विस्तृत जांच के निर्देश दे दिए गए हैं.
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