एनटीपीसी कार्यालय के बाहर प्रदर्शन करते ग्रामीण।
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छत्तीसगड़ के कोरबा में छह गांवों के ग्रामीणों, जिला पंचायत अध्यक्ष और स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने रविवार को धनरास स्थित राखड़ डैम के कार्यालय का घेराव किया। इस दौरान बड़ी संख्या में महिलाएं मौजूद रहीं। ग्रामीणों ने कहा कि डैम से उड़ने वाली राख के चलते वे परेशान हैं। एनटीपीसी प्रबंधन के अधिकारियों के साथ घंटों चर्चा के बाद ग्रामीणों ने 10 दिनों का अल्टीमेटम दिया है। सुधार नहीं होने पर उन्होंने उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है।
जन प्रतिनिधियों के साथ बड़ी संख्या में धनरास स्थित एनटीपीसी के राखड़ डेम कार्यालय पहुंचे ग्रामीणों ने धरना-प्रदर्शन किया। कहा कि राखड़ डैम में चलने वाले कार्यों को बंद करा दिया। एनटीपीसी के अधिकारी तो पहुंचे, लेकिन घंटों चर्चा के बाद भी कोई निर्णय नहीं लिया जा सका। एनटीपीसी प्रबंधन के अधिकारी मीडिया को जवाब देने बचते रहे और कुछ भी कहने से मना कर दिया। स्थानीय जनप्रतिनिधियों व ग्रामीणों ने अपनी मांगों को लेकर एनटीपीसी प्रबंधन को 10 दिनों का अल्टीमेटम दिया है।
ग्रामीणों का कहना है कि, एनटीपीसी जमनीपाली पावर प्लांट के राखड़ से अब तक कोई राहत नहीं मिली है। आंदोलन के दौरान एनटीपीसी के अधिकारियों ने समस्या दूर करने का आश्वासन दिया था, लेकिन अभी भी समस्या जस के तस बनी हुई है। राखड़ उड़कर घरों में जा रहा है। इससे ग्रामीणों का जीना दूभर हो गया है। ग्रामीणों में भी आक्रोश बढ़ता जा रहा है। जिम्मेदार एनटीपीसी प्रबंधन राखड़ के लिए कोई इंतजाम नहीं कर रहा है।