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Delhi: ‘केजरीवाल सिसोदिया को बहुत पहले से ही निपटाने की फ़िराक़ में थे’, जानें, कांग्रेस नेता अलका लांबा ने क्यों दिया ऐसा बयान?

नई दिल्ली। भ्रष्टाचार में नाम आने के बाद दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया और स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन का इस्तीफा मंजूर कर लिया गया है। सिसोदिया का नई शराब नीति में कथित घोटाले में नाम सामने आया है, जबकि सत्येंद्र पिछले 9 महीने से मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जेल में बंद हैं। जैन के इस्तीफे की मांग बीजेपी पिछले कई महीनों से कर रही थी, लेकिन जब सिसोदिया का नाम भ्रष्टाचार में आया, तो परिस्थितियां ऐसी बन गई कि आम आदमी पार्टी को अपने दोनों नेताओं का इस्तीफा लेना पड़ गया। बता दें कि सिसोदिया के पास कुल 18 मंत्रालयों की जिम्मेदारी थी। इस बीच दिल्ली का बजट भी पेश होना था, जिसकी जिम्मेदारी भी सिसोदिया के पास ही थी, लेकिन सीबीआई रिमांड में रहने के दौरान उनके लिए इन सभी कार्यों का निष्पादन कर पाना आसान नहीं था, जिसे ध्यान में रखते हुए केजरीवाल  सरकार ने सिसोदिया के साथ-साथ जैन का भी इस्तीफा स्वीकार कर लिया। ध्यान दें कि बीते रविवार को आठ घंटे की मैराथन पूछताछ के बाद सिसोदिया को गिरफ्तार कर लिया गया था। जिसके बाद राउज एवेन्यू कोर्ट ने पांच दिनों के लिए रिमांड पर भेज दिया, जिसे आज सिसोदिया ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी, लेकिन कोर्ट ने उन्हें सिसोदिया की याचिका खारिज कर उन्हें पहले हाईकोर्ट जाने की हिदायत दी।

supreme court and manish sisodia

हालांकि, अब आम आदमी पार्टी ने सुप्रीम कोर्ट से मुंह की खाने के बाद हाईकोर्ट की जाने की बात कही है। बता दें कि बीते दिनों सीबीआई दफ्तर आने से पहले ही सिसोदिया ने खुद की गिरफ्तारी की आशंका व्यक्त कर दी थी। इसके अलावा खुद सीएम केजरीवाल ने भी एक निजी न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में भी सिसोदिया की गिरफ्तार की बात कही थी, जो कि रविवार को चरितार्थ भी हुई थी। वहीं, बीते सोमवार को आप नेताओं सिसोदिया के विरोध में प्रदर्शन किया था। राउज एवेन्य कोर्ट के बाहर काफी संख्या में आप नेताओं ने सिसोदिया की गिरफ्तारी के विरोध में प्रदर्शन किया था। बाद में कई नेताओं को हिरासत में ले लिया गया। दिल्ली पुलिस ने  एहतियात बरतते हुए सभी संवेदनशील स्थानों पर धारा 144 लागू कर दी गई थी, लेकिन इसके वावजूद भी आप नेताओं का प्रदर्शन जारी है।

वहीं, अब सिसोदिया प्रकरण को लेकर आप और बीजेपी के बीच जुबानी जंग जारी है, लेकिन अब इस पूरे मामले में कांग्रेस भी कूद हो चुकी है। कांग्रेस की इस पूरे मामले में मिलीजुली प्रतिक्रिया आ रही है। मिलीजुली इसलिए क्योंकि कांग्रेस एक तरफ जहां सीबीआई की कार्रवाई की आलोचना कर रही है, तो वहीं आम आदमी पार्टी को पर निशाना साधा रही है। इसी बीच इस प्रकरण पर कांग्रेस नेता अलका लांबा का भी बयान सामने आया है। आइए, आगे जानते हैं कि उन्होंने क्या कुछ कहा है। दरअसल. उन्होंने इस पूरे प्रकरण को लेकर सिलसिलेवार तरीके से कई ट्वीट किए हैं, जिसमें उन्होंने क्या कुछ कहा है। आइए, एक नजर डालते हैं।

अलका लांबा ने अपने पहले ट्वीट में कहा है कि केजरीवाल सिसौदिया को बहुत पहले से ही निपटाने की फ़िराक़ में थे, पर कुछ यूँ भ्रष्टाचार में फंसा कर निपटाएगें सोचा नहीं था। इसके अलावा उन्होंने अपने दूसरे ट्वीट में कहा कि अब #AAP के “महा ठग” के दरबार में जो ज़्यादा बोली लगायेगा – वहीं खाली हुए मंत्री पद पायेगा. दिल्ली के विधायक धरना – प्रदर्शन छोड़ – मंत्री पद पाने की दौड़ और होड़ में हुए शामिल।  बता दें कि अभी कांग्रेस नेता का यह ट्वीट का काफी चर्चा में है। लोग इस पर अलग-अलग तरह से अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए नजर आ रहे हैं। बहरहाल, यह पूरा माजरा आगामी दिनों में क्या रुख अख्तियार करता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी। तब तक के  लिए आप देश दुनिया की तमाम बड़ी खबरों से रूबरू होने के लिए पढ़ते रहिए। न्यूज रूम पोस्ट.कॉम

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